मुख्तार अंसारी हुए सुपुर्द-ए-खाक,जनाजे में शामिल हुए हज़ारों समर्थक
1 min readREPORT BY LOK REPORTER
GAJIPUR / LUCKNOW NEWS
मुख्तार अंसारी को गाजीपुर के मोहम्मदाबाद स्थित कालीबाग कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उनकी माँ की कब्र के पास में मुख्तार को दफनाया गया है I उस वक्त परिवार कुछ करीबी लोग कब्रिस्तान में मौजूद रहे । बड़ी संख्या में लोगों को कब्रिस्तान के बाहर रोका गया था । मुख्तार अंसारी प्रशासन के द्वारा सिर्फ परिवार के लोगों को ही मिट्टी देने की इजाजत दी गई ।
मुख्तार अंसारी साढ़े 7 फुट लंबी 5 फीट चौड़ी और साढ़े 5 फीट गहरी कब्र में दफन हुआ ।अंतिम संस्कार के समय जन-सैलाब उमड़ा हुआ था I सुरक्षा के मद्देनजर बड़ी संख्या में फोर्स तैनात रही । DM-SP फोर्स के साथ कब्रिस्तान गेट पर मौजूद रहे ।मुख्तार के जनाजे में बड़ी संख्या में लोग शामिल रहे।
यूपी के माफिया डॉन मुख्तार अंसारी की गुरुवार को मौत हो गई थी ।मौत का कारण कार्डियक अरेस्ट बताया गया है। बांदा मेडिकल कॉलेज में मुख्तार का पोस्टमार्टम पूरा हुआ। मुख्तार की मौत के बाद गाजीपुर और मऊ समेत पूरे उत्तर प्रदेश में हाई अलर्ट है। पुलिस ने सभी जिलों में पहरा बढ़ा दिया है।
डीएम गाजीपुर व अफजाल के बीच तीखी नोकझोंक का वीडियो वायरल
कब्रिस्तान के बाहर मुख्तार अंसारी के भाई पूर्व सांसद अफजाल अंसारी की डीएम गाजीपुर के साथ तीखी बहस हुई। डीएम गाजीपुर ने धारा 144 का हवाला देते हुए कहा कि मिट्टी देने केवल परिवार के लोग जाएं,पूरा कस्बा नहीं जायेगा। अगर धारा 144 का उल्लंघन हुआ तो सबके खिलाफ एफआईआर करेंगे।
अफजाल अंसारी वीडियो में बोलते हुए दिख रहे हैं की किसी के जनाजे में जाने और मिट्टी देने के लिए किसी की परमिशन लेने की जरूरत नहीं है। जितने लोग चाहे मिट्टी से सकते हैं। डीएम ने कहा वो जिला निर्वाचन अधिकारी हैं और नियम तोड़ने वालों पर एफआईआर कराएंगी। ये वीडियो इंटरनेट पर जमकर वायरल हो रहा है ।
मुख्तार ने कहा था कि उन्हें जहर दिया गया- अफजाल अंसारी
अफजाल अंसारी ने कहा कि 26 मार्च को मुख्तार अंसारी को बांदा जेल से मेडिकल कॉलेज भेजा गया था। अधीक्षक ने कहा कि डॉक्टरों ने सुझाव दिया था इसलिए भेजा गया। उन्हें सुबह तीन बजे एक संदेश मिला कि मुख्तार की हालत गंभीर है।
आरोप लगाया कि जब वो अस्पताल पहुंचे तो उन्हें मुश्किल से सिर्फ पांच मिनट के लिए मिलने की इजाजत दी गई। पांच मिनट की मुलाकात के दौरान मुख्तार अंसारी ने कहा कि उन्हें जहर दिया गया है, जिसके कारण वह बेहोश हो गए।
सुपुर्द-ए-खाक की कार्रवाई पर पुलिस का बयान
डीआईजी ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि चुनौती ये थी कि सभी लोग शांतिपूर्ण तरीके से जनाजे में शामिल हो जाएं। जिसके लिए हमने आस-पास के कस्बों में तैनाती कर दी थी। परिजनों से संपर्क रखते हुए धार्मिक रिवाजों के साथ सुपुर्द-ए-खाक की कार्रवाई को पूरा करवाया गया है।
हुड़दंग करने वालों पर होगी कानूनी कार्रवाई
मुहम्मदाबाद में गाजीपुर एसपी ओमवीर सिंह ने बताया कि काफी लोग वापस लौट गए हैं। बाकी लोग धीरे-धीरे जा रहे हैं। जिन लोगों ने हुड़दंग करने का प्रयास किया है।
उनकी वीडियोग्राफी कर ली गई है। ऐसे लोगों को चिन्हित किया जाएगा। जिनके द्वारा आचार-संहिता का उल्लंघन करके किसी तरह की नारेबाजी की गई है। उनके विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी
मुख्तार अंसारी की पोस्टमार्टम रिपोर्ट जारी कर दी गई है। उसके एक हिस्से में डॉक्टरों के पैनल ने मौत के दो कारण दर्ज किए हैं। Shock & Myocardial Infarction… मुख्तार अंसारी की मौत की वज़ह बतायी जा रही है I
मुख्तार के समर्थक और पुलिस के बीच नोकझोंक और धक्का-मुक्की
मोहम्मदाबाद में मुख्तार अंसारी के जनाजे से पहले उनके समर्थक बेकाबू हुए। मुख्तार के घर की तरफ भीड़ को जाने से रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग लगाई है। इस दौरान सर्मथकों की भीड़ नारेबाजी करते हुए बैरिकेडिंग तक पहुंच गई। पुलिस के साथ लोगों की नोकझोंक और धक्का-मुक्की भी हुई।
मुख्तार अंसारी को माफिया कहने पर भड़क गए सपा विधायक
बस्ती सदर विधानसभा से सपा के विधायक महेंद्रनाथ यादव मुख्तार अंसारी को माफिया कहने पर भड़क गए, सपा विधायक ने कहा पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी जनता के रॉबिन हुड थे तभी 5 बार चुनाव जीते जेल में भी रहते हुए जनता ने उन्हें विधायक बनाया ।
उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री ने अपने ऊपर दर्ज सैकडो मुकदमे वापस लिए पहले इनको माफिया बोलें फिर मुझ से बात करें, जितने लोग गरीबों की लड़ाई लड़ते हैं, गरीबों के हक की बात उठाते हैं आप जैसे पत्रकार उनको माफिया कहते हैं।
वास्तव में जिन लोगों पर 100 मुकदमे दर्ज हैं गरीबों की जमीन हड़पते हैं उनके लिए माफिया का शब्द नहीं निकलता है, सपा विधायक ने कहा पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी गरीबों के मसीहा थे ।
गरीबों का मसीहा और क्रांतिकारी था मुख्तार अंसारी : ओमप्रकाश राजभर
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने माफिया मुख्तार अंसारी की मौत पर भले अभी तक चुप्पी साथ रखी हो लेकिन आज उन्होने कहा कि मुख्तार अंसारी गरीबों का मसीहा था क्रांतिकारी था । जो गरीबों की मदद करेगा मजलूमों की मदद करेगा उसे अपराधी ठहरा दिया जाता है और यह होता रहता है ।
मुख्तार अंसारी गरीबों की मदद करता रहा है और लोग उसे गरीबों की मसीह के रूप में जानते हैं और मैं भी यह बात पहले भी कही थी और अपने बयान पर कायम हूँI मुख्तार अंसारी की मौत मामले में जांच के सवाल पर राजभर ने कहा कि परिवार ने जांच की मांग की है जांच के आदेश भी हुए हैं सरकार जांच कर रही है।