MAHAKUMBH 2025, RAM MANDIR: अयोध्या में श्रद्धालुओं का सैलाब, राम मंदिर दर्शन के लिए उमड़ी भक्तों की भीड़
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NEWS DESK LUCKNOW।
प्रयागराज महाकुंभ स्नान करने वालों की संख्या 30 करोड़ पार कर गई है ।शुक्रवार को करीब एक करोड़ 30 लाख तीर्थयात्रियों ने स्नान किया। उधर, कुंभ मेला स्नान के बाद श्रद्धालुओं का सैलाब वाराणसी, अयोध्या, चित्रकूट में उमड़ रहा है। अयोध्या और काशी में पिछले चार दिनों में एक करोड़ तीर्थयात्री पहुंच चुके हैं।
प्रयागराज से लेकर, फतेहपुर, कौशांबी, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर, अमेठी,वाराणसी और अयोध्या तक जाम देखने को मिल रहा है। कई जगह वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं।
हाल ही में अयोध्या के राम मंदिर में श्रद्धालुओं की अभूतपूर्व भीड़ देखी गई है। महाकुंभ के बाद बड़ी संख्या में भक्त अयोध्या की ओर रुख कर रहे हैं, जिसके परिणामस्वरूप 30 घंटों में लगभग 25 लाख श्रद्धालु रामलला के दर्शन के लिए पहुंचे हैं।
भीड़ की अप्रत्याशित वृद्धि के कारण अयोध्या के प्रमुख मार्गों, जैसे रामपथ, जन्मभूमि पथ, भक्तिपथ, और धर्मपथ पर भारी जाम की स्थिति उत्पन्न हो गई है। प्रशासन ने भीड़ प्रबंधन के लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती, वाहनों के प्रवेश पर रोक और निकासी मार्गों में बदलाव जैसे कदम उठाए हैं।
श्रीराम जन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने क्षेत्रीय श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे अपनी यात्रा को कुछ समय के लिए स्थगित करें, ताकि भीड़ प्रबंधन में सहायता मिल सके। प्रशासन ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कई उपाय किए हैं, जैसे बड़े वाहनों का डायवर्जन, ठहरने के लिए आश्रय स्थलों में 20,000 लोगों के लिए व्यवस्था, और चौक-चौराहों पर सजावट।
सुरक्षा के मद्देनजर, राम मंदिर और हनुमानगढ़ी पर अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है, जिसमें महिला पुलिस कर्मी भी शामिल हैं। श्रद्धालुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए प्रशासन ने अयोध्या धाम परिक्षेत्र और पूरा ब्लॉक के निगम के विस्तारित क्षेत्र में 5 फरवरी तक कक्षा 12 तक के सभी स्कूल बंद करने का निर्णय लिया है। लेकिन प्रशासन और ट्रस्ट द्वारा की गई अपीलों के बावजूद रामलला के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है।
लाखों की संख्या में लोग प्रयागराज महाकुंभ में पवित्र स्नान के बाद अयोध्या पहुंच रहे हैं, जिससे यहां ‘एक पंथ दो काज’ की स्थिति बन गई है। राम नगरी अयोध्या में इन दिनों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है। पूरी अयोध्या श्रद्धालुओं से खचाखच भरी हुई है। राम मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की कई किलोमीटर लंबी लाइनें लगी हैं, लेकिन इसके बावजूद उनके उत्साह में कोई कमी नहीं देखी जा रही है।
मंदिर प्रशासन श्रद्धालुओं को मंदिर की क्षमता के अनुसार प्रवेश दे रहा है, जिससे दर्शन व्यवस्था सुचारू बनी रहे। प्रशासन ने आसपास के जिलों अमेठी, बाराबंकी, सुल्तानपुर अम्बेडकर नगर, बस्ती, गोण्डा आदि जनपदों की सीमाओं को सील कर दिया है, ताकि अयोध्या में उमड़े सैलाब को रोका जा सके। कई जगहों पर सड़कों को वन-वे कर दिया गया। आसपास जनपदों की पुलिस लोगों को अभी अयोध्या न जाने की सलाह देते देखे जा रहे हैं और उन्हें रुक कर जाने की बात कह रहे हैं।
