HEALTH ACHIEVEMENT : विवेकानंद हॉस्पिटल में नाक के ट्यूमर की हुई सफल सर्जरी
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REPORT BY AMIT CHAWLA
LUCKNOW NEWS I
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले के निवासी 16 वर्षीय अमन को अक्सर नाक से खून आने और नाक से सांस लेने में दिक्कत रहती थी जिसे मामूली नकसीर फटना उसके घर वाले समझते थे। मरीज जब गुजरात में था तो उसे फिर नाक से खून आने व सांस लेने में तकलीफ हुई तो वहां डॉक्टरों ने उसे ट्यूमर बताया और किसी बड़े चिकित्सा संस्थान में इलाज करने को कहा।
मरीज अमन लखनऊ में विवेकानंद पॉलीक्लिनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान पहुंचा यहां ईएनटी सर्जन डॉक्टर देवेश श्रीवास्तव ने मरीज को देखा और तुरंत इलाज शुरू कर दिया .अत्याधुनिक तकनीक के प्रयोग द्वारा मरीज के नाक की एंडोस्कोपिक( दूरबीन विधि )द्वारा सर्जरी की गई जिसमें बाहर से कोई टांका तक नहीं लगता है। सर्जरी लगभग ढाई घंटे तक चली . मरीज अब पूरी तरह से स्वस्थ है।
सर्जन डॉ देवेश ने बताया एक युवा मरीज अमन, नाक के बंद होने और नाक से खून बहने की शिकायत के साथ अस्पताल में आया था। जांच और सीटी स्कैन में, नाक और नासोफरीनक्स में ट्यूमर मौजूद था, जो कि पेटीगोपैलेटिनफोसा तक फैल रहा था। मरीज का, पूर्ण एंडोस्कोपिक, एंडोस्कोपी, डेन्कर विधि के साथ मेडियल मैक्सिलेक्टॉमी द्वारा अस्पताल में ऑपरेशन किया गया, यह केवल उत्कृष्ट एनेस्थीसिया टीम के साथ ही संभव हुआ। यह एक नया दृष्टिकोण है जहां कोई बाहरी कट नहीं दिया जाता है I
डॉ देवेश ने बताया कि आमतौर पर किशोर में ही नाक से खून आने व नाक से सांस ना ले पाने की दिक्कत देखने को मिलती है I किशोरियों में ऐसा देखने को नहीं मिलता I संस्थान के सचिव स्वामी मुक्तिनाथlनंद ने बताया कि मरीज की नाक की दूरबीन विधि द्वारा सर्जरी की गई है। यह सर्जरी की एक नवीनतम व अत्याधुनिक विधि है इसमें मरीज को किसी तरह का चीरा तक नहीं लगता साथ ही उसे सर्जरी के दौरान या बाद में कोई परेशानी नहीं होती।
स्वामी जी ने बताया सर्जरी का बड़े व कारपोरेट समूह के अस्पतालों में खर्च लगभग डेढ़ लाख रुपए आता है जो कि विवेकानंद अस्पताल में मात्र ₹50,000 में हुई है स्वामी जी ने बताया कि विवेकानंद चिकित्सालय, मरीजों का कम से कम खर्चे में चिकित्सा की आधुनिक तरीकों के प्रयोग द्वारा सफल इलाज प्रदान करने में सदा अग्रणी बना हुआ है।