लिव-इन-पार्टनर ने किये श्रद्धा के 35 टुकड़े
1 min readनई दिल्ली I
दिल्ली की पुलिस ने मानवीयता क्रूरता की पराकाष्ठा को पार करने वाले एक चौकाने वाले केस का खुलासा किया है लड़की का लिव इन पार्टनर ने उसके शरीर के टुकड़े ही नहींं कििये , मानवीय रिश्तो को भी उतने ही टुकड़ों में बांट दिया I दिल्ली में श्रद्धा की हत्या ने सनसनी फैला दी है। उसके लिव-इन-पार्टनर छह महीने पहले हत्या के बाद आरी से 35 टुकड़े कर दिए। उसके रेफ्रिजरेटर खरीदकर शव के टुकड़ों को उसमें रख दिया। फिर हत्यारोपित एक-एक टुकड़े को दिल्ली में अलग-अलग जगह फेंक देता था। दिल्ली पुलिस ने शक के आधार पर उसे गिरफ्तार किया और उसने हैरान करने वाले राज खोले हैं।
आरोपित आफताब अमीन पूनावाला ने 2 सप्ताह की मुंबई के एक होटल में शेफ की ट्रेनिंग ली थी। उसे ट्रेनिंग के मांस काटने की भी ट्रेनिंग मिली थी। इसी वजह से आरोपित ने बिना कांपे बेरहमी से गर्लफ्रेंड के टुकड़े कर दिए थे।
श्रद्धा महाराष्ट्र के पालघर की रहने वाली थी। दोनों की मुंबई के एक कॉल सेंटर में मुलाकात हुई थी। यहीं से दोनों को प्यार हुआ। जिसके बाद दोनों ने शादी योजना बना ली। श्रद्धा के माता-पिता शादी के खिलाफ थे। इसी वजह से दोनों मुंबई से भागकर दिल्ली आ गए और दिल्ली के छतरपुर में लिव-इन में रहने लगे। श्रद्धा उसके साथ शादी करना चाहती थी, और वह शादी से इन्कार कर देता था। इसी कारण दोनों में झगड़ा हो जाता था।
ट्रेनिंग में सीखा था कैसे मांस को सरंक्षित रखा जाए
इसी बीच 18 मई को आरोपित ने श्रद्धा की गला दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद हत्या को छिपाने के लिए मृतका के शरीर को कई हिस्सों में काटकर रेफ्रिजरेटर में रख दिया। चूंकि लड़के ने रसोइए की पढ़ाई की थी और उसे मीट वगैरह संरक्षित करके रखने के बारे में जानकारी थी। इसी के चलते उसने मृतका के शरीर को सुरक्षित करके रख लिया
फिर हर रात प्लास्टिक की थैली में रखकर शव के एक टुकड़े को महरौली जंगल में फेंक आता था, ताकि किसी को शक न हो। यह सिलसिला 18 दिन तक चलता रहा। वह हर रात को दो बजे शव का एक हिस्सा जाकर फेंक आता था। पुलिस को पहली बार 8 नवंबर को मामले की जानकारी मिली और पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
पिता ने दिल्ली पुलिस से की शिकायत
वहीं, श्रद्धा का सोशल मीडिया पर अपडेट आना बंद हो गया, जिसके कारण मुंबई में माता-पिता की चिंता बढ़ गई। श्रद्धा के पिता विकास मदान वाकर दिल्ली पहुंचे और बेटी को तलाशने की हर संभव कोशिश की, लेकिन कहीं कोई सुराग नहीं मिला। अंत में उन्होंने दिल्ली पुलिस से मदद मांगी। 8 नवंबर को श्रद्धा के पिता ने बेटी के अपहरण की FIR दर्ज कराई थी। उन्होंने पुलिस को आफताब के बारे में भी बताया। गुप्त सूचना के आधार पर आफताब को पुलिस ने गिरफ्तार और पूछताछ में उसने सारा सच बता दिया।