नियमित यज्ञ से मनुष्य में देवत्व का उदय व बच्चों में अच्छे संस्कार पनपते हैं
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अमेठी ।
रविवार की सुबह चाणक्यपुरी अमेठी के 24 घरों में एक साथ गायत्री महायज्ञ सम्पन्न हुआ। युगतीर्थ शांन्तिकुंज हरिद्वार के तत्वावधान में गृहे गृहे गायत्री यज्ञ का देशव्यापी अभियान चलाया जा रहा है I इसी क्रम में 24 परिव्राजकों के द्वारा हवन-पूजन सम्पन्न कराया गया। कार्यक्रम संयोजक डॉ० त्रिवेणी सिंह ने बताया कि चाणक्यपुरी व आवास विकास कॉलोनी के 24 घरों में यज्ञ सम्पन्न कराया गया। गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ से अमेठी के हर परिवार को जोड़ने का लक्ष्य है। अमेठी नगर के साथ-साथ गांवों में भी अभियान जारी है। यज्ञ के साथ ही देव स्थापना, गंगाजली की स्थापना व भारतीय संस्कृति और संस्कारों को अपनाने पर भी जोर दिया जा रहा है। गायत्री परिवार परम् पूज्य गुरुदेव वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पंडित श्रीराम शर्मा आचार्य द्वारा चलाये गए युग निर्माण योजना को जन-जन तक पहुंचाने के लिए संकल्पित है। अमेठी वासी बहुत ही उत्साह और उमंग के साथ इस अभियान से जुड़ रहे हैं।
साधना समिति के अध्यक्ष सुभाष चंद्र द्विवेदी ने बताया कि यज्ञ एक श्रेष्ठ कर्म है। नियमित यज्ञ से मनुष्य में देवत्व का उदय होता है, बच्चों में अच्छे संस्कार आते हैं व वातावरण का परिष्कार होता है।
साथ ही सूर्य नगर में डॉ० त्रिवेणी सिंह के आवास पर उनकी भतीजी प्रतिभा सिंह एवं नाती भावेश का जन्मदिन संस्कार हवन पूजन के साथ मनाया गया। गृहे गृहे गायत्री महायज्ञ के अठारहवें चरण में इन यजमानों डा० अजय कुमार सिंह, सागर दूबे, बृजेश कुमार पाण्डेय, राजेश कुमार सिंह, बलवंत सिंह, वीरेन्द्र प्रसाद त्रिपाठी, सत्येन्द्र त्रिपाठी, सुरेश बहादुर सिंह, राहुल अग्रहरि, नन्हें सिंह, अमर बहादुर सिंह, सत्य पाल शुक्ला, विजय कुमार सिंह, महेश प्रसाद श्रीवास्तव, श्रीनारायण शुक्ला, धर्मेन्द्र सिंह, राजेश कुमार मिश्र, ज्ञानेश रस्तोगी, श्यामा यादव, माता फेर श्रीवास्तव, सन्तोष गुप्ता, राजेन्द्र यादव, नरसिंह नारायण द्विवदी के यहाँ पुरोहित सुभाष चंद्र द्विवेदी, रमेश चंद्र पांडेय, त्रिवेणी प्रसाद सिंह, सत्य प्रकाश मिश्र, राम प्रकाश मिश्र, कमलेश पांडेय, राम यश, अशोक कुमार मिश्र, शशांक शुक्ला, सुनील तिवारी, इंद्रदेव, करुणा शंकर शुक्ला, सच्चिदानंद तिवारी, मगन लाल, चिरौंजी लाल, दिनेश कुमार शुक्ल, शिव प्रसाद तिवारी, सुशील शर्मा, दिलीप शुक्ला, संजय सिंह, जगन्नाथ, वृजेन्द्र तिवारी, विजय लक्ष्मी सिंह, सविता, कविता, कोमल, ने गायत्री महायज्ञ सम्पन्न कराया। यज्ञादि की व्यवस्था में अशोक कुमार मिश्र, घनश्याम वर्मा का सराहनीय योगदान रहा।