HEALTH NEWS : युवा हृदय रोगी को विवेकानंद अस्पताल में मिला जीवनदान
1 min readREPORT BY AMIT CHAWLA
LUCKNOW NEWS I
एक शायर ने सच ही लिखा है कि—–
हार मत मान रे बंदे
कांटों में कलियां खिलती है
अगर सच्ची लगन रखो
तो सफलता जरुर मिलती है ।
उक्त पंक्तियाँ विवेकानंद अस्पताल लखनऊ के डॉक्टरों के उस पैनल पर सटीक बैठती है, जिन्होंने 22 वर्षीय युवक जो हृदय रोग गम्भीर रूप से पीड़ित था ,का विपरीत परिस्थितियों में इलाज एवं ऑपरेशन कर जान बचा लिया I इस मिशन के पीछे अस्पताल के सचिव स्वामी मुक्तिनाथनंद अहम भूमिका रही। मरीज़ स्वस्थ्य होने के बाद उन्हें श्रेय दिया है I
क्या था मरीज़ सिराज का केस
सिराज को पहले तो सांस फूलने की समस्या हुई बाद में इतनी बढ़ गई कि थोड़ा सा चलने और लेटने पर भी सांस फूलने के साथ सीने में दर्द होने लगा । बलरामपुर निवासी सिराज ने पहले तो वही इलाज कराया लेकिन कोई फायदा नहीं मिला ।
कई अस्पतालों के चक्कर काटे लेकिन मर्ज कम होने का नाम ही नहीं ले रहा था । अंतत:किसी तरह लखनऊ आकर विवेकानंद अस्पताल में डॉक्टरों को दिखाया। कुछ जांचों के बाद पता चला कि 22 वर्षीय सिराज के हृदय के तीनों वाल्व खराब हो चुके हैं और अब वाल्व रिप्लेसमेंट ही एकमात्र उपाय है।
विवेकानंद अस्पताल के सचिव स्वामी मुक्तिनाथनंद बताते हैं कि संस्थान के कार्डियो सर्जन डॉक्टर अरविंद वर्मा ,डॉक्टर राजीव गुप्ता व उनकी टीम ने देखा कि मरीज का बाय वेंट्रीकल मुख्य पंपिंग चैंबर बहुत कमजोर और बेहद फैला हुआ था जिससे सर्जरी के पहले या बाद में मरीज की जान को बड़ा खतरा था।
सर्जरी से पूर्व मरीज़ का हुआ 05 माह इलाज
डॉक्टर अरविंद वर्मा ने तुरंत सर्जरी ना कर पहले लगभग पांच माह तक मरीज को आवश्यक चिकित्सा उपचार किया तथा उसे सर्जरी के लायक बनाया ।इसके बाद इस हफ्ते मरीज के हृदय के तीनों वाल्व रिप्लेसमेंट लगभग 6 घंटे तक चली जटिल सर्जरी द्वारा बदले गए।
सर्जन डॉक्टर अरविंद वर्मा ने बताया कि सर्जरी के बाद मरीज के स्वास्थ्य में अप्रत्याशित सुधार देखने को मिला है और लगभग 10 दिनों के बाद आज मरीज को छुट्टी दे दी गई । कुछ समय बाद मरीज अपने सामान्य कामकाज भी बिना किसी समस्या के कर सकेगा।
स्वामी जी को ईद मनाने की खुशी का श्रेय – सिराज
सिराज ने बताया कि वह मजदूरी करता है और घर में सबसे छोटा है । ईद की एक दिन पहले स्वस्थ होकर घर जाकर ईद मनाने की खुशी का श्रेय वह अस्पताल के सचिव स्वामी मुक्तिनाथनंद को देता है । स्वामी जी ने सिराज को उसके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं देते हुए ईद की बधाई दी।