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कहीं प्रापर्टी के चक्कर में शेषमणि की हुई हत्या, नतीजे से दूर है पुलिस !

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सुलतानपुर। “शेषमणि वर्मा हत्याकांड” में ढाई माह बाद भी पुलिस किसी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है। हालांकि हत्या के मुकदमे में मुल्जिम बनी भावना राय व उसकी मॉं के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर एक और मुकदमा दर्ज हो गया है। दूसरा मुकदमा संपत्ति हड़पने के चक्कर में फर्जीवाड़ा करने समेत अन्य गंभीर आरोपों में दर्ज हुआ है,जिसकी तफ्तीश में पुलिस जुट गई है। उम्मीद जताई जा रही है कि जल्द ही शेषमणि वर्मा हत्याकांड एवं प्रॉपर्टी हड़पने को लेकर साजिश करने के आरोपियों के खिलाफ पुलिस प्रभावी कार्रवाई करेगी।

दरसअल यह मामला कोतवाली देहात थाना क्षेत्र स्थित मनिकापुर परासिन गांव से जुड़ा है। जहाँ के रहने वाले शेषमणि वर्मा की बीते 19 जनवरी को हत्या कर दी गई। परिजनों के आरोप के मुताबिक शेषमणि वर्मा के सीने पर चोट के निशान थे एवं उन्हें किसी नशीली दवा का ओवरडोज भी दिया गया था। आरोप के मुताबिक संपत्ति हड़पने के चक्कर में शेषमणि वर्मा को साजिशन मौत के घाट उतारा गया है। जिसका आरोप उनके करीब रहने वाली कोतवाली नगर क्षेत्र के घसियारी मंडी-पलटू का पुरवा की रहने वाली भावना राय व उसकी मां उर्मिला राय एवं उनके साथ अन्य सहयोगियों को घटना में शामिल होना बताया जा रहा है।

कोतवाली देहात पुलिस ने मामले में मृतक शेषमणि वर्मा के भाई राजमणि वर्मा की तहरीर पर बीते 20 जनवरी को आरोपियों के खिलाफ हत्या सहित अन्य गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू कर दी है। बताया जा रहा है कि राजमणि वर्मा के शरीर पर दिख रहे चोंट के निशान व ओवरडोज नशीली दवा देने के आरोपो के मद्देनजर मृत्यु के तत्कालिक कारण की सच्चाई जानने के लिए पोस्टमार्टम के बाद बिसरा भी सुरक्षित कर जांच के लिए भेजा गया है, फिलहाल प्रथमदृष्टया सारे साक्ष्य नामजद आरोपियों के खिलाफ ही इशारा कर रहे है। शेषमणि वर्मा की हत्या हुए करीब ढाई माह का वक्त बीत चुका है फिलहाल पुलिस अभी तक किसी भी नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है,वहीं इन हत्यारोपियो के खिलाफ अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम सपना त्रिपाठी की अदालत के आदेश पर संपत्ति हड़पने के चक्कर में कूटरचना करने समेत अन्य आरोपों में बीते 23 मार्च को कोतवाली देहात थाने में दूसरा मुकदमा भी दर्ज हो गया है।

कूटरचना के आरोपों से जुड़ा दूसरा मुकदमा मृतक शेषमणि वर्मा के भाई राम शिरोमणि वर्मा की शिकायत पर दर्ज हुआ है। आरोप के मुताबिक अभियोगी रामशिरोमणि वर्मा के छोटे भाई शेषमणि वर्मा का विवाह वर्ष 2007 में दुर्गेश वर्मा पुत्री रामकिशोर वर्मा के साथ हुआ था, जिनसे पुत्री माही पैदा हुई,जो कि अपने पिता राजमणि के साथ रहती थी और उनकी हत्या हो जाने के बाद अपने बड़े पिता राम शिरोमणि वर्मा व अन्य परिवारी जनों के साथ रह रही है। आरोप के मुताबिक शेषमणि वर्मा कि काफी चल-अचल संपत्ति है, जिनका परिवार हंसी खुशी से अपना जिंदगी बिता रहा था, लेकिन इसी बीच करीब करीब छह वर्ष पूर्व कारोबार के नाम पर जुड़ कर शेषमणि वर्मा के जीवन में भावना राय ने पहली इंट्री ली।

आरोप के मुताबिक भावना राय तबसे ही उन्हें अपने तरीके से गुमराह करके अनुचित लाभ उठाती रही। बताया जा रहा है कि शेषमणि वर्मा पर अपना पूरा हक जाहिर करने व उनकी संपत्ति पर अपना अधिकार जमाने के लिए भावना राय ने अपने सहयोगियों की मदद लेकर कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी। यहां तक कि शेषमणि की विवाहिता पत्नी दुर्गेश वर्मा को भी किनारे करने का पूरा खेल रच डाला। आरोप के मुताबिक पहले भावना राय ने अपने सहयोगियों की मदद से एक फर्जी विवाह-विच्छेद का स्टांप भी वर्ष 2016 में तैयार करा लिया,जिसमे शेषमणि वर्मा व उनकी पत्नी दुर्गेश वर्मा के बीच आपसी सहमति से विवाह-विच्छेद करने की बात दर्शाई गई है। विवाह विच्छेद को लेकर तैयार इस स्टांप पर जगदीश चौरसिया, रामजनक वर्मा,दिनेश वर्मा व मो. इरफान का नाम बतौर गवाह दर्शाया गया है,जिन्हें भावना राय का करीबी माना जा रहा है।

