जानिए दीपावली पर लक्ष्मी पूजन का शुभ मुहूर्त
1 min readआज दीपावली का पावन पर्व है I दीपावली के अवसर पर महालक्ष्मी की पूजा की जाती है और उन से वरदान मांगा जाता है I दीपावली की रात सबसे ज्यादा अंधेरी होती है. ऐसा कहते हैं कि दीपावली की रात महालक्ष्मी पृथ्वी का भ्रमण करती हैं I इस दिन माता लक्ष्मी की पूजा से पूरे साल धन और समृद्धि प्राप्त होती है Iपौराणिक मान्यताओं के अनुसार कार्तिक अमावस्या की रात को सुख और वैभव की देवी मां लक्ष्मी पृथ्वी पर आती हैं और हर घर पर विचरण करती हैं। इसके दौरान जिन घरों में अच्छे से प्रकाश और सजावट होती है वहां पर मां लक्ष्मी अंश रूप में विराजमान हो जाती है। दीपावली के दिन महा लक्ष्मी के पूजन से किसी भी प्रकार की दरिद्रता दूर की जा सकती है I ज्योतिष के जानकार कहते हैं कि दिवाली पर किए गए दिव्य उपायों से जीवन की हर परेशानी, हर संकट का नाश हो सकता है, क्योंकि यह रात परम शुभदायी और कल्याणकारी होती है I प्रकाश का यह पर्व दीपावली हर बार कार्तिक अमावस्या तिथि पर मनाया जाता है। यह त्योहार हिंदूओं का प्रमुख त्योहार है। असत्य पर सत्य के जीत का यह त्योहार भगवान राम के लंका पर विजय प्राप्ति के बाद अयोध्या आगमन के रूप में हर साल बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। दिवाली पर शुभ मुहूर्त में मां लक्ष्मी और भगवान गणेश की विशेष रूप से पूजा की जाती है। दिवाली पर घरों को रंगों,फूलों और रंगीन रोशनी से सजाया जाता है। प्रकाश के पर्व की शाम को लोग दीए और मोमबत्तियों जलाकर मां लक्ष्मी के स्वागत की तैयारियां करते हैं।
कैसे करें लक्ष्मी,गणेशजी की पूजा
दीपावली की पूजा के लिए सबसे पहले पूर्व दिशा या ईशान कोण में एक चौकी रखें I चौकी पर लाल या गुलाबी वस्त्र बिछाएं I पहले गणेश जी की मूर्ति रखें. फिर उनके दाहिने और लक्ष्मी जी को रखें I आसन पर बैठें और अपने चारों और जल छिड़क लें I इसके बाद संकल्प लेकर पूजा आरम्भ करें I एक मुखी घी का दीपक जलाएं. फिर मां लक्ष्मी और भगवान गणेश को फूल और मिठाइयां अर्पित करें I इसके बाद पहले भगवान गणेश, फिर मां लक्ष्मी के मंत्रों का जाप करें I
दिवाली पर पूजा-अर्चना के लिए शुभ मुहूर्त
ज्योतिषियों के अनुसार, दीपावली का शुभ मुहूर्त शाम 6:36 से शुरू होगा. इस बार कार्तिक कृष्ण अमावस्या तिथि शाम 05:04 के पश्चात प्रारंभ हो रही है. सोमवार का दिन हस्त नक्षत्र अपरान्ह 03:18 बजे तक पश्चात् चित्रा नक्षत्र रहेगी, जो अत्यंत ही शुभ है. शाम को दीपोत्सव के साथ-साथ ही मां लक्ष्मी, गणेश व कुबेरादि देवताओं की पूजन निष्ठा पूर्वक करना चाहिए. इस दिन लक्ष्मी जी को प्रसन्न करने के लिए पहले से ही घरों को साफ सुथरा करके दीपकों से सजाना चाहिए I
कार्तिक अमावस्या तिथि आरंभ: 24 अक्टूबर, 2022 को शाम 05 बजकर 29 मिनट से।
कार्तिक अमावस्या तिथि समाप्त: 25 अक्टूबर 2022 को शाम 04 बजकर 20 मिनट पर।
अमावस्या निशिता काल: 11 बजकर 39 से 00:31 तक।
कार्तिक अमावस्या सिंह लग्न का समय: रात 01:26 से 03:44 बजे।
अभिजीत मुहूर्त का समय: सुबह 11:19 बजे से दोपहर 12:05 बजे तक है।
विजय मुहूर्त आरंभ: 24 अक्टूबर को 01:36 से 02:21 तक
दीपावली शुभ चौघड़िया मुहूर्त
संध्या मुहूर्त (अमृत, चर): 17:29 से 19:18 मिनट तक
रात्रि मुहूर्त (लाभ): 22:29 से 24:05 मिन तक
रात्रि मुहूर्त (शुभ, अमृत,चल): 25:41:06 से 30:27:51
लक्ष्मी पूजन मंत्र
. ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभयो नमः॥
. ॐ श्रीं श्रीयै नम:
. ॐ ह्रीं श्रीं लक्ष्मीभ्यो नमः॥
. ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद ॐ श्रीं ह्रीं श्रीं महालक्ष्मयै नम:॥