प्रकृति को आलोकित करती हैं शरद पूर्णिमा के चंद्र की किरणें :गुरुशरणानंद महाराज
1 min read
वृन्दावन, मथुरा ।
परिक्रमा मार्ग स्थित श्रीकृष्ण कृपा धाम में चल रहे त्रिदिवसीय शरदोत्सव के अंतर्गत दूसरे दिन संपन्न हुए संत सम्मेलन की अध्यक्षता करते हुए महामंडलेश्वर कार्ष्णि स्वामी गुरुशरणानंद महाराज ने कहा कि शरद पूर्णिमा पर चंद्रमा से आती अमृतमयी किरणें समूची प्रकृति को आलोकित करती हैं।इससे न केवल प्रकृति अपितु हम सभी का मन भी प्रफुल्लित व पुलकित हो जाता है।
महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज ने कहा कि शरद पूर्णिमा पर श्रीधाम वृन्दावन के वंशीवट पर हुआ महारास धर्म व अध्यात्म जगत का एक प्रमुख आख्यान है। वस्तुत: परमात्मा व जीवात्मा का मधुर मिलन ही महारास का सही अर्थ है। क्योंकि यह गोपियों द्वारा अपने मोक्ष की कामना से किया गया था।
महामंडलेश्वर स्वामी चित्तप्रकाशानंद महाराज एवं बाबा भूपेंद्र सिंह (पटियाला) ने कहा कि श्रीकृष्ण कृपा धाम के संस्थापक महामंडलेश्वर गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद महाराज श्रीमद्भगवद गीता का प्रचार-प्रसार कर असंख्य व्यक्तियों का कल्याण कर रहे हैं।उन्होंने श्रीमद्भगवद्गीता की जन्म स्थली कुरुक्षेत्र में गीता ज्ञान संस्थानम् की स्थापना करके धर्म व अध्यात्म जगत की अविस्मरणीय सेवा की है।
श्रीराम सेवा आश्रम के संचालक संत प्रवर नवलराम महाराज एवं महामंडलेश्वर ज्ञानानंद तीर्थ महाराज ने कहा कि श्रीकृष्ण कृपा धाम न केवल श्रीधाम वृन्दावन में वल्कि देश के अन्य प्रांतों के विभिन्न स्थानों पर अपनी शाखाएं संचालित करके विभिन्न सेवा प्रकल्प चलाकर लोक कल्याण और भगवदगीता के प्रचार-प्रसार में पूर्ण समर्पण के साथ जुटा हुआ है।
इस अवसर पर ब्रज सेवा संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गोपाल चतुर्वेदी,भागवताचार्य श्रीराम मुदगल, महामंडलेश्वर स्वामी राधाप्रसाद देव जू महाराज,महंत मोहिनीशरण महाराज,अवधधाम के संचालक राधे राधे महाराज, पंडित बिहारीलाल वशिष्ठ, गोविंद ब्रह्मचारी, वासुदेव शरण, शक्ति ब्रह्मचारी, रामकथा प्रवक्ता अशोक व्यास, विपिन बापू, संगीतज्ञ स्वामी देवकीनंदन शर्मा, वेद पाराशर, डॉ. अनूप शर्मा,युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा,सुरेश अरोड़ा, मोहन गोयल,संत सेवानंद ब्रह्मचारी,चित्रकार द्वारिका आनंद,एडवोकेट महेंद्र प्रताप सिंह, प्रमुख समाजसेवी श्याम वर्मा, देवेंद्र शर्मा, संजय शर्मा, आदि के अलावा विभिन्न प्रांतों से आए असंख्य भक्त श्रद्धालु उपस्थित थे।
इससे पूर्व संतों एवं भक्तों के द्वारा संगीतमय सुंदरकांड का पाठ किया गया। रात्रि को प्रख्यात भजन गायक बाबा चित्र-विचित्र महाराज,महावीर शर्मा और रतन रसिक की भजन संध्या का आयोजन सम्पन्न हुआ।जिसमें उन्होंने श्रीराधाकृष्ण की महिमा से ओतप्रोत भजन गाकर सभी को भाव-विभोर कर दिया।इस महोत्सव में मेदांता मेडिसिटी (गुरुग्राम) के डॉ. अशोक सम्राट के नेतृत्व में निःशुल्क चिकित्सा शिविर लगाया गया।जिससे सैकड़ों व्यक्ति लाभान्वित हुए I