तभी तो कहते हैं कि प्रेम कर लो राम से ….
1 min readजीवन में धर्म ही एक मात्र ऐसी चीज है जो हमारे साथ रहती है और हमारे साथ आगे भी जाती है । तभी तो कहते हैं कि प्रेम कर लो राम से । भूतकाल से हम सीखते है । वर्तमान में हम दीखते है और भविष्य के लिए करते है अपनी आगे की तैयारी ।
एक नई कल्पना के साथ कई कलाएं सीखते है ।बीता हुआ समय वापिस कभी लौट कर नहीं आता हैं । रहती है तो उसकी स्मृतियाँ । हम्हें आगे के जीवन को सफलबनाने के लिये आने वाले समय की रूप रेखा बनानी चाहिये और बीते समय का अनुभव भी उपयोग में लेना चाहिये। बीते समय काअनुभव आने वाले समय में ग़लत ठोकरों से बचाता है।
मोटर गाड़ी में rear-view Mirror बहुत छोटा दिखाता है पर आगे का wind shield उससे कई गुना ज़्यादा और काफ़ी दूर तक रास्ता दिखाता है। इसलिए आगे का सोचो और आगे बढ़ो। हर इंसान को नदी से सीख लेनी चाहिये कि चाहे कितनी भी विषम परिस्थिति आये अडिग रहो,जीवन में छल कपट नहीं सरल बनो,कभी अच्छे क़ार्य करके नाम के पीछे मत भागो,हर समय पर हित की भावना रहे और मन इतना सरल हो जैसे एक छोटे बच्चे का।
कहते हैं ना कि बच्चे के दिल में भगवान का वास होता है क्योंकि उसका मन सरल होता है।और जीवन में सत्कर्म करते करते इस दुनियाँ से विदा हो जाओ। क्योंकि जिन्दगी जब तक हमारी रहेगी तब तक हमे काम से फुरसत नहीं होगी । इसलिये इस जीवन में कुछ समय हर दिन ऐसा निकालो जिससे प्रेम कर लो राम से। आगे यही धन साथ में जायेगा ।
प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़,राजस्थान)