WORLD ALZHEIMER’S DAY : विश्व अल्जाइमर दिवस” पर महाविद्यालय में हुई संगोष्ठी
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REPORT BY LOK REPORTER
AMETHI NEWS I
जिले के रणवीर रणंजय स्नातकोत्तर महाविद्यालय मे शनिवार को “विश्व अल्जाइमर दिवस” जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन स्वास्थ्य एवं स्वच्छता समिति द्वारा किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती एवं राजर्षि जी के चित्र पर पुष्पार्चन एवं दीप प्रज्वलन के साथ किया गया जिसमें संयोजक डॉ देवेंद्र मिश्रा ने सभी का स्वागत अभिव्यक्त किया।
इस अवसर पर महाविद्यालय के आइक्यूएसी समन्वयक डॉ एमपी त्रिपाठी ने बताया कि पूरे विश्व में लगभग 55 लाख लोग इस बीमारी से ग्रसित है। दुनिया भर में अल्जाइमर रोग से पीड़ित देशो में भारत तीसरे नंबर पर है । इस बीमारी को ठीक करने के लिए आहार , विहार एवं व्यवहार में बदलाव लाकर अपना बचाव किया जा सकता है।
इस कार्यक्रम के मुख्य वक्ता डॉ अनादी कुमार मिश्रा ने अपना विचार व्यक्त करते हुए कहा कि यह बीमारी इरिवर्सिबल प्रोग्रेसिव डिजीज है जिसको हम अपने जीवन शैली में बदलाव लाकर इसके दुष्प्रभाव को कम कर सकते हैं एवं डॉ वीरेंद्र बहादुर सिंह ने “अल्जाइमर व डिमेंशिया पर कार्यवाही करने का समय 2024” थीम पर अपने विचार व्यक्त किए ।
इस कार्यक्रम में लगभग 300 छात्र- छात्राएं उपस्थित रहे एवं सभी के प्रति डॉ शिप्रा सिंह ने आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का सफल संचालन डॉ आशुतोष कुमार श्रीवास्तव द्वारा किया गया ।इस इस अवसर पर डॉ पवन कुमार पांडेय, डॉ विमल विद्यार्थी, डॉ सुनील दत्त सिंह ,डॉ रीना त्रिवेदी ,डॉ प्रज्ञा सिंह ,डॉ आकांक्षा श्रीवास्तव एवं पवन कुमार मिश्रा उपस्थित रहे।
आइए जाने क्या है अल्जाइमर रोग
अल्जाइमर रोग एक मस्तिष्क विकार है जो समय के साथ खराब होता जाता है। यह मस्तिष्क में होने वाले परिवर्तनों की विशेषता है जो कुछ प्रोटीन के जमाव की ओर ले जाता है। अल्जाइमर रोग के कारण मस्तिष्क सिकुड़ जाता है और मस्तिष्क की कोशिकाएँ अंततः मर जाती हैं।
अल्जाइमर रोग मनोभ्रंश का सबसे आम कारण है – स्मृति, सोच, व्यवहार और सामाजिक कौशल में क्रमिक गिरावट। ये परिवर्तन व्यक्ति की कार्य करने की क्षमता को प्रभावित करते हैं। ये रोग आनुवांशिक भी होता है I
दुनिया भर में इस रोग से 55 मिलियन लोग ग्रसित हैं I अकेले अमेरिका में ही 5.6 मिलियन लोग अल्जाइमर से ग्रसित हैं I अधिकांश ग्रसित लोगों की आयु 65 वर्ष से लेकर 75 वर्ष के बीच में है I भारत में भी हर वर्ष 10 लाख से अधिक लोग इस रोग से ग्रसित होते हैं I इस मामले में भारत विश्व में तीसरे नंबर पर है I