Women Safety : अमेठी के प्रमुख मंदिरों में महिलाओं की सुरक्षा हेतु पुलिस की नई पहल
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रिपोर्ट – रवि नाथ दीक्षित
अमेठी उप्र।
शारदीय नवरात्र पर अमेठी प्रशासन ने महिलाओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा और सराहनीय कदम उठाया है। जिले के चार प्रमुख धार्मिक स्थलों – दुर्गन भवानी धाम (गौरीगंज), कालिकन धाम (संग्रामपुर), अहोरवा भवानी धाम (शिवरतनगंज) और हिंगलाज धाम (मुसाफिरखाना) – में मिशन शक्ति अभियान के तहत महिला पुलिस सहायता केंद्र स्थापित किए गए हैं। इन केंद्रों पर महिला पुलिसकर्मी 24 घंटे तैनात रहकर श्रद्धालु महिलाओं की सुरक्षा और सहयोग सुनिश्चित करेंगी।
उद्घाटन समारोह और क्षेत्रीय अधिकारियों की भूमिका
इन केंद्रों का उद्घाटन विभिन्न क्षेत्रीय अधिकारियों की मौजूदगी में हुआ।
गौरीगंज के दुर्गन भवानी धाम पर क्षेत्राधिकारी अखिलेश वर्मा ने केंद्र का शुभारंभ किया। मुसाफिरखाना के हिंगलाज धाम में क्षेत्राधिकारी अतुल कुमार सिंह की उपस्थिति में महिला आरक्षी स्वाती चौहान ने फीता काटा।संग्रामपुर के कालिकन धाम में क्षेत्राधिकारी अमेठी मनोज कुमार मिश्र ने केंद्र का उद्घाटन किया। वहीं, शिवरतनगंज के अहोरवा भवानी धाम में क्षेत्राधिकारी तिलोई दिनेश कुमार मिश्र ने केंद्र का उद्घाटन कर स्थानीय महिलाओं को सुरक्षा का भरोसा दिया।
तिलोई सीओ की विशेष पहल
तिलोई क्षेत्र हमेशा से ही सामाजिक जागरूकता और सुरक्षा के लिए जाना जाता रहा है। इस बार भी यहां के क्षेत्राधिकारी ने महिलाओं को संबोधित करते हुए कहा कि नवरात्र जैसे पावन पर्व पर यह सुरक्षा केंद्र महिलाओं के लिए आस्था और आत्मविश्वास दोनों का आधार बनेगा। तिलोई प्रशासन ने न सिर्फ केंद्र की व्यवस्था को सुदृढ़ किया है बल्कि ग्रामीण इलाकों की महिलाओं तक हेल्पलाइन और योजनाओं की जानकारी पहुंचाने का भी बीड़ा उठाया है। इस प्रयास से यह स्पष्ट हो गया है कि तिलोई क्षेत्र महिलाओं की सुरक्षा और सम्मान के मामले में अन्य क्षेत्रों के लिए भी एक आदर्श उदाहरण प्रस्तुत कर रहा है।
हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी,केंद्रों पर आने वाली महिलाओं को सुरक्षा और सहायता के लिए विभिन्न हेल्पलाइन नंबर उपलब्ध कराए जा रहे हैं, जिनमें शामिल हैं –
वीमेन पावर लाइन (1090)
महिला हेल्पलाइन (181)
पुलिस आपातकालीन सेवा (112)
मुख्यमंत्री हेल्पलाइन (1076)
एम्बुलेंस सेवा (108 व 102)
चाइल्ड लाइन (1098)
साइबर हेल्पलाइन (1930)
इन नंबरों को प्रमुख स्थानों पर प्रदर्शित भी किया गया है ताकि कोई भी महिला किसी आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्राप्त कर सके।
कानूनी व योजनाओं की जानकारी, इन महिला सुरक्षा केंद्रों पर पुलिस कर्मियों द्वारा महिलाओं को उनके कानूनी अधिकारों के बारे में जागरूक किया जा रहा है। इसके साथ ही सरकारी कल्याणकारी योजनाओं – जैसे विधवा पेंशन, कन्या सुमंगला, उज्ज्वला योजना, मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ – की जानकारी भी दी जा रही है। इसके अलावा, महिलाओं को साइबर अपराधों से बचाव, ऑनलाइन धोखाधड़ी से सुरक्षा और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के बारे में उपयोगी सुझाव दिए जा रहे हैं।
सामाजिक महत्व और व्यापक असर
अमेठी जिले में यह पहल केवल नवरात्र के दौरान ही नहीं, बल्कि लंबे समय तक महिलाओं के लिए सुरक्षा कवच का काम करेगी। धार्मिक स्थलों पर आमतौर पर बड़ी संख्या में महिलाएं दर्शन करने आती हैं। ऐसे में उनकी सुरक्षा और सम्मान सुनिश्चित करना प्रशासन की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है।
मिशन शक्ति के तहत इन केंद्रों का गठन यह दर्शाता है कि सरकार और प्रशासन जमीनी स्तर पर महिलाओं की सुरक्षा के लिए संकल्पबद्ध है। तिलोई सहित पूरे जिले में इस पहल से महिलाओं के मन में सुरक्षा की भावना और अधिक प्रबल होगी।
अमेठी के चारों प्रमुख मंदिरों में स्थापित ये महिला सुरक्षा केंद्र न केवल धार्मिक आस्था के केंद्रों को सुरक्षित बनाएंगे, बल्कि महिलाओं को उनके अधिकार, योजनाओं और कानूनी सहायताओं से भी जोड़ेंगे।
तिलोई प्रशासन की तत्परता और संवेदनशीलता ने इस पहल को और भी प्रभावी बना दिया है। यह प्रयास आने वाले समय में समाज में सकारात्मक बदलाव और महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक नया अध्याय साबित होगा।