चारागाह की जमीन पर जबरन कब्जा, प्रधान ने प्रशासन से लगाई गुहार
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अमेठी I
जिम्मेदारों की लापरवाही या लालच का ही नतीजा है कि अहोरवा भवानी ग्राम पंचायत की बेस कीमती चारागाह की भूमि पर दर्जनों अवैध कब्जेदारों ने रातों रात कई आवासीय निर्माण कर लिए।ग्राम प्रधान लेखपाल से लगातार कार्यवाही के लिए कहते रहे I लेकिन लेखपाल ने कोई कार्यवाही नहीं की।लेखपाल द्वारा कोई बेदखली की कार्यवाही न किए जाने से परेशान ग्राम प्रधान ने कई ग्रामीणों के साथ अवैध कब्जेदारों के विरुद्ध कार्यवाही के लिए उपजिलाधिकारी कार्यालय पहुंचकर कार्यवाही की गुहार लगाई है।
अहोरवा भवानी ग्राम पंचायत के प्रधान दिनेश कुमार जायसवाल भाजपा के मंडल अध्यक्ष अंब्रीश जायसवाल ने गांव के सदस्यों के साथ उपजिलाधिकारी तिलोई को दिए गए प्रार्थना पत्र में लिखा है कि अहोरवा भवानी हैदरगढ़ मार्ग के किनारे और शिवरतनगंज मार्ग के किनारे की बेस कीमती भूमि गाटा संख्या 251,265,267,268 जो राजस्व अभिलेखों में ग्राम सभा के चारागाह खातों में दर्ज है।उक्त भूमि पर राम हरख पुत्र राम अवतार,शंकर पुत्र संतसेवक,सहदेव पुत्र गुरुप्रसाद,गुरुसहाय पुत्र साहब चरण,रामकुमार पुत्र रतीपाल,राम नरेश पुत्र रामदास, रतीपाल पुत्र रामदास आदि ने अवैध रूप से पहले झोपड़ियां डालीं अब कुछ ही दिनों में इस लाखों की कीमत की जमीन पर स्थाई आवास बनाकर कब्जा कर लिया है।इसके अलावा कई अन्य ग्राम पंचायत की सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे जारी हैं इसी महीने आधा दर्जन से अधिक कब्जेदारो ने सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा जमा लिया है।कई बार गांव में तैनात राजस्व लेखपाल मानस शुक्ल से उक्त चारागाह की भूमि को खाली कराने के लिए कहा गया लेकिन उनके द्वारा कोई कार्यवाही नहीं हुई बीते दिनों उपजिलाधिकारी के निर्देश की भी उक्त लेखपाल भी अवहेलना की।जिसका कारण रहा की लगातार अवैध कब्जों में बढ़ोत्तरी होती रही और आज भी कब्जेदारों के हौसले बुलंद हैं।ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि उक्त लेखपाल क्षेत्रीय निवासी होने के कारण लोकल राजनीति में संलिप्त रहते हैं और अपनी जिम्मेदारी नहीं निभाते हैं।
मामले पर उपजिलाधिकारी फाल्गुनी सिंह से बात की गई तो उन्होंने बताया कि चारागाह में अवैध कब्जे की शिकायत मुझे पहले भी मिली थी लेखपाल को कार्यवाही के लिए लिखा गया था।मैं पता करती हूं कि उस शिकायत में क्या कार्यवाही हुई। मैने दुबारा जांच के लिए लिखा है यदि अवैध कब्जेदारों ने चारागाह या अन्य सरकारी भूमि पर कब्जा किया है तो जल्द ही अवैध कब्जेदारों को नोटिस दे बेदखली की कार्यवाही की जाएगी।