ग्रामीणों का हंगामा, बनने नहीं दी सड़क !
1 min readअमेठी I
काफी लंबे अरसे के इंतजार के बाद सेमरौता हैदरगढ़ मार्ग पर डामरीकरण का काम गुरुवार को शुरू हुआ किंतु मानक विहीन हो रहे निर्माण कार्य को ग्रामीणों के आक्रोश के बाद बंद करना पड़ा। ग्रामीण मौके पर जिम्मेदार अधिकारी के आने की मांग पर अड़े रहे।
गौरतलब हो कि लगभग तीन साल पहले 16 किमी लंबे सेमरौता हैदरगढ़ मार्ग के चौड़ीकरण का प्रस्ताव शासन द्वारा मंजूर हुआ था जिसके निर्माण के लिए शासन द्वारा 12.41 करोड़ रूपए की मंजूरी मिली थी। शासन द्वारा मंजूरी मिलने के बाद क्षेत्रीय विधायक द्वारा नारियल फोड़कर कार्य का शुभारंभ भी किया गया था। किंतु विभाग द्वारा मार्ग को खोद कर अधूरा ही छोड़ दिया गया। काफी अरसे बाद गुरुवार को विभाग ने मार्ग पर डामरीकरण का काम चालू कर दिया। मार्ग पर डामरीकरण कार्य मानक के विपरीत होता देख ग्रामीणों का पारा चढ़ गया। शुक्रवार को सैकड़ों ग्रामीणों ने व्यापार मंडल अध्यक्ष शिवरतनगंज के नेतृत्व में पहुंच कर मानक विहीन हो रहे सड़क निर्माण के कार्य को बंद कराया।ग्रामीणों ने प्रशासन एवम पी डब्लू डी विभाग के खिलाफ नारेबाजी करते हुए सड़क को मानक के अनुरूप बनाए जाने की मांग करने लगे।ग्रामीणों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सड़क निर्माण में किसी भी मानक का पालन नहीं किया जा रहा है। तीन साल से खोदी गई सड़क अब बनने का समय भी आया तो घटिया निर्माण के साथ आधे अधूरे मानक के साथ काम किया जा रहा है। जब तक तय मानक के अनुरूप गिट्टी डालने काम नहीं होता तो इसका विरोध करते रहेंगे। सही काम न होने की स्थिति में आंदोलन को बाध्य होंगे। निर्माण कार्य बंद होने की सूचना पर पहुंचे विभागीय जे ई दिलीप गंगवार को भी ग्रामीणों एवम व्यापारियों के कोपभजन का शिकार होना पड़ा I
क्या कहते हैं जेई साहब–
निर्माण कार्य बंद होने की सूचना पर पहुंचे विभागीय अधिकारी दिलीप गंगवार ने बताया कि इस सड़क का निर्माण मार्ग चौड़ीकरण के अंतर्गत नहीं हो रहा है। इस पर विभाग द्वारा लेपन कार्य का प्राक्कलन मंजूर हुआ है वही किया जा रहा है।