DR MANMOHAN SINGH : सदा के लिए मौन हो गए मनमोहन सिंह…..
1 min readPRESENTED BY NEERAJ SINGH
NEWS DESK NEW DELHI I
दो बार देश प्रधानमंत्री बने डॉ मनमोहन सिंह 92 वर्ष की उम्र में दिल्ली स्थित एम्स में निधन हो गया है I उन्हें फेफड़े में संक्रमण की वजह से इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया था I उनके पार्थिव शरीर को उनके आवास पर लाया गया है I उनके निधन की सूचना पर पूरे देश में शोक की लहर फैल गई I
उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करने देश के राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ,प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीता रमन ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के आवास पहुंचे I
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्षा सोनिया गांधी, विपक्ष के नेता राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खरगे ,प्रियंका गांधी ,अखिलेश यादव, सहित बड़ी संख्या राजनेता उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की I विदेशों के श्रीलंका, बांग्लादेश सहित अनेक राष्ट्राध्यक्ष एवं प्रधान मंत्री ने शोक व्यक्त किया है I सरकार की कैबिनेट की बैठक में भी शोक प्रस्ताव रखा गया I
कल सुबह 11 बजे उनका अंतिम संस्कार हो सकता है। कांग्रेस मुख्लालय में उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी।। केंद्र सरकार ने पूर्व पीएम के निधन पर सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। बताया जा रहा है कि उनकी एक बेटी विदेश में हैं । उनके आने के बाद ही डॉ. मनमोहन सिंह को अंतिम विदाई दी जाएगी।
मनमोहन सिंह, भारतीय राजनीति के एक महत्वपूर्ण चेहरा, भारत के 13वें प्रधानमंत्री थे। उनका कार्यकाल 2004 से 2014 तक था। उन्हें भारतीय अर्थव्यवस्था के सुधारक के रूप में जाना जाता है, जिन्होंने 1991 में आर्थिक उदारीकरण के महत्वपूर्ण निर्णयों का नेतृत्व किया। वह एक शांत और संयमित व्यक्तित्व के मालिक थे, जिनकी नीतियाँ बुनियादी सुधारों की दिशा में कारगर साबित हुईं। सिंह जी के समय में भारत ने वैश्विक स्तर पर अपनी आर्थिक स्थिति को मजबूती दी, लेकिन उनकी सरकार को कई राजनीतिक और आर्थिक चुनौतियों का भी सामना करना पड़ा। उनका योगदान भारतीय राजनीति और अर्थव्यवस्था में सदैव याद रखा जाएगा।
मनमोहन सिंह का जीवन परिचय एवं शिक्षा-दीक्षा
देश के 13 वें प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह एक राजनीतिक शख्सियत के साथ ही एक जानेमाने अर्थशास्त्री भी थे I इनका जन्म 26 सितंबर 1932 को पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के गाह में हुआ था I 1947 के विभाजन में इनका परिवार भारत आ गया था I इनका विवाह 1958 में गुरुशरण कौर के साथ हुआ I इनके तीन बच्चे हैं I इन्होंने विश्वविद्यालय से परास्नातक और कैम्ब्रिज के आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र में डीफिल किया I
मनमोहन सिंह का नौकरशाही एवं राजनीतिक सफरनामा
मनमोहन सिंह ने 1966 से 1969 तक संयुक्तराष्ट्र के लिए कार्य किया I इसके उपरांत उन्हें वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में सलाहकार बनाया गया और यहीं से नौकरशाह के रूप में स्थापित हुए I श्री सिंह 1970 और 1980 के दशक में भारत सरकार के मुख्य आर्थिक सलाहकार (1972-1976),रिजर्व बैंक गवर्नर (1982-1985), योजना आयोग के प्रमुख जैसे विभिन्न पदों के लिए कार्य किया I
1991 में कांग्रेस के नरसिम्हा राव की सरकार में इन्हें वित्तमंत्री के रूप में मंत्रिमंडल में शामिल किया गया I इसी के साथ ही इनका राजनीतिक कैरियर की शुरुआत हुई I श्री सिंह जब वित्तमंत्री बने तो उस समय देश गम्भीर आर्थिक संकट से गुजर रहा था I लेकिन इन्होंने अपनी आर्थिक नीतियों से जिसका इन्हें काफी विरोध भी झेलना पड़ा, लेकिन डिगे नहीं I इसी का परिणाम था कि देश की अर्थव्यवस्था में सकारात्मक सुधार हुआ I और ये अच्छे अग्रणी अर्थशास्त्री के रूप में प्रतिष्ठा पाए I
1996 में सरकार बदली I अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री बने और मनमोहन सिंह 1998-204 तक राज्यसभा में विपक्ष के नेता थे I 2004 के आम चुनाव में कांग्रेस की अगुवाई में यूपीए की सरकार बनी l
सुषमा स्वराज ने सोनिया गांधी की प्रधानमंत्री बनने की संभावना पर एक तीव्र प्रतिक्रिया व्यक्त की थी। सोनिया गांधी ने अपने निर्णय से इस आलोचना को दरकिनार करते हुए डॉ. मनमोहन सिंह को प्रधानमंत्री के रूप में प्रस्तावित किया। सोनिया गांधी ने इनको प्रधान मंत्री की कुर्सी सौंप दी I
