CRIME NEWS : अमेठी में नकली जेवर दिखाकर ठगी करने वाला गिरोह गिरफ्तार
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विशेष रिपोर्ट – रवि नाथ दीक्षित
अमेठी, उप्र।
महिला समेत तीन आरोपी दबोचे गए, चोरी के सोने-चांदी के गहने बरामद, कई जिलों में वारदातों का खुलासा
अपराधियों के नए-नए तौर-तरीके आम जनता के लिए लगातार सिरदर्द बनते जा रहे हैं। कभी ऑनलाइन ठगी, कभी जालसाजी तो कभी नकली जेवर दिखाकर धोखा देना—ऐसे मामलों ने लोगों को असुरक्षित कर दिया है। अमेठी जिले में भी ऐसा ही एक गिरोह सक्रिय था, जिसे मोहनगंज पुलिस ने सतर्कता और सटीक जांच के बल पर धर दबोचा। गिरोह में महिला समेत तीन आरोपी शामिल हैं, जिनसे चोरी के आभूषण भी बरामद हुए हैं। पुलिस का दावा है कि इस गैंग ने अयोध्या, सुलतानपुर, बाराबंकी, रायबरेली और लखनऊ जैसे जिलों में भी कई वारदातें की हैं।
पुलिस से शिकायत करने पर शुरू हुई कार्यवाही
यह मामला 11 सितंबर को तब प्रकाश में आया जब मोहनगंज थाना क्षेत्र के रहने वाले मनीष तिवारी के घर से सोने-चांदी के गहने चोरी हो गए। अचानक हुई इस वारदात ने परिवार को हिलाकर रख दिया। पुलिस में शिकायत दर्ज कराई गई, जिसके बाद पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक ने मामले को गंभीरता से लिया और तत्काल टीम गठित की।
टीम ने तकनीकी और मानवीय दोनों तरह की जांच शुरू की। आसपास के इलाकों में संदिग्धों की गतिविधियों पर नज़र रखी गई। आखिरकार पुलिस को ऐसे सुराग मिले जिन्होंने आरोपी तक पहुंचा दिया।
संगठित गिरोह के तीन आरोपी गिरफ्तार
पुलिस ने दबिश देकर तीन संदिग्धों को गिरफ्तार किया। इनकी पहचान दिल्ली निवासी सनी (24), शामली जिले के भीम सिंह (50) और मेरठ की गौरी उर्फ लक्ष्मी (40) के रूप में हुई। तीनों से पूछताछ में खुलासा हुआ कि वे एक संगठित गिरोह का हिस्सा हैं, जो नकली जेवर दिखाकर असली गहने ठगने की वारदातें करता रहा है।
बरामद हुए आभूषण
गिरफ्तार आरोपियों से चोरी किए गए कई आभूषण बरामद किए गए। इनमें शामिल हैं….
एक जोड़ी चांदी की पायल,सोने की नाक की कील, 17 लंबी सोने की जंजीरें, दो जोड़ी चांदी की बिछिया
ये सभी गहने वही थे जो मनीष तिवारी के घर से चोरी के दौरान गायब हुए थे। पुलिस ने बरामदगी कर गहनों को सुरक्षित रखा और पीड़ित परिवार को सूचना दी।
जानिए कैसा था गिरोह का काम करने का तरीका..
पुलिस की जांच और आरोपियों के कबूलनामे से पता चला कि यह गिरोह बेहद चालाकी से लोगों को फंसाता था। सबसे पहले ये लोग किसी अनजान व्यक्ति या परिवार को नकली जेवर दिखाकर उसे असली बताते।लालच में फंसे लोग जब सौदा करने को तैयार होते तो गिरोह मौका देखकर असली गहनों से हाथ साफ कर देता।
कई बार ये लोग घरों तक पहुंचकर भी विश्वास हासिल करते और वहां रखे असली आभूषण बदल देते। खास बात यह है कि इनके पास हमेशा नकली और असली गहनों का मिश्रण रहता था, ताकि धोखा देना आसान हो सके। इसी तकनीक से उन्होंने कई जिलों में लोगों को चूना लगाया।
पुलिस की कानूनी कार्यवाही
पुलिस अधीक्षक अपर्णा रजत कौशिक के निर्देश पर मोहनगंज पुलिस ने तीनों आरोपियों पर भारतीय न्याय संहिता की धारा 317(2) और 318(4) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है। आगे की कानूनी प्रक्रिया जारी है।
पुलिस अब इस गैंग के बाकी सदस्यों और नेटवर्क को भी खंगाल रही है। संभावना है कि इनके तार अन्य जिलों से भी जुड़े हों। इसके लिए अमेठी पुलिस ने आसपास की जिलों की पुलिस से संपर्क साधा है।
पुलिस की जनता को चेतावनी
इस मामले ने एक बार फिर साबित किया है कि ठग अक्सर लोगों की लालच का फायदा उठाते हैं। पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि—
अनजान लोगों के दिखाए गए आभूषणों पर भरोसा न करें।
गहनों की खरीद-बिक्री केवल मान्यता प्राप्त दुकानों से करें।
हॉलमार्क और बिल की जांच अवश्य करें।
किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।
पुलिस ने यह भी कहा कि ऐसे गिरोह ग्रामीण और कस्बाई इलाकों में ज्यादा सक्रिय रहते हैं क्योंकि वहां लोग अक्सर गहनों को घर में ही रखते हैं।
परिवार की धरोहर थे गहने, पुलिस कार्यवाही काबिले-ए-तारीफ – पीड़ित
पीड़ित मनीष तिवारी ने कहा, “हमारे लिए ये गहने सिर्फ सोना-चांदी नहीं थे, बल्कि परिवार की धरोहर थे। चोरी से पूरा परिवार परेशान हो गया था। पुलिस ने जिस तेजी से कार्रवाई की और गहनों की बरामदगी की, वह काबिल-ए-तारीफ है। अब हमें भरोसा है कि बाकी आरोपी भी जल्द पकड़े जाएंगे।”
इस तरह की घटनाएं केवल एक व्यक्ति या परिवार को नहीं, बल्कि पूरे समाज को प्रभावित करती हैं। ठगी का शिकार होने के बाद लोगों में असुरक्षा की भावना बढ़ जाती है। वे किसी पर भी भरोसा करने से डरने लगते हैं।
अमेठी पुलिस की इस कार्रवाई ने लोगों का विश्वास फिर से मजबूत किया है। लेकिन यह भी सच है कि अपराधियों के नए-नए हथकंडों से बचने के लिए जनता को खुद भी सतर्क रहना होगा।
मोहनगंज पुलिस की सटीक कार्रवाई ने साबित किया है कि अपराध कितना भी संगठित क्यों न हो, कानून के शिकंजे से बचना आसान नहीं है। नकली जेवर दिखाकर ठगी करने वाले इस गिरोह की गिरफ्तारी से लोगों को बड़ी राहत मिली है।
गिरोह के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है और उम्मीद की जा रही है कि जल्द ही पूरा नेटवर्क ध्वस्त कर दिया जाएगा। फिलहाल पुलिस ने जनता को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत देने की अपील की है।