सामुदायिक शौचालय में लटक रहे ताले,खुले में शौच को मजबूर है महिलाएं
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अमेठी।
भारत सरकार के स्वच्छता अभियान के तहत खुले में शौच न करने के लिए गांव को ओडीएफ गांव घोषित किए गए I हर ग्राम सभा में सामुदायिक शौचालय का निर्माण लाखों रुपए की लागत से किया गया I महिलाओं को व अन्य ग्रामीणों को खुले में शौच जाने ना पड़े I लेकिन इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत हुए कार्य को सही तरह से क्रियान्वयन ना करते हुए ग्राम पंचायतों के कर्ता-धर्ता ही सरकार के मंसूबों पर लगाने का कार्य कर रहे हैं I
बानगी के तौर पर जिले के कमासिन का सामुदायिक शौचालय पिछले चार महीने से बंद चल रहा है।नलकूप का मोटर जलने के कारण जलापूर्ति बाधित है।ओ डी एफ घोषित हो चुके इस गांव मे महिलाएं खुले में शौच को मजबूर हैं। प्रधान और पंचायत सचिव मिलकर शासन के निर्देशों को पलीता लगा रहा हैं।
शौचालय को संचालित करने वाली महिला अमरावती ने बताया कि जब से सामुदायिक शौचालय संचालित हुआ है,27000 रु आए है।इसके बाद कोई पैसा नहीं मिला।मोटर चार महीने से खराब है,प्रधान से कई बार कहा, उन्होंने कहा कि सरकार पैसा नहीं दे रही है,बजट नहीं है,कहां से ठीक कराएं।पंचायत सचिव अतुल सिंह ने कहा कि हमने दो माह पहले चार्ज लिया है।सामुदायिक शौचालय पहले से ही बंद है। खंड विकास अधिकारी हरिश्चंद्र सिंह ने कहा कि समस्या संज्ञान मे है,ए डी ओ पंचायत को सामुदायिक शौचालय ठीक कराने के निर्देश दिए गये हैं।