Side Story : स्कूल में मरा भरोसा __ आदित्य की मौत पर टूटा एक शहर, जागा एक सवाल…!
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रिपोर्ट- प्रदीप कुमार पाण्डेय
गाजीपुर ।
जनपद के महाराजगंज स्थित सनबीम स्कूल में मुहम्मदाबाद थाना कोतवाली अंतर्गत 16 वर्षीय छात्र आदित्य वर्मा निवासी वार्ड नंबर 25 की कक्षा नौवीं की छात्र द्वारा चाकू मारकर हत्या कर दी गई। मौत ने न केवल एक परिवार को उजाड़ दिया, बल्कि पूरे जिले को झकझोर कर रख दिया है।
18 अगस्त की सुबह स्कूल में हुई यह घटना अब एक दर्दनाक कहानी भर नहीं रही—यह शिक्षा व्यवस्था की लापरवाही, स्कूल प्रशासन की चुप्पी और समाज की जड़ता पर उठता सवाल बन चुकी है।
आज गुरुवार 21 अगस्त को शहीद पार्क से निकला न्याय का कारवां ,जब जिला अधिकारी कार्यालय पहुंचा, तो हर आंख नम थी, हर हाथ में न्याय की मांग थी और हर दिल में एक ही कसक—”क्या आदित्य को न्याय मिलेगा?”
व्यापारी मंडल द्वारा सौंपे गए पत्रक में कई चुभते हुए प्रश्न हैं:स्कूल में सुरक्षा कहां थी? जब छात्रों के बीच तनाव पहले से था, तो क्या इसे नज़रअंदाज़ किया गया?
घटना के बाद स्कूल प्रशासन की चुप्पी और निष्क्रियता क्या छुपा रही है?इन सवालों ने न केवल शिक्षा संस्थानों की जिम्मेदारी पर सवाल उठाया है, बल्कि यह भी दिखा दिया कि ‘शिक्षा के मंदिर’ कहलाने वाले संस्थान अब संवेदनहीन इमारतों में तब्दील होते जा रहे हैं।
एक मां की गोद सूनी हो गई, एक बहन अपने सबसे प्यारे भाई को खो बैठी, और एक पिता—जो आज भी उस सुबह को कोस रहे हैं, जब उन्होंने बेटे को स्कूल के दरवाजे तक छोड़ दिया था, इस उम्मीद में कि वह सुरक्षित लौटेगा।
लोगों ने साफ कहा—यह सिर्फ आदित्य की मौत नहीं, यह हर मां-बाप की आंख खोलने वाली त्रासदी है। अगर आज दोषियों को सज़ा नहीं मिली, तो कल कोई और आदित्य शिकार बन सकता है।
व्यापारी संगठनों और नागरिकों ने चेतावनी दी –
“अगर जांच में देरी हुई या मामला दबाया गया, तो आंदोलन का दायरा और तेज़ होगा।”आज गाजीपुर की फिज़ा में सिर्फ आंसुओं की नमी नहीं है, बल्कि गुस्से की गर्मी भी है। अब यह समय है कि प्रशासन और स्कूल व्यवस्था न केवल जवाब दे, बल्कि यह साबित करे कि मासूम आदित्य की मौत व्यर्थ नहीं जाएगी।