कुछ कहें गर हम तुमसे, तुम बुरा मान जाते हो । भला ये भी कोई बात हुई, जो इतना हमें...
साहित्य
बेंगलुरु I जिया साहित्य मंच के स्थापना दिवस के उपलक्ष में 1 मई से 30 मई तक उत्सव...
लखनऊ I हिंदुस्तानी अकादमी, उ प्र प्रयागराज, राज्य कर्मचारी साहित्य संस्थान, उ0प्र0, लखनऊ एवं डेल्फिक एसोसिएशन ऑफ़ उ0प्र0 के संयुक्त...
लखनऊ I शिवभार गुर्जर लखनवी साहित्यिक सामाजिक संस्था द्वारा आयोजित पुस्तक लोकार्पण, स्थापना दिवस, सम्मान समारोह एवं कवि सम्मेलन...
ना होकर भी हर पल कोई रहता है तो रहता है। सुर्ख रंग बन तन में मेरे बहता है...
गीत तू बसा ले मुझे,अपने दिल में पिया | दिल में, धड़कन बनकर, धड़क जाऊँगी | तू समा ले मुझे,...
मज़दूर भी कई श्रेणियों में पाये जाते है, छोटे मज़दूर, बड़े मज़दूर, गरीब मज़दूर, अमीर मजबूर, और कुछ तो...
अमेठी। शनिवार, अमेठी के आरआरपीजी कालेज परिसर में श्री राजर्षि रणंजय सिंह जी के 123वीं जयन्ती के अवसर पर...
जिया साहित्य मंच पर " जय जवान " देश के सुरक्षा बलों को समर्पित ऑनलाइन राष्ट्रीय काव्य गोष्ठी का...
वो बादल बरसना तो चाहता है, करना चाहता है अपने मन की भी । लेकिन अहम उसका उसे ऐसा करने...