फिलहाल कानून के मायने में ऐसे विवाह-विच्छेद का कोई मायने नहीं है। इसी के बाद भावना राय के जरिए दूसरा खेल करने का मामला सामने आया है। आरोप के मुताबिक भावना राय के जरिये शेषमणि वर्मा व उनकी पत्नी दुर्गेश वर्मा के बीच विवाह-विच्छेद पत्र तैयार कराने के बाद वर्ष 2018 में हुआ एक वैवाहिक अनुबंध-पत्र भी अपने व शेषमणि वर्मा के बीच का दिखाया गया है,यही नहीं भावना राय ने इसी नोटरियल वैवाहिक पत्र को ही आधार बनाकर नौ अक्टूबर 2019 की तारीख में स्वयं को शेषमणि वर्मा की पत्नी दर्शाकर अपना नाम भावना राय वर्मा दिखाकर सामान्य के बजाय पिछड़ी जाति का जाति प्रमाण पत्र भी बनवा लिया गया है, यही नहीं ऐसे ही तैयार अन्य अभिलेखों के आधार पर शेषमणि वर्मा की पुत्री माही व अन्य का नाम परिवार रजिस्टर से हटवाकर अकेले शेषमणि वर्मा व अपना नाम दर्ज करवा लेने का आरोप है।

आरोप के मुताबिक इन सबके पीछे भावना राय का एक ही मकशद बताया जा रहा है कि शेषमणि वर्मा की सबसे करीबी बन कर पहले अन्य को रास्ते से हटा कर और फिर उसे ही खत्म कर प्रॉपर्टी पर अपना हक जमाना था। मिली जानकारी के मुताबिक शेषमणि वर्मा के नाम एक पेट्रोल पंप भी पास हुआ था, जिसमें भावना राय के जरिए खुद माँ न बन पाने की दशा में एक बच्ची को गोद लेकर पेट्रोल पंप में नॉमिनी बनाने के लिए शेषमणि वर्मा पर दबाव बनाने का आरोप है,जबकि वह अपनी बेटी माही को शुरू से ही नॉमिनी बनाना चाहते थे। प्रापार्टी से जुड़े ऐसे ही कई मामले सामने आए हैं जो कि भावना राय के निशाने पर बताया जा रहे है।

आरोप के मुताबिक बीते कुछ दिनों से भावना राय शेषमणि पर उनकी विवाहिता पत्नी दुर्गेश वर्मा से संबंध तोड़ने एवं सारी संपत्ति अपने नाम करने के लिए दबाव बनाने लगी थी और घटना के ठीक पहले शेषमणि वर्मा के पास उसका आना-जाना भी कुछ ज्यादा ही बढ़ गया था और उसे अपने जाल में फंसाकर हनुमानगंज स्थित मकान पर रहने भी लगी थी। आरोप के मुताबिक शेषमणि वर्मा ने कुछ दिन पूर्व भावना राय की इन करतूतो के बारे में शक जाहिर करते हुए अपने परिवार में चर्चा भी की थी, भावना राय के खिलाफ शेषमणि वर्मा की नेशनल हाईवे में अधिग्रहित की गई जमीन के संबंध में मिले लाखों के मुआवजे को भी अपने लिए खर्च कराने एवं अपने करीबियों के नाम अनेको माध्यम से ट्रांसफर करवाने का भी आरोप है। भावना राय के खिलाफ शेषमणि वर्मा की काफी कीमती जमीन औने-पौने दामों में अपनी बहन के नाम बैनामा करा देने का भी आरोप है।

यही नहीं भावना राय बीते 19 मार्च को रामगंज थाना क्षेत्र स्थित छीड़ा में दुर्गेश वर्मा के पास जाकर इसी प्रॉपर्टी को लेकर विवाद करने लगी। रामगंज थाने में दोनों पक्षों की तहरीर पर मुकदमा भी दर्ज हुआ हुआ है। शेषमणि वर्मा के परिजनों की माने तो दुर्गेश वर्मा से भावना राय प्रॉपर्टी को लेकर सेटिंग-गेटिंग करने गई थी और अपने को मुकदमों में उलझता देख आधा-आधा पर समझौता कर लेने की बात रख रही थी, लेकिन दुर्गेश ने उसकी गलत मंशा देख बात नहीं मानी तो दोनों के बीच विवाद हो गया। वहीं दुर्गेश वर्मा की 15 वर्षीय पुत्री माही ने भी भावना राय के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए है। आरोप के मुताबिक उसने माही को भी रास्ते से हटाने का इंतजाम कर लिया था और उसके पिता शेषमणि वर्मा के करीब रहकर धीरे-धीरे उसके भी करीब पहुंचकर हमदर्द बनकर उसका स्वास्थ्य अच्छा करने के नाम पर कोई डोज भी दे रही थी, जिससे यह बच्ची अक्सर सोती ही रहती थी। ऐसे में भावना राय व उसकी मां उर्मिला एवं अन्य उसके करीबियों की बड़ी साजिश नजर आ रही है और ऐसे ही धनाड्य लोगो को निशाने पर लेकर उनकी संपत्ति हड़पने में माहिर लोगो से भावना का ज्यादा उठन-बैठन होने के भी आरोप लग रहे है।

इन सबके खिलाफ शेषमणि वर्मा की हत्या के आरोप में मुकदमा दर्ज होने के बाद प्रॉपर्टी हड़पने के चक्कर में कूटरचना करने के आरोप में दूसरा मुकदमा दर्ज होने से उनकी मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही है। ऐसे में उपलब्ध साक्ष्यों के आधार पर माना जा रहा है कि जल्द ही कोतवाली देहात पुलिस शेषमणि वर्मा के हत्या के राज का खुलासा कर देगी और इस प्रॉपर्टी को लेकर भी हुए कूटरचना के खेल का भी जल्द पर्दाफाश करेगी।

रिपोर्ट-अंकुश यादव 

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