राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द
1 min readवायनाड से सांसद एवं कांग्रेस के नेता राहुल गांधी की सदस्यता आज करीब 2:30 रद्द कर दी गई I लोकसभा सचिवालय ने एक पत्र जारी कर इसकी जानकारी दी है I गुरुवार को सरनेम मोदी मानहानि केस मामले में सूरत की अदालत ने राहुल गांधी को 2 वर्ष की सजा सुनाई थी I
हालांकि राहुल गांधी को 27 मिनट में ही जमानत मिल गई थी और उनके वकील ने इस फैसले की खिलाफ हाई कोर्ट जाने की बात भी कही थी I लेकिन इससे पहले ही फैसला आने के 26 घंटे बाद ही लोकसभा सचिवालय ने पत्र जारी कर इनकी लोकसभा सदस्यता निरस्त कर दी है I
क्या था मानहानि का केस पूरा मामला
बताते चलें कि 2019 लोकसभा चुनाव से पहले कर्नाटक के कोलार में एक रैली के दौरान राहुल गांधी ने कहा था कि ‘चोरों का सरनेम मोदी है। सभी चोरों का सरनेम मोदी क्यों होता है, चाहे वह ललित मोदी हो या नीरव मोदी हो चाहे नरेंद्र मोदी।’ इस बयान को लेकर सूरत पश्चिम से विधायक पूर्णेश मोदी ने राहुल गांधी के खिलाफ मानहानि का दावा सूरत की कोर्ट में किया था I पूर्णेश मोदी का कहना था कि हमारे पूरे समाज को चोर कहा था, यह हमारे समाज के लिए मानहानि है I
इस मामले में राहुल गांधी तीन बार कोर्ट पहुंच चुके हैं I आखिरी बार उन्होंने अक्टूबर 2021 को कोर्ट पहुंचे थे और अपने को निर्दोष बताया था I उन्होंने कोर्ट में अपने वकील के माध्यम जो हलफनामा दायर किया था उसमें कहा था कि बयान देते समय मेरी मंशा गलत नहीं थी I हमने भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज उठाई थी I
कोर्ट ने इस मामले में अपना फैसला सुनाते हुए 2 वर्ष की सजा सुनाई और 15000 आर्थिक जुर्माना भी लगाया I मानहानि के मामले में 2 वर्ष से अधिक की सजा नहीं दी जा सकती है I कोर्ट ने राहुल गांधी को 30 दिन की अंतरिम जमानत दे दी थी I
राहुल गांधी के वकील ने क्या कहा
राहुल गांधी के वकील बाबू मांगूकिया का इस फैसले के बारे में कहना है कि मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट एच एच वर्मा की कोर्ट ने राहुल गांधी को आईपीसी की धारा 499 एवं 500 के तहत दोषी ठहराया था I इसके साथ ही उन्होंने 30 दिन के लिए सजा को निलंबित करते हुए अंतरिम जमानत दे दी थी I ताकि उन्हें हाई कोर्ट में अपील दायर करने का मौका मिल सके I
सुप्रीम कोर्ट ने लागू किया था यह आदेश
सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने 11 जुलाई 2013 को एक फैसले में किए आदेश जारी किया था कि कोई भी सांसद या विधायक निचली अदालत से अगर 2 साल की सजा मिलती है, उसी दिन से उसकी सदस्यता निरस्त मानी जाएगी और सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित हो जाएगा I यह फैसला थॉमस बनाम भारत सरकार के केस में आया था I इससे पहले सांसद व विधायक की सदस्यता तब तक नहीं जाती थी जब तक आखिरी फैसला आ नहीं जाता था I
अध्यादेश का विरोध ना करते, शायद आज ना जाती सदस्यता
