Violence in France : नेपाल से लेकर फ्रांस तक हिंसा का तांडव
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विशेष रिपोर्ट -लोकदस्तक संवाददाता
पेरिस, फ्रांस।
फ्रांस की राजधानी पेरिस एक बार फिर हिंसक झड़पों का गवाह बनी। शहर के कई हिस्सों में प्रदर्शनकारियों और पुलिस बल के बीच तनाव इस कदर बढ़ा कि हालात नियंत्रण से बाहर होते दिखाई दिए। सड़कों पर उतरे प्रदर्शनकारियों ने नारों, बैनरों और पथराव के जरिए अपनी नाराज़गी जताई, वहीं पुलिस ने स्थिति संभालने के लिए बल प्रयोग किया।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, शुरूआत में प्रदर्शन शांतिपूर्ण दिख रहा था लेकिन धीरे-धीरे भीड़ बेकाबू हो गई। प्रदर्शनकारियों ने बैरिकेड्स तोड़े, कई जगहों पर सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया और पुलिस पर पथराव किया। इसके जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। कुछ जगहों पर वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया ताकि भीड़ को तितर-बितर किया जा सके।
मौके पर हालात इतने बिगड़े कि कई इलाकों में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। दुकानों और वाहनों को नुकसान पहुंचने की खबरें भी सामने आईं। कई प्रदर्शनकारी पुलिस की गिरफ्त में आए, वहीं झड़पों के दौरान दोनों पक्षों के लोग घायल भी हुए।
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि कानून व्यवस्था बनाए रखना उनकी प्राथमिकता है और किसी भी तरह की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दूसरी ओर, प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि पुलिस ने जरूरत से ज्यादा बल प्रयोग किया, जिससे गुस्सा और भड़क उठा।
पेरिस में इस तरह की झड़पें एक बार फिर इस बात को उजागर करती हैं कि जनता और प्रशासन के बीच टकराव लगातार गहराता जा रहा है। भीड़ की संख्या, उनका आक्रोश और पुलिस की कड़ी कार्रवाई ने स्थिति को और तनावपूर्ण बना दिया।
इस टकराव ने पेरिस की सड़कों को युद्ध क्षेत्र जैसा बना दिया, जहां हर तरफ धुआं, नारेबाजी और भागदौड़ का माहौल देखने को मिला। शहर का सामान्य जीवन प्रभावित हुआ और कई इलाकों में आवाजाही ठप पड़ गई।