धूमधाम से संपन्न हुआ श्रीभक्ति महारानी मंदिर का 24वां पाटोत्सव
1 min readREPORT BY DR GOPAL CHATURVEDI
VRINDAVAN NEWS I
चैतन्य विहार-पापड़ी चौराहा स्थित श्रीभक्ति महारानी मन्दिर में श्रीकृष्ण सत्संग चैरिटेबल ट्रस्ट के द्वारा मन्दिर का 24 वां पाटोत्सव विभिन्न धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ अत्यंत श्रद्धा व धूमधाम से सम्पन्न हुआ। जिसके अंतर्गत प्रातःकाल श्रीभक्ति महारानी की प्रतिमा का पंचामृत से वैदिक मंत्रोच्चार के मध्य अभिषेक किया गया। तत्पश्चात विश्व शांति हेतु वृहद महायज्ञ सम्पन्न हुआ।जिसमें वेदज्ञ विप्रों व देश के विभिन्न प्रांतों से आए सैकड़ों भक्तों व श्रद्धालुओं ने आहुतियां डाली।
इस अवसर पर आयोजित संत विद्वत सम्मेलन में भक्ति मन्दिर के सेवायत आचार्य डॉ. सहदेव कृष्ण चतुर्वेदी ने कहा कि श्रीधाम वृन्दावन में भक्ति सर्वोपरि है।साथ ही यहां उसी की महत्ता है।इसीलिए हमारे पूज्य पिताश्री स्व. डॉ. वासुदेव कृष्ण चतुर्वेदी ने यहां भक्ति मन्दिर की स्थापना की।श्रीधाम वृन्दावन का यह भक्ति मन्दिर विश्व का एकमात्र ऐसा मन्दिर है जहां पर कि श्रीभक्ति महारानी मूर्तिमान स्वरूप में विराजित हैं।
जिलाधिकारी कार्यालय के पूर्व प्रशासनिक अधिकारी हरदेव कृष्ण चतुर्वेदी ने कहा कि भक्ति मन्दिर अत्यंत सिद्ध व चमत्कारिक मन्दिर है।यहां आने वाले प्रत्येक भक्त की मनोकामना निश्चित ही पूर्ण होती है।इसीलिए यहां देश-विदेश के असंख्य श्रद्धालु आते रहते हैं।
वरिष्ठ साहित्यकार व महोत्सव के समन्वयक डॉ. गोपाल चतुर्वेदी ने कहा कि ब्रज भूमि भक्ति की वो दिव्य भूमि है, जहां अनपढ़ गोपियों की दृढ़ भक्ति ने ब्रह्मज्ञानी उद्धव के ज्ञान के घमंड को चूर-चूर कर दिया था।इसीलिए ब्रजभूमि में प्रभु के तमाम भक्त हुए हैं।
पाटोत्सव में भक्ति मन्दिर के प्रबन्धक आनंद कृष्ण चतुर्वेदी, नारायण चतुर्वेदी, युवा साहित्यकार डॉ. राधाकांत शर्मा, आशीष चतुर्वेदी, आनंद कुमार चौबे, धुव्र चतुर्वेदी, संत रासबिहारी दास आदि की उपस्थिति विशेष रही।महोत्सव का समापन संत, ब्रजवासी, वैष्णव सेवा एवं समष्टि भंडारे के साथ हुआ।