मंजुल मंगल मूल बाम अंग फरकन लगे
1 min readअमेठी। विकासखंड गौरीगंज के मऊ गांव में विधायक राकेश प्रताप सिंह के यहा चल रही श्री राम कथा के पंचम दिवस कथावाचक स्वामी प्रणव पुरी महाराज ने पुष्प वाटिका और धनुष यज्ञ प्रसंग का बहुत ही मार्मिक वर्णन किया।उन्होंने बताया कि जनकपुर में धनुष यज्ञ का आयोजन देखने के लिए मुनि विश्वामित्र अपने शिष्य श्रीराम और लक्ष्मण महाराज को लेकर मिथिला जा रहे थे।रास्ते में पुष्प वाटिका में ठहरे। जहां पूजन के लिए श्री राम और लक्ष्मण महाराज फूल लेने गए थे। उधर गौरी पूजन के लिए माता सीता जी आई थी। एक सखी ने इन दोनों कुमारों की सुंदरता का वर्णन सीता जी से किया।लता की ओट से जानकी ने उन्हें देखा।उधर श्री राम जी की दृष्टि पड़ी।भए बिलोचन चारु अचंचल। मनहुँ सकुचि निमि तजे दिगंचल।काफी देर होती देख सखियों ने टोंका।सकुचा कर जानकी जी चल पड़ी।जानि कठिन सिवचाप बिसूरति। चली राखि उर स्यामल मूरति॥
प्रभु जब जात जानकी जानी। सुख सनेह सोभा गुन खानी।शिवजी के धनुष को कठोर जानकर वे विसूरती हुई हृदय में श्री रामजी की साँवली मूर्ति को रखकर चलीं। शिवजी के धनुष की कठोरता का स्मरण आने से उन्हें चिंता होती थी कि ये सुकुमार रघुनाथजी उसे कैसे तोड़ेंगे। पिता के प्रण की स्मृति से उनके हृदय में क्षोभ था ही इसलिए मन में विलाप करने लगीं। प्रेमवश ऐश्वर्य की विस्मृति हो जाने से ही ऐसा हुआ फिर भगवान के बल का स्मरण आते ही वे हर्षित हो गईं और साँवली छबि को हृदय में धारण करके चलीं।प्रभु श्री रामजी ने जब सुख, स्नेह, शोभा और गुणों की खान श्री जानकीजी को जाती हुई जाना। परम प्रेममय मृदु मसि कीन्ही। चारु चित्त भीतीं लिखि लीन्ही।
गई भवानी भवन बहोरी। बंदि चरन बोली कर जोरी॥तब परमप्रेम की कोमल स्याही बनाकर उनके स्वरूप को अपने सुंदर चित्त रूपी भित्ति पर चित्रित कर लिया। सीताजी भवानीजी के मंदिर में गईं और उनके चरणों की वंदना करके हाथ जोड़कर बोलीं। जानि गौरि अनुकूल सिय हिय हरषु न जाइ कहि।
मंजुल मंगल मूल बाम अंग फरकन लगे।गौरीजी को अनुकूल जानकर सीताजी के हृदय को जो हर्ष हुआ, वह कहा नहीं जा सकता। सुंदर मंगलों के मूल उनके बाएँ अंग फड़कने लगे। स्वामी जी ने यह प्रसंग बहुत विस्तृत रूप से वर्णित करते हुए आगे धनुष यज्ञ के प्रसंग को विस्तार पूर्वक सुनाया जिसे सुनकर श्रोता भाव विभोर हो गए। कथा में मुख्य रूप से पूर्व जिला पंचायत सदस्य राजेंद्र सिंह पूर्व जिला अध्यक्ष समाजवादी पार्टी छोटे लाल यादव जिला पंचायत सदस्य चुन्नू सिंह भटगवा प्रधान राजकिशोर सिंह पवन सिंह बबलू तिवारी मुन्ना सिंह सहित हजारों की संख्या में तथा प्रेमी उपस्थित रहे।