विचाराधीन कैदियों के मामले में राष्ट्रपति मुर्मू के बयान का बसपा ने किया समर्थन
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अमेठी। देश की जेलों में बन्द विचाराधीन कैदियों की बड़ी संख्या और उनकी दयनीय व अमानवीय स्थिति को लेकर बहुजन समाज पार्टी ने केन्द्र सरकार का ध्यान आकृष्ट किया है।भारत की राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू की ओर से संविधान दिवस पर दिए गये वक्तव्य का उल्लेख करते हुए बसपा सुप्रीमो बहन मायावती ने विचाराधीन कैदियों की समस्या के निदान को मानवीय दृष्टिकोण अपनाने और कानून के राज की स्थापना के लिए सही प्रक्रिया अपनाने की मांग की है।बसपा सुप्रीमो का ट्वीट राजनीतिक हल्कों मे खासी सुर्खियों मे है।जिले के अम्बेडकर वादी संगठनों ने बसपा सुप्रीमो की बात का समर्थन करते हुए महामहिम राष्ट्रपति के वक्तव्य का स्वागत किया है।बामसेफ के जिला संयोजक संजीव भारती,सहसंयोजक धर्मेंद्र भारती,राम मिलन ,आर डी गौतम, शोभासरण ने कहा कि राष्ट्रपति महोदया ने संविधान दिवस पर बहुत गंभीर बात कही है,भारत सरकार को बसपा की मुखिया बहन मायावती के ट्वीट पर गंभीरता से विचार करना चाहिए। वीरांगना झलकारी बाई चेतना समिति के अध्यक्ष रामफल फौजी ने कहा कि मामूली अपराधों मे जेल में बंद कैदियों के ऊपर सभी राज्य सरकारें भारी व्यय कर रही हैं।देश पर अनावश्यक आर्थिक बोझ खत्म कर इस धनराशि को गरीब परिवारों के कल्याण और शिक्षा पर खर्च किया जाय तो बेहतर होगा।बसपा के अयोध्या मंडल के प्रभारी पवन कुमार गौतम ने कहा कि देश की जेलों में गरीब, अशिक्षित एवं कमजोर वर्ग के मामूली अपराधों वाले विचाराधीन कैदियों की भरमार है जिनकी हालत अधिकतर दयनीय व अमानवीय है जो अपने लोकतांत्रिक देश के लिए दुःख व चिन्ता की बात है। इसके निदान हेतु मानवीय दृष्टिकोण व कानून के राज की सही प्रक्रिया व कार्रवाई जरूरी।
मंडल प्रभारी सर्वेन्द्र अम्बेडकर ने कहा कि अब माननीया राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा ’संविधान दिवस’ पर कल देश के कर्ताधर्ता व नीति निर्धारकों के सामने इस राष्ट्रीय मुद्दे पर चिन्ता व्यक्त करना उचित एवं विचारणीय। देश विकास की ओर, ऐसे में और जेलों की क्या जरूरत। उनके इस मूलभूत प्रश्न पर समुचित विचार व कार्रवाई जरूरी।एससी-एसटी टीचर्स वेलफेयर एसोसिशन के मंडल अध्यक्ष दयाशंकर ने कहा कि भारत की राजनीति का चरित्र लोक कल्याण की संविधान की भावना के विपरीत हो गया है।अम्बेडकर सेवा समिति के महामंत्री राजेश अकेला ने कहा कि राष्ट्रपति की ओर से संविधान दिवस के दिन दिया गया बयान स्वागत योग्य है।भारत सरकार को बहन मायावती की बातों को गंभीरता से लेना चाहिए।बसपा के पूर्व जिला अध्यक्ष सुरेश कमल ने कहा बहन मायावती ही देश में एक मात्र नेता हैं, जो राष्ट्रीय हितों और बहुसंख्यक वर्ग की समस्याओं की चिंता कर रही हैं।वही देश मे कानून का राज ला सकती हैं।