घर जले दीप, पकवान भी बने
1 min readअमेठी। अम्बेडकर पार्क जनता नगर मे अम्बेडकर
कल्याण समिति के महामंत्री माखन लाल गौतम की अगुवाई मे धम्म दीक्षा पर्व मनाया गया। समिति के संरक्षक इन्द्र पाल गौतम और राम पाल बौद्ध ने बौद्ध धर्म की शिक्षाओं पर विस्तार से संवाद किया। त्रिसरण ,पंचशील कार्य क्रम के बाद बाबा साहब डा अम्बेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण हुआ। कार्यक्रम मे बामसेफ के एक दर्जन से अधिक कार्यकर्ता भी शामिल हुए।
सिरमौर बुद्ध विहार में आयोजित कार्यक्रम में भंते धम्मदीप ने भगवान बुद्ध और उनके धम्म के विषुव मे विस्तार से संवाद किया। उन्होंने कहा कि आज से लगभग ढाई हज़ार वर्ष पहले धम्म चक्र प्रवर्तन करने वाले तथागत बुद्ध ने दुनिया को प्रज्ञा,शील,करुणा,मैत्री ,सत्य ,अहिंसा और मध्यम मार्ग की शिक्षा दी थी।मानव वाद और मानवता ही सबसे बडा धर्म है। दुनिया मे कभी भी युद्ध से किसी भी समस्या का हल नहीं हुआ।आज की दिग्भ्रमित और पीड़ित मानवता के लिये बुद्ध की शिक्षाएं जीवन का अंधकार दूर तक प्रकाश का मार्ग प्रशस्त करती हैं।कार्यक्रम का संचालन बौद्धाचार्य राम प्रताप ने किया।हीरालाल ,संतोष गौतम, राम किशोर, बेंचू,नन्हे लाल ,रामदेव, बृजेश आदि मौजूद रहे।
सरूवांवा में अम्बेडकर कल्याण समिति की ओर से दीक्षा पर्व पर धम्म देशना कार्यक्रम आयोजित किया गया। घटकौर,कमासिन, भीमी,कोरारी गिरधर शाह,तिवारी पुर,गंगौली,बिसुनदासपुर,जलामा,महमूदपुर खरगापुर, बालीपुर, बाजार सुकुल,गिरधारी नगर,वारिस गंज,जामो,जगदीशपुर में भी धम्म दीक्षा पर्व श्रद्धा के साथ मनाया गया। बौद्धाचार्य हौसिला प्रसाद, वरिष्ठ पत्रकार संजीव भारती, दयाराम,राम फल फौजी, भीम सागर बौद्ध, निहाल चंद,राजेंद्र प्रियदर्शन, ओम प्रकाश गौतम, चंदन भीम,ज्योति वर्मा, डा अनिल बौद्ध, राम चंद्र, त्रिभुवन दत्त, राजेश कोरी,शिवहर्ष,रामशंकर, धर्मेंद्र भारती, संजय कुमार कोरी,राजेश अकेला, लक्ष्मण प्रसाद ,सत्यम गौतम, प्रमोद कुमार,रामदेव पासी ,रामदेव लहरी,डा रमेश गौतम, डा इन्द्र पाल,विजय गौतम, अरुण कुमार मौर्य, बाबू लाल आदि मौजूद रहे। छीड़ा में निर्वाण प्राप्त लक्ष्मण की स्मृति में श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। सभा में बौद्ध धर्म की शिक्षाओं पर संवाद हुआ।दिलीप पुर प्रतापगढ़ से आए लोक कलाकार विमलेश ने अम्बेडकर मिशन के गीतों के माध्यम से शिक्षा और जागरूकता के संदेश दिए।
विमलेश ने कहा कि भारत का संविधान समता, स्वतंत्रता, बन्धुत्व और न्याय पर आधारित व्यवस्था के निर्माण का संदेश देता है।अपने जीवन के अंतिम वर्ष में हर प्रकार की सामाजिक बुराईयों को नष्ट करने के लिये ही बाबा साहब डा अम्बेडकर तथागत बुद्ध की शरण मे गये। बामसेफ के जिला संयोजक संजीव भारती ने धम्म दीक्षा पर्व के महत्व पर प्रकाश डाला और कहा कि बुद्ध का मार्ग सबके लिए कल्याण कारी है।अरुण कुमार, राम अवध, सोनी,अनिल कुमार, अंकित, परमिला, खुशबू ,जयप्रकाश, मंजीत, भीम कुमार,रेखा,लालती आदि मौजूद रहे।