ट्रैक्टर-ट्राली पलटने से 26 मरे, दर्दनाक हादसे पर पीएम व सीएम ने जताया दुःख
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कानपुर I
उत्तर प्रदेश के कानपुर जिले में नवरात्र के अवसर पर मां चंद्रिका देवी मंदिर से दर्शन करके लौट रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्रैक्टर ट्राली बीती रात भीतर गांव के पास सड़क के किनारे एक गहरे गड्ढे में जा गिरी जिसमें पानी भरा हुआ था I ट्राली के पलटते ही 26 जिंदगियां काल के गाल में समा गई I कोई चींख-पुकार भी ना सका I उन्हें क्या पता था कि मंदिर से निकलने की बाद रास्ते में काल उनका इंतजार कर रहा है I मिली जानकारी के मुताबिक कानपुर जिले के कोथरा गांव के करीब 50 लोग एक ट्रैक्टर में भरकर मां चंद्रिका देवी के मंदिर दर्शन करने गए जब वो रात में लौट रहे थे साढ -घाटमपुर मार्ग पर भीतर गांव के पास अचानक ट्रैक्टर अनियंत्रित होकर सड़क के किनारे गहरे गड्ढे जाकर ट्राली पलट गई ,और उसी के नीचे सभी सवारियां दब गई I बताते हैं कि करीब एक घंटे तक सभी दबे रहे.I कुछ लोगों ने ट्राली सीधी करने का प्रयास किया, लेकिन नहीं हो पायी I बाद में पुलिस और ग्रामीणों की मदद से ट्राली को सीधा किया गया और उसके नीचे दबे लोगों को निकाला गया I लेकिन तब तक काफी देर हो चुकी थी I उस समय वहां मौजूद लोगों ने खौफनाक मंजर को देखकर सहम गए I एक ही साथ 26 जिंदगियां मौत के मुंह में समा चुकी थी I बताया जाता है कि घटना से पूर्व एक छोटे से ढाबे पर ही लोग रुक कर चाय-नाश्ता किया था I वह क्या पता था यह उनका आखिरी नाश्ता साबित होगा और डेढ़-2 मिनट बाद ही हादसा हो गया I मरने वालों में महिलाएं और बच्चे शामिल हैं I चार लोग गम्भीर रूप से घायल हुए हैं I मरने वालों में नौ बच्चे, 12 महिलाएं और पांच किशोर हैं।
बेबस होकर देखते रह गए लोग
हादसे को देख राहगीर भी वहीं पर खड़े हो गए थे। हर किसी को पता था कि ट्रॉली के नीचे पानी के भीतर दर्जनों लोग दबे हैं। वह बिलख रहे थे कि किसी तरह से उनको बाहर निकाल लिया जाए वरना वो मर जाएंगे, लेकिन उनके वश में नहीं था। वह बेबस व असहाय होकर देखते रह गए। क्योंकि दो चार दस लोगों के वश में नहीं था कि वह ट्रॉली हटाकर उनको बाहर निकाल पाएं। हादसा देख ग्रामीणों के हाथ पैर फूल गए। मौके पर पहुंचे पुलिसकर्मी भी सन्न रह गए। तमाम लोग ऐसे थे जिनकी आंखों से आंसू गिरने लगे। किसी को यकीन नहीं हो रहा था कि इतना भीषण हादसा हुआ और दर्जन लोगों की मौत हो गई। इस दर्दनाक हादसे को देख लोगों की आंखें नम हो गई , फिर भी हिम्मत बांध कर इनकी लाशें निकालते हुए दिखे I
मृतकों के नाम –
रामजानकी (60), कलावती(50), तारादेवी (50), विनीता (36), मिथिलेश (50), केसकली (40), पलक (4), अंजली (13), किरन (15), खुशी (16), मनीषा (17), अनीता (35), रवि (10), जयदेवी (50), छोटू (12), गीता (50), मायावती (50), ऊषा (45), शिवानी (12), रानी (50), सुनीता (15), पार्वती (65), रचना (12) व दिव्या (3) शिवम (4), सानवी (5) I
पीएम मोदी ने प्रकट किया दुःख
कानपुर में ट्रैक्टर-ट्राली दुर्घटना से व्यथित हूं। मेरी संवेदनाएं उन सभी लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपनों को खोया है। घायलों के लिए प्रार्थना करते हैं। स्थानीय प्रशासन प्रभावितों को हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है I अनुग्रह राशि रूप में प्रत्येक मृतक के परिजन को पीएमएनआरएफ से 2-2 लाख का भुगतान किया जाएगा। घायलों को 50 हज़ार की सहायता दी जाएगी I
सीएम योगी ने जताया दुःख और की अपील
हादसे के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने ट्वीट कर कहा कि इस दुर्घटना में हुई जनहानि अत्यंत दु:खद है।
मेरी संवेदनाएं शोकाकुल परिजनों के साथ हैं।
प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्माओं को अपने श्री चरणों में स्थान तथा मृतकों के परिजनों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। श्री योगी ने लोगों से अपील की कि प्रिय प्रदेशवासियों, ट्रैक्टर-ट्रॉली का उपयोग सिर्फ कृषि कार्यों और माल ढुलाई के लिए ही करें। इससे सवारियों की ढुलाई कदापि न करें, जीवन अमूल्य है, कृपया लापरवाही न बरतें।
परिजनों को ढांढस दिलाने पहुंची केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति
कानपुर में ट्रैक्टर ट्रॉली हादसे में मारे गए लोगों के परिवारीजनों को ढांढस बंधाने के लिए केंद्र सरकार की तरह से केंद्रीय मंत्री साध्वी निरंजन ज्योति कोरथा गांव पहुंची हैं। बताया जा रहा है कि मारे गए लोगों के परिवारीजनों से मिलने सीएम योगी भी जा सकते हैं।
रात भर चला मृतकों का पोस्टमार्टम
सभी 26 शवों का रात भर दोबारा पोस्टमार्टम चलता रहा और सुबह 4:00 बजे तक पोस्टमार्टम का कार्य जाकर पूरा हुआ I इस मौके पर प्रदेश सरकार के मंत्रियों राकेश सचान, अजीत पाल सिंह, सांसद देवेंद्र सिंह भोले, विधायक अभिजीत सिंह सांगा भी रात भर डटे रहे। डीएम एवं एसपी भी अपने अमले के साथ सारी रात जागते रहे I
ड्योढी घाट पर हुआ शवों का अंतिम संस्कार
सभी शवों को पोस्टमार्टम के उपरांत सुबह 07 बजे से एम्बुलेंस से कोरथा गांव पहुंचना शुरू हो गया I शवों के पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया I हर व्यक्ति बदहवास सा अपनों से मिलने दौड़ पड़ा I इन सभी शवों का देवरी घाट पर दाह संस्कार प्रशासन की निगरानी में किया गया जिससे कोई बदइंतजामी ना होने पाए I शवों को एंबुलेंस से घाट तक पहुंचाया गया I