सुप्रीम कोर्ट के इस फैसले से की 2 साल की सजा होने पर सांसद या विधायक सदस्यता के लिए अयोग्य घोषित हो जाएगा इस फैसले के विरुद्ध मनमोहन सिंह की एनडीए सरकार ने अध्यादेश लाने का मन बना लिया था I जिससे इस फैसले को निष्प्रभावी किया जा सके और पूर्वक की तरह ही कोर्ट के आखिरी फैसले के आने तक सांसद एवं विधायक अयोग्य घोषित न किए जाएं I
24 सितंबर 2013 को इस अध्यादेश की खूबी बताने के लिए मनमोहन सरकार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी लेकिन प्रेस कॉन्फ्रेंस में पहुंचकर राहुल गांधी ने इस अध्यादेश को बकवास बताते हुए फाड़ कर वहीं फेंक दिया था I इसके बाद मनमोहन सरकार ने इस अध्यादेश को लाने का हिम्मत नहीं जुटा सके I आज यही अध्यादेश ना आने के कारण राहुल गांधी सदस्यता के अयोग्य घोषित कर दिए गए I यह फैसला आज राहुल गांधी पर ही भारी पड़ गया I
सदस्यता रद्द होने पर बोली कांग्रेस- लड़ाई जारी
कांग्रेस पार्टी में अपने टि्वटर हैंडल पर सदस्यता रद्द होने पर लिखा कि
“राहुल गांधी जी की लोकसभा सदस्यता ख़त्म कर दी गई।वह आपके और इस देश के लिए लगातार सड़क से संसद तक लड़ रहे हैं, लोकतंत्र को बचाने की हर सम्भव कोशिश कर रहे हैं।हर षड्यंत्र के बावजूद वह यह लड़ाई हर क़ीमत पर जारी रखेंगे और इस मामले में न्यायसंगत कार्यवाही करेंगे।लड़ाई जारी है ..”
भारतीय कानून व्यवस्था से कोई ऊपर नहीं-बीजेपी
भारतीय जनता पार्टी के प्रवक्ता ने राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने पर कहा कि “राहुल गांधी ने एक सार्वजनिक सभा में प्रधानमंत्री जी के सरनेम के साथ अपशब्द जोड़ा था। जातिवाचक शब्द का प्रयोग करके अभद्र भाषा का प्रयोग किया था। इस आरोप पर सूरत कोर्ट ने जो फैसला सुनाया है, उससे साफ है कि भारत की कानून व्यवस्था और प्रजातांत्रिक पद्धति से ऊपर कोई नहीं है।”
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने पर विपक्षियों के तीखे तेवर
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने की सूचना आने के बाद ही विपक्षी नेताओं के तीखे बयान सामने आए हैं I दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि लोक सभा से राहुल गांधी जी का निष्कासन चौंकाने वाला है। देश बहुत कठिन दौर से गुज़र रहा है। पूरे देश को इन्होंने डरा कर रखा हुआ है। 130 करोड़ लोगों को इनकी अहंकारी सत्ता के ख़िलाफ़ एकत्र होना होगा।
राहुल गांधी की सदस्यता रद्द होने पर राजद सांसद मनोज झा बोले “जो राहुल गांधी ने कैंब्रिज में लोकतंत्र के बारे में बोला था वो आज सच हो गया ” I उद्धव ठाकरे ने कहा कि देश को लूटने वाले ‘चोर’ आजाद घूम रहे हैं लेकिन ‘राहुल गांधी’ को सजा मिल गई है I
प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपने टि्वटर हैंडल पर लिखा कि डरी हुई सत्ता की पूरी मशीनरी साम, दाम, दंड, भेद लगाकर @RahulGandhi जी की आवाज को दबाने की कोशिश कर रही है। मेरे भाई न कभी डरे हैं, न कभी डरेंगे। सच बोलते हुए जिये हैं, सच बोलते रहेंगे। देश के लोगों की आवाज उठाते रहेंगे। सच्चाई की ताकत व करोड़ों देशवासियों का प्यार उनके साथ है।