गोला उपचुनाव में सहानुभूति को भुनाने में लगे हुए हैं भाजपा व सपा
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धार्मिक पर्व दीपावली के बाद विधानसभा गोला का चुनाव करवटें बदलने लगा है I भाजपा -सपा के बीच तगड़ा चुनाव पर परिणाम मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के आने के बाद ही तस्वीर साफ होगी? उप चुनाव में अक्सर सत्ताधारी पार्टी को फायदा मिलता रहा है I कम अवसर ही होंगे जिनमें विपक्ष को फायदा मिला है I क्योंकि इनमें दल के प्रत्याशी का दूसरे दल के प्रत्याशी के बीच मुकाबला नहीं रहता है I उप चुनाव में सत्ता बनाम विपक्ष के बीच का चुनाव रह जाता है I यही हाल गोला विधानसभा सीट पर भी है I यहां सत्तारुढ़ पार्टी के लिए सिम्पैथी वाले वोट भी शामिल है I
गोला गोकर्णनाथ( खीरी) दीपावली के पर्व के बाद विधानसभा गोला का होने वाला उप चुनाव बदलने की सम्भावना प्रबल थी पर चुनाव पहले की तुलना में तगड़ा हो गया है I अब और कडा संघर्ष बनता दिखाई पड़ने लगा है। बताते चलें कि चुनाव में भाजपा प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का आना सुनिश्चित है वहीं सपा के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित कराने के लिए सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव का भी आना लगभग तय है वैसे भी चुनाव में उ.प्र. सरकार ने जहां प्रतिष्ठा बनाई है और भाजपा संगठन व मंत्रियों, विधायकों की फौज उतार रखी है वहीं दूसरी तरफ सपा ने भी कमर कस ली है सपा के तमाम शीर्ष नेताओं ने डेरा डाल कर सपा के प्रत्याशी की ताकत बढ़ाई है I हालात और समीकरण लगभग सपा के पक्ष में है पर सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव के आने के बाद ही चुनाव चुनावी रंग में रंगने की सम्भावना है।
गौरतलब हो कि गोला विधानसभा का चुनाव क्षेत्र के लोकप्रिय व विकास पुरुष विधायक के निधन से खाली हुई थी I जिसमें उनके पुत्र अमन गिरि व सपा ने पूर्व विधायक विनय तिवारी आमने सामने हैं जिसमेंं भाजपा प्रत्याशी अमन गिरि को अपने पिता की सहानुभूति का लाभ मिलता दिख रहा है I वहीं दूसरी तरफ सपा सुप्रीमों मुलायम सिंह यादव की बीमारी से हुई अचानक मौत की सहानुभूति और किसानों के गन्ना मूल्य का भुगतान व धान की खरीद में शासन के दर से हटकर मनमाने दर पर उधार खरीद, शिक्षित बेरोजगार, सरकारी भूमि को राजस्व अभिलेखों में हेरफेर कर उसकी बिक्री व आवासीय प्लाटिंग करना जैसी गंभीर समस्या ने रंग दिखाया तब भाजपा के लिए यह चुनाव कठिन हो सकता है।
फिलहाल चुनाव में सबसे खास बात है कि भाजपा व सपा दोनों के समर्थकों में जोश अधिक दिखाई पड़ रहा है नेताओं की दौड़ और कडी मेहनतके बावजूद मतदाताओं की चुप्पी व खामोशी से परेशानी व धड़कनें तेज है और भाजपा के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित कराने के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व सपा के प्रत्याशी की जीत सुनिश्चित कराने के लिए सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के आने व चुनावी सभा में उमड़ने वाली भीड़ से लगभग तस्वीर साफ होगी। उपचुनाव विधानसभा के बाद सरकारी भूमि की बिक्री व आवासीय प्लाटिंग करने वालों पर गाज गिरना सुनिश्चित है इसके लिए नगर के वरिष्ठ पत्रकार होतीलाल रस्तोगी ने अपने जागरूक नागरिकों के सहयोग से हाईकोर्ट लखनऊ में एक जनहित याचिका दायर करने की तैयारी पूरी कर ली है I इस जनहित याचिका दायर होने के बाद सफेद पोश में काले कारनामे कर लखपति से करोड़पति बनने वालों के चेहरे बेनकाब होंगे।