आवारा मवेशी को लेकर किसानों का फूटा गुस्सा
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रायबरेली I डलमऊ तहसील क्षेत्र के आधा दर्जन से अधिक गांव के किसानों का गुस्सा उस समय फूट पड़ा जब बड़ी संख्या में आवारा मवेशी रात दिन फसलों की रखवाली के बाद भी नुकसान पहुंचा रहे हैं I गुरुवार को सुबह सैकड़ों किसानों ने बड़ी संख्या में आवारा मवेशियों को लेकर डलमऊ के कान्हा गौशाला पहुंचे लेकिन गौशाला प्रभारी द्वारा आवारा मवेशियों को अंदर ना किए जाने को लेकर किसानों में नाराजगी विरोध प्रदर्शन के बाद अंततः उच्च अधिकारियों के निर्देश पर मवेशियों को गौशाला में प्रवेश दिया गया।
डलमऊ तहसील क्षेत्र के सुरजुपुर, पूरे गुलाब राय, पूरे बघेलन, पचखरा नेवाजगंज, भटानीहार सहित कई गांव के किसान आक्रोशित हो उठे I 100 से अधिक आवारा मवेशियों को लाठी-डंडों से लैस होकर मारते पीटते कान्हा गौशाला लेकर पहुंच गए वहां पर बड़ी संख्या में मवेशियों को देखकर गौशाला के कर्मचारियों ने मवेशियों को अंदर करने से मना कर दिया I किसानों के विरोध के चलते उच्च अधिकारियों के निर्देश पर मवेशियों को गौशाला के अंदर किया गया I
भटानीहार से आए किसान जगदीश प्रसाद, सुरजूपुर के राम बहादुर यादव, झूरी, पचखरा से आए शिव प्रसाद, पूरे गुलाब राय से आए राजकुमार मौर्य, रामेश्वर, पूरे बघेलन निवासी गंगाराम, चंद्रजीत यादव, नेवाजगंज निवासी अनूप, पचखरा से आए सुनील, रामू ने बताया कि क्षेत्र में बड़ी संख्या में आवारा मवेशी किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। आवारा मवेशियों को संरक्षित करने को लेकर कोई ठोस कदम नहीं उठाए जा रहे हैं बाहर से आए हुए मवेशियों को गौशाला में रखा जा रहा है I जबकि आसपास के किसान मवेशियों से परेशान हैं I उच्च अधिकारियों से शिकायत करने के बावजूद उचित हल नहीं निकल पा रहा है I
जगदीश प्रसाद का कहना है कि गौशाला में बंद मवेशियों को कर्मचारियों के द्वारा रात में छोड़ दिया जाता है जिससे फसलों को नुकसान पहुंचाते हैं। उपजिलाधिकारी डलमऊ आसाराम वर्मा ने बताया कि तहसील क्षेत्र में आवारा मवेशियों को संरक्षित करने के प्रयास चल रहे हैं पूरे रेवती सिंह व थुलरई में अस्थाई गौशाला का निर्माण लगभग पूर्ण हो रहा है I धीरे-धीरे सभी मवेशियों को संरक्षित किया जाएगा। वही इस संबंध में अधिशासी अधिकारी आरती श्रीवास्तव ने बताया कि किसानों के द्वारा 35 मवेशियों को लाया गया था जिन्हें गौशाला में संरक्षित किया गया है।