EDUCATION : प्रशिक्षण से प्राप्त कौशलों का प्रयोग कर विद्यालय को निपुण बनाएं शिक्षक – बीईओ
1 min readREPORT BY MADHAV BAJPAYEE
AMETHI NEWS I
ब्लॉक संसाधन केंद्र में गुरुवार को निपुण भारत मिशन के अंतर्गत नवीन पाठ्य पुस्तक आधारित चार दिवसीय शिक्षक प्रशिक्षण संपन्न हुआ ।
बीईओ शैलेंद्र शुक्ला ने सभी प्रतिभागियों को प्रशिक्षण से सीखे गए सभी पहलुओं को अपने विद्यालयों में लागू करते हुए विद्यालय और बच्चों को निपुण बनाने के लिए कहा। अभियान को साकार करने के लिए अहम बिंदुओं से शिक्षकों को बारीकी समझाई गई।
एआरपी विक्रमादित्य तिवारी, देवी शरण कनौजिया, राहुल पांडेय, अनूप कुमार तिवारी ,शिवकुश पांडेय, दिलीप कुमार वर्मा के नेतृत्व में इस प्रशिक्षण को संपन्न कराया गया। आए हुए शिक्षकों को उनके कर्तव्यों के प्रति पहले जहां मौलिक जिम्मेदारी का ध्यान दिलाया गया। वहीं इसके बाद निपुण भारत मिशन की बारीकी बताई गई। बच्चों से संवाद से लेकर जुड़ाव के बीच शैक्षिक स्तर में बढ़ोतरी के बारे में बताया गया।
अभिभावकों से भेंट करने के साथ ही प्रत्येक सप्ताह बच्चों में होने वाले सुधारों के अंकन के बारे में बताया गया। बुनियादी भाषा एवं गणित पर आधारित समझ को बच्चों में बढ़ाने के लिए उपलब्ध कराई गई किट की उपयोगिता समझाई गई। इस मौके पर प्रोजेक्टर के जरिये उन बिंदुओं को बताया गया जिससे शिक्षण कार्य आसान व सार्थक बन सकता है।
इस प्रशिक्षण में विनय शुक्ला,सद्दीक अली,कुलदीप,विमल,मानपाल सिंह,अनीता पाण्डेय,नेहा,सुमन कमल कुमार शर्मा,विमल कुमार,अश्वनी तिवारी, लक्ष्मी चौरसिया,नेहा,सुमन,मोहिनी शर्मा सैकड़ों शिक्षक शिक्षिकाएं प्रतिभाग कर रहे हैं।
बदल गई प्रशिक्षण की व्यवस्थाएं
एआरपी विक्रमादित्य तिवारी ने बताया कि आईटीसी लैब के उपकरण मिल जाने के बाद बीआरसी में होने वाले प्रशिक्षण की रूपरेखा में पहली बार बदलाव देखने को मिला है। यहां मौजूद शिक्षकों की उपस्थिति का ब्योरा स्क्रीन पर दर्ज करते हुए शासन को रिपोर्ट भेजी जा रही है। वहीं पहले की तरह प्रशिक्षण सत्र के दौरान होने वाली व्यवस्थाओं में तब्दीली देखने को मिली है।
यहां प्रशिक्षण सत्र के दौरान खाने-पीने के इंतजाम होने के बजाय खाते में डायरेक्ट खर्च भेजे जाने की व्यवस्था अपनाई गई है। इसके लिए शिक्षकों को वहां लगी स्क्रीन पर आनलाइन हाजिरी दर्ज होनी है। बैंक खाते में शासन स्तर से स्वयं से आवाजाही व खानपान का खर्च पहुंच जाएगा।
जिसे लेकर शिक्षकों का संवाद प्रशिक्षण शिविर के दौरान सुनने को मिला। शिक्षक यहां स्क्रीन पर आनलाइन हाजिरी लगाते हुए नजर आए। वहीं नई व्यवस्था को लेकर उनके चेहरे पर मुस्कान भी रही।