अबोध बालक की बेरहमी से हत्या, कहीं अंधविश्वास में एक और बलि तो नहीं..!
1 min readअमेठी I
जिले के थाना जामो अंतर्गत ग्राम बीती रात से गायब अबोध बच्चे का क्षत-विक्षत गांव के बाहर मिलने से सनसनी फैल गई I गांव में आई बारात के लोगों ने सबसे पहले शव को देखा I परिजन भी मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी स्थानीय पुलिस को दी I मौके पर पहुंचकर पुलिस ने शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया I
आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचकर मामले की जांच में जुट गए हैं I लोगों द्वारा कयास लगाया जा रहा है कि यह मामला अंधविश्वास से तो जुड़ा नहीं है I फिलहाल पुलिस मामले की जांच के लिए डॉग स्क्वायड की टीम और एसओजी टीम भी बुला गई है I
मिली जानकारी के अनुसार थाना अंतर्गत ग्राम रेसी में एक 4 वर्षीय अबोधबालक की मृतक बच्चे के पिता जितेंद्र कुमार ने बताया कि हमारे बगल में बारात आई हुई थी अगल-बगल के सभी बच्चे लगभग 8:00 बजे तक खेल कूद रहे थे जिसमें मेरा बच्चा सतेंद्र उर्फ गोपी भी शामिल था I
जिसकी उम्र लगभग 4 वर्ष थी लेकिन जब कुछ और देर हुई और सत्येंद्र घर नहीं आया तब हम लोगों ने खोजना शुरू कर दिया पास पड़ोस और पूरे गांव में खेत खलिहान में खोजे लेकिन सत्येंद्र का कहीं कोई अता पता नहीं चला I
लेकिन सुबह लगभग 6:00 बजे गांव से लगभग 300 मीटर की दूरी पर तालाब और नाले के पास मेरे बेटे की क्षत-विक्षत लाश को बारातियों ने देखा हमको भी जानकारी हुई और मौके पर जब मैं गया तो उक्त लाश मेरे बेटे सत्येंद्र की ही थी I
सूचना पर जामो थाने की पुलिस और स्वयं प्रभारी निरीक्षक विवेक सिंह मौके पर पहुंचे घटनास्थल की जांच की और परिवार वालों को पूर्ण आश्वासन दिया कि बहुत ही जल्दी दोषियों को पकड़कर कानून के हवाले करेंगे I
क्षेत्राधिकारी मयंक द्विवेदी ने भी परिवार वालों को दिलासा देते हुए कहा कि होनी को कोई टाल नहीं सकता जो हुआ बहुत ही दर्दनाक हुआ I रही बात जिस ने भी हत्या की होगी उसे कानून के दायरे में रहकर जेल की सलाखों में पहुंचाना हम लोगों का कर्तव्य है और बहुत ही जल्दी पुलिस के गिरफ्त में होगा I
कारण जो भी रहा हो फिलहाल पुलिस ने परिवार वालों को आश्वासन देते हुए लाश को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है I
मौके पर क्षेत्राधिकारी मयंक द्विवेदी थाना जामो की टीम और एसओजी की टीम पहुंच चुकी थी I डॉग स्क्वायड की टीम भी बुला ली थी I
कहीं अंधविश्वास की बलि तो नहीं चढ़ गया मेरा बेटा !
मृतक के पिता ने आशंका जाहिर की कि कहीं मेरा बेटा किसी अंधविश्वास की बल तो नहीं चढ़ गया है उसका कहना है कि देखने से ऐसा लग रहा था कि उसकी आंख निकाली गई है और चेहरे पर और पीठ के पीछे कई चोट के निशान थे हाथ पैर भी बुरी तरह तोड़ दिया गया था कुल मिलाकर बहुत ही बेरहमी से मेरे बच्चे की हत्या की गई है I
अभागे दुधमुंहे को माँ भी छोड़ दिया था
पूत कपूत सुना माता माता न सुनी कुमाता लेकिन इस प्रकरण में तो कहीं न कहीं माही कुमाता साबित हो रही हैं I जब 6 माह के दुधमुंहे बच्चे को छोड़कर दूसरी जगह जाकर मां ने शादी रचा ली उक्त कहावत को इस कलयुगी मां ने उलट कर रख दिया I आज वहीं अभागा बच्चा काल के गाल में समा गया I
गांव और घरवालों के अनुसार मृतक सत्येंद्र जिसकी उम्र लगभग 4 वर्ष थी, इसकी मां इस को छोड़कर कहीं दूसरी जगह शादी करके जा चुकी है जब इसकी मां इसको छोड़ कर गई तब इसकी उम्र लगभग 4–6 महीना ही रही होगी I तब से लेकर आज तक इस बच्चे का पालन पोषण इसके पिता और इसके दादा ने की I
इसी बीच जितेंद्र ने भी दूसरी शादी कर ली जितेंद्र की दूसरी पत्नी से अभी फिलहाल कोई बच्चे नहीं है सिर्फ यही इकलौता बच्चा था जिसकी बड़ी ही बेरहमी से किसी ने हत्या कर दी I
घटना स्थल का SP ने की निरीक्षण
घटनास्थल का मुआयना करने के लिए जिले के पुलिस अधीक्षक इलामारन घटनास्थल पहुंचकर घटना की विस्तृत जानकारी ली और आवश्यक दिशा निर्देश मातहतों को दिए I उन्होंने कहा कि जल्द ही आरोपी पकड़े जाएंगे और घटना का खुलासा किया जाएगा I
रिपोर्ट-दिनेश कुमार मिश्र