किसानों ने छुट्टा पशुओं को ब्लॉक मुख्यालय परिसर में किया बंद
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अमेठी I
किसानों द्वारा छुट्टे जानवरों को पकड़कर ब्लाक में बंद किया
उत्तर प्रदेश में छुट्टा जानवर किसानों के गले की फांस बन चुके हैं I किसान की फसलों को दिन रात चर रहे हैं I किसान बड़ी मेहनत से फसल बोता होता है, लागत लगती है और चरे जा रहे हैं छुट्टा जानवर, जिससे किसानों की लागत तक नहीं आती है I
छुट्टा जानवरों से निजात दिलाने के लिए योगी सरकार चाहे जितना जतन कर रही है, लेकिन सच्चाई यह है कि इससे किसानों को जरा भी निजात नहीं मिल पा रही है I पशुशाला में भरी हुई है I लेकिन इसके बाद भी छुट्टा जानवरों की समस्या कम होने का नाम नहीं ले रही हैं I कहीं ना कहीं प्रशासनिक स्तर पर इसे लेकर लापरवाही अवश्य बढ़ती जा रही है I
जहां सरकार द्वारा निर्देश दिया गया है कि आवारा पशुओं पकड़ कर उन्हें पशु आश्रय स्थलों पर रखा जाए I लेकिन इस तरफ अधिकारी एवं कर्मचारी गंभीरता से नहीं ले रहे हैं और सरकार के आदेशों की अवहेलना करने में भी नहीं चूक रहे है I
बानगी के तौर पर शुक्रवार की सुबह सुबह उस समय यह नजारा देखने को मिला जब
छुट्टे जानवरो की समस्या से ग्रसित किसानों ने जानवरों क जिले के जामों ब्लाक मुख्यालय के अंदर बंद कर दिया है । किसानों की सम्पूर्ण फसलों को नष्ट करने में लगे जानवरों को सभी किसानों ने एकजुट होकर ब्लाक के अंदर बंद कर दिया । और गेट को बंद कर दिया I
किसानों ने लगाया बीडीओ पर लापरवाही का आरोप
किसानों ने आरोप लगाया है कि बीडीओ जामो की लापरवाही के कारण जानवर पकड़े नहीं जाते हैं। केवल फोटो खिंचवाकर पुनः छोड़ दिया जाता है। इससे पहले भी एक दो बार किसानों ने ब्लॉक मुख्यालय के अंदर परिसर में पशुओं को इकट्ठा कर दिया था और बंद कर दिया था लेकिन प्रशासन का स्तर पर पहुंचे अधिकारियों द्वारा समझा-बुझाकर किसानों को लौटा दिया जाता है लेकिन समस्या वही की वही रह जाती है एक बार फिर निराश होकर आज किसानों ने जानवरों को ब्लॉक मुख्यालय के परिसर में बंद कर दिया है अब देखना है कि प्रशासन स्तर के अधिकारी इस पर क्या निर्णय लेते हैं I