बेटी की बरामदगी एवं आरोपियों पर कार्यवाही को लेकर दर दर भटक रही बेबस माँ
1 min readसुलतानपुर। चांदा थाने की पुलिस पांच दिन से गायब विवाहिता रोजीना का सुराग नहीं लगा सकी है I थाना प्रभारी पर आरोपियों से सांठ-गांठ कर विवाहिता को बरामद करने के बजाय संरक्षण देने का आरोप लग रहा है I इस संबंध में उच्चाधिकारियों से शिकायत की गई है I गायब रोजीना की माँ ने हत्या की आशंका जताई है I
इस मामले में पुलिस की भूमिका सवालों के घेरे में है गायब विवाहिता रोजीना की मां चांदनी के मुताबिक बीते 12 बार 13 दिसंबर को उसकी पुत्री ने फोन कर बताया था कि उसकी ममिया ससुर रसीद व अजीज सास फातिमा मारपीट कर प्रताड़ित कर रहे हैं I ससुराली जनों की प्रताड़ना से परेशान होकर रोजीना ने अपनी मां से ससुराल से ले जाने के लिए कहा था I इस बात को सऊदी अरब में रह रहे उसके पति ने भी शिकायतकर्ता चांदनी से 12 दिसंबर को पत्नी को अपने पास बुलाने को कहा था I लेकिन अपनी बहन के यहां शादी में शामिल होने की वजह से मां चांदनी ने लौट कर आने के बाद उसे लाने की बात कही I इसी के बाद अचानक 14 दिसंबर की रात करीब 2:00 बजे आरोपी ममिया ससुर रसीद,अजीज व फातिमा ने रोजीना के घर से भाग जाने की बात कही I रोजीना 2 बच्चों की मां भी है I अपनी पुत्री के गायब हो जाने की सूचना पर ससुराली जनों पर पीड़िता चांदनी ने हत्या की आशंका जताते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं I शिकायतकर्ता चांदनी के मुताबिक बीते 15 दिसंबर को चांदा थाना जाकर उसने लिखित सूचना देकर अपनी बेटी को बरामद करने और आरोपियों पर कार्रवाई करने की मांग की थी I लेकिन अभी तक थाना प्रभारी द्वारा कोई प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है I चांदनी के मुताबिक अगले दिन जब थाने पहुंची तो आरोपियों को थाना प्रभारी अपने बगल बैठाकर वार्ता कर रहे थे I जब शिकायतकर्ता ने अपनी लड़की के बारे में कार्यवाही करने और बरामद भी करने की बात कही तब थाना प्रभारी ने कहा घर जाओ तुम्हारी लड़की मिल जाएगी तब हम तुम्हें जानकारी दे देंगे I पीडिता चांदनी ने आरोप लगाया है कि जब पुलिस खुद ही ससुराली जनों को संरक्षण दे रही है तो कैसे उसकी बेटी सकुशल बरामदगी होगी और आरोपियों पर कार्रवाई होगी I यह उम्मीद करना बेमानी है I पीड़ित मां के मुताबिक पुलिस आरोपियों पर मुकदमा दर्ज नहीं कर रही है ,मामले में लापरवाही कर रही है I चांदा पुलिस की ओवरकॉन्फिडेंस कहीं उसके लिए भारी न पड़ जाए I बताते चलें कि थाना प्रभारी रवि कुमार सिंह पर आरोपियों को संरक्षण देने का पहला मामला नहीं है I आए दिन इन पर इस प्रकार के आरोप लगते आ रहे हैं I इससे पहले भी धम्मौर थाने में तैनाती के दौरान नरही भाटी गांव में विवाहिता पूजा सिंह की मौत के मामले में कई महीने आरोपी पति वीरेंद्र को बचाने में समय लगा दिया था I अब उसे बचाने के लिए एड़ी चोटी जोर लगा दिया था I उच्चाधिकारियों को भी भ्रामक रिपोर्ट पेश कर उन्हें गुमराह करता रहा I लेकिन 6 महीने बाद कोर्ट के सख्त रवैया पर आरोपी पति को खुद ही जेल भेजा था I आरोपी वीरेंद्र आज जेल की सलाखों के पीछे है और कोर्ट में ट्रायल चल रहा है I इस मामले में 7 साल की मासूम बच्ची मां के मौत की गवाह बनी हुई है I अधिवक्ता देवेश यादव की पैरवी के चलते थाना प्रभारी रवि कुमार सिंह की मंशा पर पानी फिर गया है I ठीक वैसा ही मामला रोजीना के मामले में भी लापरवाही थाना प्रभारी की देखी जा रही है I थाना प्रभारी की कारतूस से बेखबर जिले के उच्चाधिकारी रोजीना को बरामदगी की कार्यवाही करवाते हैं या फिर इसी तरह पुलिस विभाग लीपा-पोती की कार्यवाही करती रहेगी I
रिपोर्ट-अंकुश यादव