चार गुना मंहगे हुए गैस सिलिंडर, चूल्हा फूंकने को मजबूर हैं महिलाएं
1 min readअमेठी। रसोई गैस के दाम आसमान चूम रहे हैं। गरीब महिलाएं फिर से चूल्हा फूंकने को मजबूर हैं।उज्ज्वला गैस कनेक्शन योजना के अन्तर्गत खरीदे गए गैस सिलेंडर एक कोने में पडे हुए हैं।गैस सिलिंडर बेचने वाली एजेंसियों की मोबाइल गाडियों के ड्राइवर गैस चोरी कर रहे है।
रसोई गैस के सिलिंडर पहले की अपेक्षा चार गुना मंहगे हो गये हैं। रसोई गैस के सिलेंडर खरीदना अब मजदूर और गरीब परिवारों के बस का नहीं रह गया है।गांवों मे अधिकांश घरों में सिलेंडर का उपयोग कम हो गया है। गैस सिलेंडर कम बिकने पर मोबाइल गाडियों के ड्राइवर गैस चोरी कर रहे हैं। नगर की क ई महिलाओं ने बताया कि अब सिलेंडर जल्दी खत्म हो रहे हैँ।गैस दो किलो तक कम रहती है।
चाणक्य पुरी निवासी शिक्षिका मीरा ने कहा कि पहले तो राशन जब नही रहता था तब चूल्हा ठण्डा पड़ता था, लेकिन अब गैस सिलेंडर मंहगा होने के कारण यह स्थिति बन गई है। ‘आमदनी अठन्नी खर्चा रुपैया’ की कहावत चरितार्थ हो रही है। गरीब आदमी मंहगाई की मार से त्रस्त है।
रायदैपुर निवासी गृहणी बिन्दू ने कहा कि गैंस सिलेंडर के दाम अधिक होने कारण रसोईघर से सिलेंडर गायब हो गए हैं। इस समय घरेलू गैस सिलेंडर 1130 रुपए में मिल रहा है। मजदूर चार दिन दिहाड़ी करने पर एक सिलेंडर के दाम जुटा पाते हैं।
कोरारीगिरधर शाह निवासी गृहणी सुमन ने कहा कि घरेलू गैस सिलेंडर के दाम आसमान छू रहे हैं । सूबे की सरकार की ओर से गरीबों को प्रधानमंत्री उज्जवला योजना के अंतर्गत बांटे गए गैस सिलेंडर कोने में रखे हुए हैं । महिलाएं मजबूरी में चूल्हे पर भोजन बना रही हैं।