श्री राम और सीता पर विकास दिव्यकीर्ति की टिप्पणी पर विवाद क्यों !
1 min readशुक्रवार से ट्विटर पर सबसे अधिक ट्रेंड करने वाला मुद्दा श्री राम और सीता पर देश की जानी मानी यूपीएससी कोचिंग संस्थान दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति की टिप्पणी रही I उनके द्वारा कोचिंग में श्री राम और सीता पर दिए गए तब का वीडियो वायरल हो रहा है जिसे लेकर विकास दिव्य कीर्ति ट्विटर पर ट्रोल किए जा रहे हैं हालांकि विकास दिव्यकीर्ति ने एक चैनल को दिए गए बयान में कहा है कि उन्होंने जो भी कहा कि
तथ्य परक बात कही है I
क्या है विवाद का कारण —
विहिप नेता साध्वी प्राची ने 45 सेकंड का एक वीडियो अपलोड किया है जिसमें विकास दिव्यकीर्ति द्वारा कोचिंग में छात्रों को पढ़ाते समय माता सीता पर विवादित बयान देते दिखाई दे रहे हैं I जिसे लेकर दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्यकीर्ति विवादों से घिर गए उन्हें ट्विटर पर खूब ट्रोल किया गया और दृष्टि कोचिंग संस्थान वैन कराने की मांग शुरू कर दिया I #BanDrishtiIAS सबसे अधिक ट्रेंड हुआ I लेकिन शाम होते होते विकास दिव्यकीर्ति के समर्थक भी #ISupportDrishtiIAS ट्विटर पर खूब ट्रेंड होने लगा I अब यह बहस का बड़ा मुद्दा बन चुका है उसे लेकर ट्विटर के मैदान में जमकर ट्वीट के तीर चल रहे हैं I इसी बीच जाने-माने क्रिकेटर एवं पूर्व सांसद कीर्ति आजाद विवाद को और तूल देने का कार्य किया I उन्होंने अपने ट्वीट करते हुए लिखा है कि “प्रश्न ये नहीं है कि विकास ने सत्य कहा या असत्य
मगर जिस प्रकार व्यंग्यात्मक ढंग से
उन्होंने बात कही, उससे करोड़ों लोगों
की धार्मिक भावनाएं आहत हुई
हमने नुपुर शर्मा के केस में देखा है
ये पहले भी अनर्गल बातें बोलते रहे
हैं विकास को माफी मांगनी चाहिए, मगर वो छीछलेदारी कर रहे हैं”
इनके ट्वीट पर विकास दिव्य कीर्ति समर्थकों ने लिखा कि सर के तथ्यों महाभारत, वाल्मिकी रामायण को पढ़ना चाहिए I
विकास दिव्य कीर्ति ने आरोपों पर दिये जवाब
दृष्टि आईएएस के संस्थापक विकास दिव्य कीर्ति ने एक चैनल पर अपने ऊपर लगाए गए आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए कहा कि कि हम जो भी कहते हैं, तथ्यपरक कहते हैं I यह वायरल वीडियो 2018-19 का है I जिनके प्रमाण हम साथ में लेकर आए हैं I महाभारत बाल्मीकि रामायण सहित कई अन्य पुस्तकों में उक्त बातों का विवरण दिया गया है I इसे पढ़कर स्वयं समाधान कर सकते हैं, जितना लिखा है उतना ही हम ने कहा है I
आईएस परीक्षाओं में आने वाले प्रश्नों का उत्तर छात्रों को बताना पड़ता है I किसी भी चीज का उत्तर जानने के लिए उसके संदर्भ में जाना पड़ता है और तुलनात्मक तरीके से समझाना पड़ता है I किसी भी वीडियो को वायरल करने से पहले उसको पूरा देखना चाहिए I तदोपरांत आरोप लगाने चाहिए, अगर किसी को मेरी बात से आहत हुआ हो तो उसके लिए क्षमा मांगता हूं I मैं ट्विटर से अधिक समय अध्ययन में लगाता हूं, इसलिए जो भी हम कहते हैं तथ्यपरक और प्रमाणित होता है I लोकतंत्र में सभी को कहने का मौलिक अधिकार है I उन्होंने अपने चाहने वालों से अपील किया कि अंधभक्त होकर मेरी बात को न रखें I उसको देख समझकर ही रखें, विरोध करने वालों से भी यही अपेक्षा करते हैं I इस अवसर पर उन पर लगे आरोपों का भी विस्तार से जवाब दिया I