छंद लिखा नवगीत लिखा है,पात-पात पर प्रीत लिखा है -डॉक्टर कुसुम चौधरी
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लखनऊ ।
नवोदय साहित्यिक एवं सांस्कृतिक संस्था, लखनऊ की माह जून की मासिक काव्य गोष्ठी नवोदय प्रांगण में संपन्न हुई। कार्यक्रम की अध्यक्षता अमर जी विश्वकर्मा ने की। मुख्य अतिथि निवेदिता श्रीवास्तव निवी और विशिष्ट अतिथि कृपा शंकर श्रीवास्तव विश्वास रहे। कार्यक्रम का आरंभ श्र्वेता शुक्ला की वाणी वंदना से हुआ। मंच का बेहतर संचालन गोपाल ठहाका ने किया।
इस अवसर पर कृपा शंकर श्रीवास्तव विश्वास, डा कुसुम चौधरी, राजेश मेहरोत्रा “राज”, अतीक कासगंजवी , महेश अष्ठाना प्रकाश बरेलवी, शीला वर्मा, अमर जी विश्वकर्मा निवेदिता श्रीवास्तव निवी,राम शंकर वर्मा, विभा प्रकाश, विनोद भावुक, खुश्बू गौतम ने गीत, ग़ज़ल, दोहे, मुक्तक आदि सुना कर कार्यक्रम को ऊंचाइयां प्रदान की।
डॉक्टर कुसुम चौधरी द्वारा पढ़ी गए इस गीत की सर्वाधिक सराहना की गई। छंद लिखा नवगीत लिखा है। पात-पात पर प्रीत लिखा है। कार्यक्रम के अंत में नवोदय के संथापक महेश प्रकाश अष्ठाना बरेलवी ने धन्यवाद ज्ञापित किया।