माना कि दौलत मानव के मरते समय तक बहुत बहुत काम आती है परन्तु आगे साथ में हमारे कर्म जाते...
धर्मअध्यात्म
जिन्दगी में बहुत बार परिस्थिति आती है कि कभी भी कोई काम करने के बारे में असमंजस में हों जाते...
मानव जीवन है इस जीवन में ऊँच-नीच होती ही रहती है। कुछ अवसर जीवन में निहाल कर देते हैं तो...
हम रोज सजधज कर बाहर जाते हैं यह हमारा नित - नियम भी है लेकिन हमारा अपने अन्दर की सजावट...
तन की स्वच्छता मन की शुद्धि के बिना अधूरी है।जब तक हमारे विचार निर्विकार नहीं होंगे ,कषायों की मलिनता हमारे...
जीवन में कोई भी कार्य हम करे तो चिन्तन - मनन उसके लिये आवश्यक है । कहते है की सही...
कहते कि केवल रूपवान बिना गुणों वाला उससे पीछे है जो गुणों से तो सुन्दर हैं लेकिन रूपवान नहीं हैं...
जन्म मरण तो आत्मा के साथ जुड़े होते हैं इनसे इतना नुकसान नहीं होता है वास्तविक नुकसान तो इससे होता...
मैंने अपने जीवन में बहुत देखा समझा हैं कि शब्द तो कम व हल्के होते है लेकिन उनके अर्थ भारी...
वृन्दावन।आनन्द वृन्दावन आश्रम के संस्थापक ब्रह्मलीन स्वामी अखंडानंद सरस्वती महाराज के परम् कृपापात्र व अंतरराष्ट्रीय कथा प्रवक्ता स्वामी गिरीशानंद...