पांच साल के कार्यकाल के बाद 2009 में बढ़े बहुमत के साथ मनमोहन सिंह के नेतृत्व में यूपीए सरकार दोबारा बनी I 2014 में कार्यकाल समाप्त होते ही अपने को पीएम की दौड़ से बाहर कर लिया I ये लोकसभा के लिए कभी चुने नहीं गए I 1991 से 2019 तक असम और 2019 से 2024 तक राजस्थान से राज्यसभा का प्रतिनिधित्व किया I
डॉ. मनमोहन सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान न केवल आर्थिक सुधारों को गति दी, बल्कि अपने संयमित नेतृत्व से देश को नई दिशा दी। 10 वर्षों तक उनके शासन ने बीजेपी को सत्ता से दूर रखा। उनके निधन की खबर भारतीय राजनीति में एक युग के अंत का प्रतीक है। उनकी सादगी और निस्वार्थ सेवा को हमेशा याद किया जाएगा।
मनमोहन सिंह के निधन पर शोक
पूर्व प्रधानमंत्री के निधन पर अनेक राजनीतिक हस्तियों ने सोशल मीडिया के X पर शोक संवेदना व्यक्त किया है I जिनमें राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री सहित अनेक गणमान्य लोग शामिल हैं —-
राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू
पूर्व प्रधान मंत्री डॉ. मनमोहन सिंह जी उन दुर्लभ राजनेताओं में से एक थे, जिन्होंने शिक्षा और प्रशासन की दुनिया में भी समान सहजता से काम किया। सार्वजनिक कार्यालयों में अपनी विभिन्न भूमिकाओं में, उन्होंने भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें राष्ट्र के प्रति उनकी सेवा, उनके बेदाग राजनीतिक जीवन और उनकी अत्यंत विनम्रता के लिए हमेशा याद किया जाएगा।
उनका निधन हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है।’ मैं भारत के सबसे महान सपूतों में से एक को आदरपूर्वक श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं और उनके परिवार, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति अपनी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी
डॉ. मनमोहन सिंह जी को उनके आवास पर श्रद्धांजलि अर्पित की। भारत हमारे राष्ट्र के लिए उनके योगदान को हमेशा याद रखेगा। भारत अपने सबसे प्रतिष्ठित नेताओं में से एक डॉ. मनमोहन सिंह जी के निधन पर शोक मनाता है। साधारण परिवार से उठकर वह एक प्रतिष्ठित अर्थशास्त्री बने। उन्होंने वित्त मंत्री सहित विभिन्न सरकारी पदों पर कार्य किया और वर्षों तक हमारी आर्थिक नीति पर एक मजबूत छाप छोड़ी। संसद में उनका हस्तक्षेप भी व्यावहारिक था। हमारे प्रधान मंत्री के रूप में, उन्होंने लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए व्यापक प्रयास किए।
राहुल गांधी की संवेदना
मनमोहन सिंह जी ने असीम बुद्धिमत्ता और निष्ठा के साथ भारत का नेतृत्व किया। उनकी विनम्रता और अर्थशास्त्र की गहरी समझ ने देश को प्रेरित किया। श्रीमती कौर और परिवार के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना। मैंने एक गुरु और मार्गदर्शक खो दिया है। हममें से लाखों लोग जो उनके प्रशंसक थे, उन्हें अत्यंत गर्व के साथ याद करेंगे।
प्रियंका गांधी ने जताया दुःख
सरदार मनमोहन सिंह जी ने जो सम्मान दिया, वैसा राजनीति में कम ही लोग प्रेरित करते हैं। उनकी ईमानदारी हमारे लिए हमेशा प्रेरणा बनी रहेगी और वह हमेशा उन लोगों के बीच खड़े रहेंगे जो वास्तव में इस देश से प्यार करते हैं, एक ऐसे व्यक्ति के रूप में जो अपने विरोधियों द्वारा अनुचित और गहरे व्यक्तिगत हमलों के बावजूद देश की सेवा करने की अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ रहे।
वह अंत तक वास्तव में समतावादी, बुद्धिमान, दृढ़ इच्छाशक्ति वाले और साहसी थे। राजनीति की कठिन दुनिया में एक अद्वितीय प्रतिष्ठित और सज्जन व्यक्ति। पूर्व प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह जी हमारे लिए अभिभावक और मार्गदर्शक थे, जिन पर हमें सदैव गर्व रहेगा। वे देश के करोड़ों लोगों के लिए आदर्श थे। वे सेवा, सादगी और समर्पण की मिसाल थे। आज करोड़ों आंखें नम हैं। भावभीनी श्रद्धांजलि I
सपा राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव
महान देशभक्त भूतपूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह जी को श्रद्धा सुमन अर्पण!
एक वित्तमंत्री और प्रधानमंत्री के रूप में आपने जो नींव रखी थी, आज जो भी परिवर्तन है उसके पीछे आपकी ही प्रेरणा और आपका बुनियादी काम रहा। यही आगे भी नये भारत को दिशाबोध कराता रहेगा, नयी राह बनाता रहेगा।
सादर नमन!
मनमोहन सिंह जी ने बारे में किसी ने सही कहा कि
जमाना कर ना सका उसकें कद का अंदाजा
वो आसमान था मगर सर झुका के चलता था।