वादा किया था हमने, हंसते हंसते तुमसे जुदा हो जाएँगे । माथे पर अपने, कोई शिकन तक ना लायेंगे। वादा...
साहित्य
ये कश्ती खड़ी है,खड़ी ही रहेगी.... कोई जब तुम्हें, दरिया के मझदार में छोड़ दे । और वो तुम्हारी,...
जिया साहित्य मंच पर भक्ति रस पर ऑनलाइन राष्ट्रीय काव्य गोष्ठी का आयोजन हुआ । काव्य गोष्ठी में मुख्य...
बेटों का उत्साहवर्धन करती कविता…… संस्कारी बेटा उचित शिक्षा ने मेरी, देखो क्या कमाल दिया है । बेटा मेरा देखो,...
लखनऊ I नव समानुभूति संस्था द्वारा काव्य समारोह का आयोजन सचिवालय क्लब, सचिवालय कॉलोनी, महानगर लखनऊ में आयोजित किया गया...
कभी करियो किसी से ना प्यार कभी देना ना किसी को दिल यार ये प्यार करे बर्बाद अरे रे बाबा...
जब रात ने ली अँगड़ायी , चाँदनी रात ने बाँह फैलाई । बारात तारों की जगमगायी, बेहद तब याद तुम्हारी...
पटना I बिहार के बेगूसराय जिले के स्टेशन रोड स्थित लहेरी धर्मशाला के प्रांगण में हमराही सांस्कृतिक संस्था के द्वारा...
प्रेम की फुहार से रंगो द्वेष का काला रंग । हर एक बदन को रंगो तिरंगे का प्यारा रंग। नवरात्रि...
दिये हैं बहुत ग़म मोहब्बत ने हमको, ख़बर नहीं क़िस्मत कहाँ ले जा रही है हमको । लाख समझाया...