गो आश्रय स्थल को आत्म निर्भर बनाने की ओर एक कदम
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अमेठी।
सिंहपुर क्षेत्र के गो आश्रय स्थल जैतपुर को स्वावलंबी बनाने की ओर एक कदम बढ़ाते हुए ग्राम पंचायत ने गोबर से लकड़ी बनाने की मशीन स्थापित की है। सिंहपुर क्षेत्र के जैतपुर ग्राम पंचायत में स्थित गो आश्रय स्थल पर सोमवार को गाय के गोबर से गोकास्ट लकड़ी बनाने की मशीन स्थापित की गई।
इस अवसर पर ग्राम विकास अधिकारी जितेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि गो आश्रय स्थल को स्वावलंबी बनाने के लिए यह एक अहम कदम है इस मशीन से निर्मित गोकाष्ट लकड़ी को बेचकर यह गोशाला आय अर्जित करेगी। जैतपुर ग्राम पंचायत के सकतपुर राजस्व गांव स्थित गौशाला में गौकास्ट (गोबर से कंडे) बनाने वाली मशीन के लगने पर बहुत लोग देखने के लिए इकट्ठा हुए।
सचिव जे बी सिंह ने बताया कि इस मशीन से तीन प्रकार के कंडे निकाले जा सकते हैं । मशीन पूरी तरह से इलेक्ट्रिक सिस्टम से चलती है । मशीन एक घंटे में तकरीबन 5 कुंतल गोबर के कंडे बना सकती है । मशीन को पंजाब के पटियाला जिले से मंगाया गया है । मशीन का उद्घाटन खंडविकास अधिकारी विजय कुमार अस्थाना ने स्वास्तिक बना कर किया ।
मौके पर मौजूद ग्रामविकास अधिकारी जितेंद्र बहादुर ने बताया कि सरकार की पॉलिसी ज्यादा से ज्यादा लोगों को आत्मनिर्भरता की तरफ बढ़ाना है । मशीन से गोबर की लकड़ी बनाई जाएगी जिससे गौशाला को आत्मनिर्भर बनाया जा सकेगा। और भविष्य में गौशाला का खर्च भी इस मशीन से निकल सकता है । जितेंद्र बहादुर ने लोगों को जागरूक करते हुए बताया कि इस मशीन से बनी हुई लकड़ी का प्रयोग मिट्टी के बर्तन पकाने में,भोजन बनाने के साथ ही शव दाह में भी प्रयोग किया जा सकता है।
जिससे पेड़ों के कटान में कमी आयेगी और पर्यावरण सुरक्षित रहेगा । इसके साथ – साथ इस मशीन से बनी पतली लकड़ी से आप हवन भी कर सकते हैं जिससे पर्यावरण में उपस्थित तमाम तरह के बैक्टीरिया नष्ट होंगे ।
उद्घाटन के अवसर पर प्रधान प्रतिनिधि सरजू ,चंदी ,रामलखन,देवनारायण,धर्मराज,अयोध्या प्रसाद,मनोज,संदीप,बाबूलाल आदि केयर टेकर के साथ – साथ ग्रामीण जगजीवन,परमेश्वर,सुनील आदि लोग मौजूद रहे ।