नाम ही काफी है राजेश मसाला
1 min readअमेठी I ज़िक्र ज्यादातर राजनीतिक दृष्टिकोण से है। कई बड़ी राजनीतिक शख्सियतों का नाम अमेठी से जुड़ा है। लेकिन आज एक नाम और भी है जो सारे भारत में अमेठी से फैला है, और वो नाम है “राजेश मसाला”। राजेश अग्रहरि की मेहनत और लगन ने दो लाख रुपये के लोन से शुरू हुई कंपनी को सैकड़ो करोड़ तक पहुंचाया। राजेश मसाला के बढ़ते कारोबार की सबसे बड़ी विशेषता ये है कि इसमें कार्यरत मार्केटिंग और उत्पादन से जुड़े कर्मचारी छोटे शहरों, नगरों, गांव और कस्बों से हैं। इसके पीछे राजेश मसाला का उद्देश्य है ऐसे शहरों और नगरों के लोगों को आत्मनिर्भर बनाना, रोज़गार प्रदान करना और उनकी क्षमता का उपयोग करना ।
राजेश मसाला की एक सबसे बड़ी विशेषता यह भी है कि उत्पादन, पैकिंग, डिस्पैचिंग और मार्केटिंग विभाग के ज़रिये ग्रामीण महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाया गया है। फैक्ट्रियों में बहुत बड़ी संख्या में महिलाओं की भागेदारी है। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में राजेश मसाला भारत का महिला सशक्तिकरण और स्वदेशी अपनाओ के मंत्र को पूरी तरह सार्थक करता है।राजेश ने अधिक से अधिक स्थानीय कर्मचारियों को मौका दिया है
अभिनेता सनी देओल राजेश मसाला के ब्रांड प्रचारक है। राजेश मसाला ने सनी देओल की ब्रांड इमेज के साथ उच्च गुणवत्ता वाले राघव भोग गेहूँ चक्की आटा को बाज़ार में उतारा है। बाज़ार में राघव भोग चक्की आटा की मांग तेज़ी से बढ़ रही है। आधुनिक तकनीक और मशीनों से बना राघव भोग आटा उत्तर प्रदेश में स्थानीय लोगो को रोज़गार और भारत को उद्योग और व्यापार के क्षेत्र में नई ऊँचाइयों भी देता है।
राजेश मसाला अपनी उच्च क्षमता वाले आधुनिक मशीनों, गुणी एवं स्वदेशी कामगार महिलाओं और पुरुषों के माध्यम से आप तक पहुंचता है, ममता और स्वाद से भरा, गुणवत्ता की कसौटी पर खरा राजेश मसाला।
राजेश मसाला अपने उत्पाद की गुणवत्ता बनाये रखने के लिए हमेशा सतर्क रहता है। नकली उत्पाद उपभोक्ताओं तक न पहुंचे इसके लिए राजेश मसाला की टीम बाज़ार पर नज़र बनाये रखती है। हाल ही में ऐसे गिरोह का पुलिस ने भांडाफोड़ किया जो राजेश मसाला का नकली उत्पाद उपभोक्ताओं तक पहुँचा रहा था। बाज़ार में बने रहना ही राजेश मसाला का उद्देश्य नहीं है उपभोक्ताओं की सेहत का ख्याल रखना सर्वोपरी है।