अयोध्या में 20 से 25 लाख के करीब रोजाना श्रद्धालु पहुंच रहे हैं
रामनगरी में श्रद्धालुओं के आने का सिलसिला अभी थमा नहीं है। शुक्रवार को भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे। हनुमानगढ़ी और राम मंदिर में देर शाम तक दर्शन पूजन चला। दो फरवरी को पड़ने वाली वसंत पंचमी के बाद तक अयोध्या में ऐसी भीड़ जुटी रहने की संभावना जताई जा रही है। जानकारों के मुताबिक रोजाना तकरीबन 20 से 25 लाख के करीब श्रद्धालु अयोध्या पहुंचे हैं।यह शहर की आबादी से कहीं ज्यादा हैं। वहीं व्यवस्थाओं को नियंत्रित करते हुए अधिकारी जुटे हुए हैं।
वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी हवाई सर्वेक्षण कर न सिर्फ अपने आराध्य को प्रणाम किया बल्कि रामनगरी की व्यवस्थाओं का भी नजारा देखा। प्रयागराज के महाकुंभ में पहुंची श्रद्धालुओं की अपार भीड़ अयोध्या रुख कर चुकी है। पहले मकर संक्रांति और उसके बाद 26 जनवरी से अयोध्या में जुटी भीड़ ने अब तक के सारे रिकार्ड तोड़ दिए हैं।रोजाना तीन लाख के करीब श्रद्धालु रामलला के दर्शन कर रहे हैं। पांच लाख से अधिक हनुमानगढ़ी में माथा टेक रहे हैं।
अयोध्या धाम में भीड़ बढ़ते ही गलियों में बैरिकेडिंग कर दी गई है, ताकि कोई भी इधर-उधर से प्रवेश न कर सके। हाईवे पर वाहन रोके गए हैं। द्वारों से धाम में वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। हनुमानगढ़ी पर मौजूद एडिशनल एसपी डॉ राजेश तिवारी ने श्रद्धालुओं पर पुष्प वर्षा की। प्रशासनिक व्यवस्थाओं को देखते हुए श्रद्धालु उत्साहित दिखे।
अयोध्या प्रवास रहेंगे एडीजी जोन लखनऊ
प्रयागराज जैसी घटना दोबारा कहीं न हो इसलिए अधिकारियों को लगातार निर्देशित किया जा रहा है। योगी सरकार ने अयोध्या में एडीजी जोन लखनऊ एसबी शिरोडकर को लगाया है। वह नियमित मण्डलायुक्त गौरव दयाल व आईजी प्रवीण कुमार के साथ निरीक्षण कर व्यवस्थाओं को दुरुस्त करा रहे हैं।
मण्डलायुक्त गौरव दयाल व आईजी प्रवीण कुमार ने महाकुम्भ 2025 के दौरान लाखों की संख्या में अयोध्या पहुंच रहे श्रद्वालुओं को उन्हें श्रीराम मंदिर के सुगम दर्शन आदि की व्यवस्था के सम्बंध में श्रीराम मंदिर परिसर सहित अन्य स्थलों का भौतिक अवलोकन किया। दोनों अधिकारियों द्वारा श्रीराम मंदिर परिसर में सिंह द्वार, पीएफसी सेन्टर सहित अन्य प्रमुख स्थलों का निरीक्षण कर वहां उपस्थित सुरक्षा अधिकारियों को सुरक्षा के दृष्टि से आवश्यक दिशा निर्देश दिये गये।
अगले चरण में अधिकारी द्वय द्वारा भक्ति पथ, हनुमानगढ़ी परिसर आदि का भी निरीक्षण किया गया। इस दौरान श्री हनुमानगढ़ी के दर्शन हेतु अपनी बारी का इंतजार कर रहे श्रद्वालुओं से उनके आगमन स्थान सहित अन्य बिन्दुओं के बारे में जानकारी प्राप्त करते हुये श्रद्वालुओं को प्रशासन के सहयोग का सहयोग करने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया। वही आईजी प्रवीण कुमार ने बताया है कि रोजाना लगभग 20 से 25 लाख श्रद्धालु अयोध्या पहुंच रहे हैं।
अयोध्या में भीड़ के दबाव को कम किया जा सके इसके लिए नगर के बाहर होल्डिंग एरिया बनाये गए हैं। अयोध्या धाम में श्रद्धालुओं का दबाव बढ़ते ही गोंडा व प्रयागराज मार्ग पर बने होल्डिंग एरिया में श्रद्धालुओं को रोक लिया जाता है। रुक-रुक कर श्रद्धालुओ को रवाना किया जाता है। अयोध्या में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं।
