क्या कारण रहा कि पुत्री ने पिता को प्रणाम किया और गंगा में लगा दी छलांग
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गाजीपुर। जनपद के शहर कोतवाली अंतर्गत पुलिस चौकी रजागंज अंतर्गत एक बेटी ने अपने पिता को हाथ जोड़कर प्रणाम किया और अब्दुल हमीद सेतु से गंगा में छलांग लगा दी।
घटना काफी हृदय विदारक है। घटना के संबंध में बताया जाता है कि ग्राम सब्बलपुर खुर्द कोतवाली जमानिया निवासी शालू उपाध्याय पुत्री संतोष उपाध्याय उम्र लगभग 20 वर्ष बी ए तृतीय वर्ष की छात्रा थी। उसने एक पन्ने पर एक पत्र लिखा और अपनी मां को दे दिया। इसके बाद वह टेंपो से गाजीपुर की तरफ चल पड़ी ।
पिता संतोष उपाध्याय किसी कार्य से कहीं पास ही गए थे ,।जब पिता घर वापस आए तो मां ने वह पत्र पिता को दिया। पत्र पाकर तुरंत आनन फानन में मोटरसाइकिल से गाजीपुर की ओर चल पड़ा। उनको अपनी बेटी हमीद सेतु पर पैदल जाती दिखी।पिता ने बेटी को आवाज दी लेकिन बेटी ने पिता को हाथ जोड़कर प्रणाम किया और गंगा में छलांग लगा दी।
मृतका तीन बहनें हैं और तीनों में बड़ी बेटी काफी होनहार थी और बी ए तृतीय वर्ष की छात्रा थी। पुत्री ने गंगा में छलांग क्यों लगाई इसका अभी तक इसका पता नहीं चल पाया। देखते ही देखते राहगीरों की भीड़ जमा हो गई। स्थानीय गोताखोरों से पुलिस बल ने खोजबीन आरंभ किया । समाचार लिखने तक उसका कोई पता नहीं चला है। गांव में इस संबंध में सन्नाटा छाया हुआ है।
रिपोर्ट- प्रदीप कुमार पाण्डेय (गाजीपुर, यूपी)