HEALTH NEWS: एम्स में डीआरटीबी सेंटर खुलने की उम्मीद बढ़ी
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रिपोर्ट -गौरव अवस्थी
रायबरेली, उप्र ।
अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में डीआरटीबी सेंटर खुलने की प्रक्रिया तेज हो गई है। केंद्र खुलने से जिले और आसपास के कई जनपदों के टीबी रोगियों को छह रोगियों को लखनऊ के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगें। प्रदेश के चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं विश्व स्वास्थ्य संगठन के डॉक्टरों की टीम ने शुक्रवार को एम्स के क्षय रोग वार्ड का निरीक्षण किया।
विश्व स्वास्थ्य संगठन व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग उत्तर प्रदेश से 5 सदस्य टीम एम्स पहुंची । एम्स पहुंचने पर निदेशक प्रोफेसर डॉक्टर अमिता जैन व एम्स प्रशासन के साथ संयुक्त निदेशक (क्षय रोग) डॉ ऋषि कुमार सक्सेना, विश्व स्वास्थ्य संगठन के सलाहकार डॉ उदित मोहन, डॉ कार्ति विजय, डॉ प्रवीण आई हैट लखनऊ, स्टेट पीपीएम कोऑर्डिनेटर आदर्श श्रीवास्तव की बैठक सम्पन्न हुई। बैठक में डीआर टीवी सेंटर खोले जाने पर चर्चा कर वार्ड का निरीक्षण भी किया गया।
बैठक में डीआर टीबी सेंटर एवं कल्चर एंड स्टेट लैब के स्थापना पर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान जिले व जिले के आसपास के क्षय रोग के मरीज की सुविधा को बढ़ाने पर जोर देते हुए चर्चा की गई। अधीक्षक प्रोफेसर डॉक्टर नीरज श्रीवास्तव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग वह विश्व स्वास्थ्य संगठन की टीम के साथ एम्स प्रशासन की बैठक हुई है ।
क्षय रोगियों के लिए डीआरटीबी सेंटर स्थापना पर चर्चा की गई है। वार्डे का निरीक्षण किया गया है। निर्माणाधन वार्ड का कार्य पूरा होते ही बहुत जल्द डीआरटीबी सेंटर की स्थापना की जाएगी।
दिशा की बैठक में राहुल गांधी के सामने उठा था मुद्दा
पिछले माह नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी की अध्यक्षता में संपन्न हुई दिशा की बैठक में नामित सदस्य गौरव अवस्थी ने जिले के हित में क्षय रोगियों को चिकित्सा सुविधा मुहैया करने का मुद्दा उठाया था।
उन्होंने अनुरोध किया कि क्षय रोगियों को फास्ट लाइन ट्रीटमेंट एवं उच्च तकनीकी जांच के लिए डीआरटीबी सेंटर जिला चिकित्सालय में खोला गया लेकिन पर्याप्त मानव संसाधन व मशीनर उपलब्ध न होने के चलते इसका लाभ जिले के लोगों को नहीं मिल पा रहा है। उन्होंने एम्स में डीआरटीबी सेंटर खोले जाने व क्षय रोगियों को स्थानीय स्तर पर चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने की मांग की थी।
उन्होंने यह भी कहा था कि जिले में चिकित्सा सुविधा सुलभ न होने पर क्षय रोगियों को लखनऊ मेडिकल कॉलेज के चक्कर काटने पड़ते हैं। इस पर राहुल गांधी ने एम्स के अधिकारियों को निर्देश दिए थे। श्री अवस्थी द्वारा क्षय रोगियों के हित में एम्स में डीआरटीबी केंद्र खोले जाने की बात को संज्ञान लेते हुए स्वास्थ्य विभाग की एक टीम ने एम्स पहुंचकर बैठक कर वार्ड का निरीक्षण किया।