पुलिस ने मुकदमा लिखने के बजाय पीड़ित का ही कर दिया चालान,एसपी से की शिकायत
1 min read
अमेठी
थाना से न्याय पाने के लिए महिला दर दर भटकने को मजबूर हैं। पीड़ित दलित महिला अपने पुत्र के साथ न्याय की आस में पुलिस आफिस पहुंचकर पुलिस अधीक्षक डॉ इलामारन जी को आप बीती सुनाई, जिस पर एस पी अमेठी ने कठोर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है। गौरतलब हो कि पीड़िता रेनू पत्नी स्व. मथुरा चमार वासी पूरे जहान मजरे अहमदाबाद पिंपरी, थाना इन्हौना ने पुलिस अधीक्षक को दिए प्रार्थना पत्र में बताया है कि 14 नवम्बर को दिन में गाँव के मनबढ़ दबंग हनोमान पाल पुत्र बाबू और उनका पुत्र श्रीनाथ पाल उनके घर से सटी जमीन पर जबरदस्ती कब्जा कर रहा था, जब उन्होंने ऐसा करने से मना किया, तो विपक्षी बाप पुत्र माँ, बहन आदि की गाली देते हुए उनसे झगड़ा लड़ाई करने लगे। जिसकी सूचना उन्होंने यूपी 112 पुलिस को दी, पुलिस के आने के बाद झगड़ा लड़ाई तो बन्द हो गई। लेकिन दोनों आरोपी जान से मारने की नीयत से पुनः उसी रात्रि लगभग बारह बजे छप्पर में सो रहे मेरे बेटे राम कैलाश का गला दबाकर मारने लगे। हो हल्ला गुहार पर जैसे पीड़िता पहुंची तो उसको भी मारने लगे, तब तक काफी संख्या में ग्रामीण आने लगे। जिससे सभी आरोपी मौके से लोग भाग गए। सूचना पर पहुंची यूपी 112 की टीम ने घायलावस्था में मेरे पुत्र को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सिंहपुर इलाज कराने को ले गई, जिसे इलाज बाद घर भेज दिया गया। सुबह घर पहुंचने पर जब वह घटना के सम्बन्ध में थाना इन्हौना में तहरीर देने गई तो पुलिस ने तहरीर ले लिया, परन्तु मुकदमा लिखने के बजाय उल्टा ही हमारे बेटे का ही चालान कर दिया। उसने थाने में तैनात हल्का सिपाही जितेन्द्र कुमार की भूमिका को संदिग्ध बताया हैं। जो विपक्षियों के साथ मिलकर गांव में लोगो के बीच लड़ाई लगवाता हैं। विश्वस्त सूत्रों से पता चला हैं कि गांव में अवैध चल रही कोयले की भट्ठी पर ऐसी साजिशे रची जाती हैं। उन्होंने मामले की निष्पक्ष जांचकर कार्यवाही करने की मांग की हैं।