राष्ट्रीय चेतना परिवार द्वारा शिक्षक सम्मान समारोह व पुस्तक लोकार्पण का शानदार आयोजन
1 min readबेंगळूरु,कर्नाटक ।
राष्ट्रीय चेतना परिवार द्वारा शिक्षक सम्मान समारोह व पुस्तक लोकार्पण का शानदार आयोजन ” शेड्स ऑफ़ कॉफ़ी ” कैफ़े डे, एच एस आर ले आउट बेंगलुरु, कर्नाटका में किया गया। राष्ट्रीय चेतना परिवार द्वारा शिक्षक सम्मान, पुस्तक लोकार्पण एवं काव्य संध्या का आयोजन किया गया| इस कार्यक्रम में कर्नाटक राज्य के 15 हिंदी शिक्षकों को ‘शिक्षक सम्मान 2022-23′ से सम्मानित किया गया| इस कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्ज्वलन एवं कुमारी सात्विका द्वारा माँ सरस्वती की वंदना से हुआ | इसके बाद राष्ट्रीय चेतना परिवार के संस्थापक डॉ.(मा) अरविंद कुमार गुप्ता ने सभी अतिथियों, सम्मानित शिक्षकों एवं श्रोताओं का स्वागत किया| इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में सुप्रतिष्ठित अंतर्राष्ट्रीय कवि, साहित्यकार एवं रचनाकार ज्ञानचंद मर्मज्ञ जी और प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, वक्ता, लोकप्रिय कवि एवं लेखक डॉ. आदित्य शुक्ला जी उपस्थित थे| राष्ट्रीय चेतना परिवार के अध्यक्ष जगदीश प्रसाद गोविल, संरक्षक डॉ मैथिली पी. राव अभिव्यक्ति काव्य मंच की अध्यक्ष डॉ. मंजु गुप्ता, संरक्षक श्री नन्द सारस्वत ‘स्वदेशी’ भी इस कार्यक्रम में सम्मिलित हुए|
कार्यक्रम के प्रथम सत्र में सर्वप्रथम डॉ. इसपाक अली जी को अध्यापन एवं हिंदी प्रचार-प्रसार के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान हेतु राष्ट्रीय चेतना परिवार शिक्षक सम्मान के अंतर्गत पेटा, माला, अंगवस्त्र, स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र और 5,100/- की पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया गया| वीरन गौड़ा पी को सुरेन्द्र नारायण गुप्ता स्मृति सम्मान, राई राजकुमार को बृजेश दवे स्मृति सम्मान, डॉ. सुनील परीट को डॉ.विजय शंकर गुप्ता स्मृति सम्मान, डॉ. राजेंद्र जनार्दन पोवार को यश राणा स्मृति सम्मान के अंतर्गत पेटा, माला, अंगवस्त्र, स्मृति चिह्न, प्रशस्ति पत्र और 2,100/- की पुरस्कार राशि देकर सम्मानित किया गया| अन्य सम्मानित होने वाले शिक्षक हैं – डॉ. एस.ए. मंजुनाथ, डॉ. मैथिली पी.राव, डॉ. मलकप्पा अलियास महेश, दयानंद सालुंके, डॉ. मंजु गुप्ता, अनिता तोमर, मनोज चतुर्वेदी, मेघना दवे, विवेकी सिंह, नीलम गुप्ता, सुधाकर जी जिन्हें अंगवस्त्र और स्मृति चिह्न देकर मंच द्वारा सम्मानित किया गया| सात्विका चौधरी को विशिष्ट छात्र प्रतिभा पुरस्कार-2022–23 के अंतर्गत अंगवस्त्र, स्मृति चिह्न और 2,100/- की पुरस्कार राशि प्रदान की गई| नन्द सारस्वत ‘स्वदेशी’, डॉ. मृदुला चौहान, जगदीश गोविल जी और श्रीमती रीता सिंह को उनके विशिष्ट योगदान एवं मार्गदर्शन हेतु कार्यकारिणी सम्मान से सम्मानित किया गया |
कार्यक्रम के दूसरे सत्र में मनोज चतुर्वेदी जी के एकल संग्रह “वसुंधरा पुकारती” और डॉ. एस. ए मंजुनाथ के साझा संग्रह ‘अमृत काव्य धारा’ का लोकार्पण हुआ| मनोज चतुर्वेदी और डॉ. एस ए मंजुनाथ ने इस पुस्तकों की विषयवस्तु से सभी को अवगत कराया| तीसरे सत्र काव्य संध्या में ज्ञानचंद मर्मज्ञ जी, डॉ. आदित्य शुक्ला, नंद सारस्वत ‘स्वदेशी’, मनोज चतुर्वेदी एवं डॉ. मंजु गुप्ता ने काव्य पाठ द्वारा श्रोताओं को भाव-विभोर कर दिया| डॉ. इसपाक अली जी अपने संबोधन में कार्यक्रम के आयोजकों को बधाई देते हुए कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा की| औपचारिक धन्यवाद ज्ञापन और राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम के समापन की घोषणा की गई | इस कार्यक्रम का संचालन अनीता तोमर और रीता सिंह जी द्वारा किया गया |
राष्ट्रीय चेतना परिवार के संस्थापक डॉ अरविन्द गुप्ता ने बताया कि हमारे समाज की उन्नति में शिक्षकों का बहुत बड़ा योगदान है | वो स्वयं भी आर्मी में शिक्षक रह चुके हैं औऱ उनको मानद उपाधि से भी नवाजा गया है |