SPECIAL HEALTH NEWS : महिलाओं में मासिक धर्म की पीड़ा हो सकती है एंडोमेट्रियोसिस
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REPORT BY AMIT CHAWLA
LUCKNOW NEWS I
एंडोमेट्रियोसिस एक ऐसी बीमारी है जिससे प्रत्येक 10 में से एक महिला प्रभावित रहती है दुनिया भर में लगभग 190 मिलियन महिलाएं इससे पीड़ित है यह आम तौर पर तभी होती है जब किशोरियों में मासिक धर्म की शुरुआत होती है या महिलाओं में मासिक धर्म में होने वाली असहनीय पीड़ा ही अक्सर एंडोमेट्रियोसिस बीमारी का संकेत होती है ।
ऐसे में विशेषज्ञ स्त्री रोग से तुरंत परामर्श की आवश्यकता होती है । यह बताया विवेकानंद पॉलीक्लिनिक एवं आयुर्विज्ञान संस्थान की वरिष्ठ स्त्री एवं प्रसूति रोग विशेषज्ञ डॉक्टर सोनू सिंह ने। जोकि हाल ही में फ्रांस के सबसे प्रसिद्ध एंडोमेट्रियोसिस सेंटर में विशेष प्रशिक्षण हासिल करके लौटी है । डॉक्टर सोनू ने जानकारी दी की एंडोमेट्रियोसिस होने की स्थिति में आमतौर पर महिलाओं को गंभीर दर्द ,गर्भवती होने में दिक्कत, पेशाब व मल त्याग के समय दर्द की शिकायत होती है , ऐसे में तुरंत ही बिना देर किए विशेषज्ञ स्त्री रोग से परामर्श लेना चाहिए।
शुरुआती स्टेज में तो दवा से भी यह बीमारी ठीक हो सकती है लेकिन मरीज व डॉक्टरों में इस बीमारी को लेकर जागरूकता की कमी है जिसके चलते पर्याप्त इलाज न मिलने से महिला की बीमारी और भी गंभीर हो जाती है और तब सर्जरी ही एकमात्र विकल्प बचता है। विवेकानंद अस्पताल के सचिव स्वामी मुक्तिनाथानंद ने बताया कि एंडोमेट्रियोसिस से पीड़ित महिलाओं के प्रति हमारा चिकित्सालय सफल इलाज देने के लिए प्रतिबद्ध है । इसी को ध्यान में रखते हुए लखनऊ में इकलौते एंडोमेट्रियोसिस केयर सेंटर की स्थापना द्वारा महिला रोगियों को बेहतर चिकित्सा न्यूनतम शुल्क पर प्रदान की जा रही है।
स्वामी जी ने बताया कि विवेकानंद अस्पताल में विगत 02 वर्षों से लेप्रोस्कोपी के माध्यम से जटिल सर्जरी द्वारा 100 से अधिक महिला मरीजों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया है । अब डॉक्टर सोनू सिंह को फ्रांस में इस बीमारी को लेकर जो विश्व स्तरीय प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है महिला रोगियों के इलाज में और भी सुविधा होगी ।
स्वामी मुक्तिनाथा नंद के मुताबिक लखनऊ व आसपास के जिलों से आने वाले मरीजों को एंडोमेट्रियोसिस बीमारी के कुशल प्रबंधन व विश्व स्तरीय उपचार का पूरा लाभ मिलेगा। अस्पताल की वरिष्ठ रेडियोलॉजिस्ट डॉक्टर वैशाली उपाध्याय ने कहा कि अल्ट्रासाउंड व MRI की जांच एंडोमेट्रियोसिस बीमारी की गंभीरता को बताती है जिसके माध्यम से बीमारी का सही इलाज शुरू हो जाता है।