अयोध्या प्रशासन ने हाइटेक ड्रोन की मदद से क्षेत्र की निगरानी शुरू कर दी है। यह ड्रोन 120 मीटर की ऊंचाई तक उड़ने और 3 से 5 किलोमीटर के दायरे में निगरानी करने में सक्षम है। इन ड्रोन्स के माध्यम से आने जाने वाले श्रद्धालुओं पर नजर रखी जा रही है। महाकुंभ से रामनगरी अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं/पर्यटकों को शीत ऋतु में ठंड से बचाव के लिए महानगर में 16 स्थल पर आश्रय स्थल/विश्राम स्थल व टेंट सिटी की व्यवस्था की गई है। इसमें 25 हजार लोगों के ठहरने के प्रबंध हैं।श्रद्धालुओं की सुविधार्थ के लिए पेयजल,प्रसाधन,अलाव आदि मूलभूत सुविधाओं की व्यवस्था उपलब्ध है।
यात्रियों को आश्रय स्थल तक ले जाने के लिए 18 गोल्फ कार्ट लगाए
नगर आयुक्त संतोष कुमार शर्मा द्वारा नयाघाट पुलिस चौकी से संत तुलसीदास घाट मार्ग तक अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए निगम द्वारा की गई समस्त व्यवस्थाओं का पैदल भ्रमण किया गया।इस दौरान मार्ग पर श्रद्धालुओं की सुविधाओं के लिए किए गए सुधार कार्यों, सफाई व्यवस्था, यातायात व्यवस्था व अन्य संबंधित सुविधाओं की स्थिति का जायजा लिया गया। नगर आयुक्त संतोष शर्मा ने बताया की अयोध्या धाम के अंतर्गत यात्रियों को सड़क से ले जाकर उनका आश्रय स्थल तक छोड़ने के लिए अयोध्या धाम में 12 व अयोध्या कैंट में 6 गोल्फ कार्ट लगाए गए हैं।
ये बने आश्रय व विश्राम स्थल
फटिक शिला ,सरयू आश्रय स्थल(साकेत पेट्रोल पंप के बगल),अयोध्या धाम रेलवे स्टेशन,निषादराज गुहा आश्रय स्थल,कलेक्ट्रेट के पीछे पार्किंग में,भजन संध्या स्थल,रामकथा पार्क,उदया चौराहा के पास,रामघाट हाल्ट,रेलवे स्टेशन कैंट,बस स्टेशन कैंट,गांधी पार्क,क्वीन हो पार्क,राम की पैड़ी,तुलसी उद्यान,बाग विजेसी।
- हाईवे पर प्रतिबंध के कारण श्रद्धालु ग्रामीण मार्गों का ले रहे सहारा
प्रयागराज से अयोध्या आने वाले श्रद्धालु हाईवे पर प्रतिबंध होने के कारण वैकल्पिक ग्रामीण मार्गों का उपयोग कर रहे हैं। इसी दौरान एक बड़ा हादसा हो गया। थाना तारून क्षेत्र के ककोली गांव के पास एक श्रद्धालु की कार असंतुलित होकर एक मकान में घुस गई, जिससे घर क्षतिग्रस्त हो गया।
हादसे में दार्जिलिंग निवासी एक श्रद्धालु का पैर टूट गया, जबकि कई अन्य को हल्की-फुल्की चोटें आई हैं। बताया जा रहा है कि कार गूगल मैप के सहारे चल रही थी और अनजान ग्रामीण रास्तों पर आ गई, जहां मोड़ पर नियंत्रण खोने से यह दुर्घटना हो गई।
हादसे के बाद स्थानीय लोगों ने तत्काल घायलों की मदद की और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर घायलों को प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल भिजवाया। इस घटना से ग्रामीण रास्तों पर बढ़ते यातायात और सुरक्षा इंतजामों की कमी को लेकर चिंता बढ़ गई है।प्रशासन से श्रद्धालुओं की सुरक्षित आवाजाही सुनिश्चित करने की मांग की जा रही है, ताकि ऐसे हादसों को रोका जा सके।
जगह जगह श्रद्धांलुओं के लिए भंडारे की व्यवस्था
अयोध्या के लिए दर्शन जा रहे जाम में फंसे श्रद्धांलुओं के लिए स्थानीय लोगों ने जगह जगह भंडारे की व्यवस्था की गई है, जहाँ पर जाम में फंसे भूखे प्यासे लोगों के खाना और पानी के साथ रहने की व्यवस्था भी कर रहे हैं।