HINDI DIWAS ___हिन्दी भाषा की शक्ति असीम
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हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस पर सभी देशवासियों को प्रणाम !
हिन्दी भाषा की शक्ति असीम हैं ।
मातृ भाषा को सब पसन्द करते हैं ।
हिन्दी भाषा हम सब पर हावी हैं ।
क्योंकि वह ह्रदय की वेदी पर बैठी हैं ।
परन्तु –
वर्तमान में हिन्दी भाषा के मानक- मूल्य बदल रहें हैं,पता नहीं हम किस दिशा मे चल रहे है।
दूसरी भाषाओं का मुखौटा पहन हम, दूसरों को कम,स्वयं को ही ज्यादा छल रहे है।
भौतिकता की चकाचौंध के पीछे, कालिमा के घने कोहरे का सघन गुबार छाया हुआ है ।
कुछ अपवाद छोङ भी दें हम, तो ज्यादातर लोग अपनी ही भाषा के विवेक पर पछतावा कर रहे हैं ।
हम माने या ना माने,लेकिन जमीनी हकीकत तो कमोबेश आज की यही है।
हम छिद्र वाली भाषा रूपी नौका पर सवार होकर, समन्दर को तरने का प्रयास कर रहे हैं ।
मुक्तक –
सामान्य व साधारण भाषा बोलकर
जीवन जीना नहीं होता है कोई विशेष
काम, असाधारण प्रतिभा का धनी ही
जीतता है जीवन का कठिन संग्राम ।
प्रवाह के साथ तो हर कोई बहता है,
उसके विपरीत जो चलने वाला ही
हर मुश्किल को बहादुरी से सहता है।
हमें इस जीवन में हिन्दी भाषा में नया करके
जीवन के हर पल हर क्षण को संवारना है,
मन विपरीत बोलने वाले के साथ भी अच्छा
बोलने व करने का संकल्प स्वीकारना है ।
क्योंकि –
हिन्दी भाषा आस्था की अनुपम रश्मि है ।
रश्मि जिससे ह्रदय कमल खिल जाये ।
जिसके योग से सब कार्य बन जाये ।
हमारा जीवन पावन अमृत बन जाये ।
प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़,राजस्थान )