PRODIGY : आठ वर्षीय बालिका ने ऐसा क्या सुनाया, राज्यपाल भी हुई अचंभित !
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REPORT BY AMIT KUMAR CHAWLA
LUCKNOW NEWS।
स्वामी विवेकानन्द की 162वीं जन्मतिथि समारोह पर आयोजित 6 दिवसीय कार्यक्रम बडे़ ही हर्षोल्लास के साथ रामकृष्ण मठ लखनऊ में मनाया जा रहा है जिसके अंतर्गत विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन आज हुआ।
कार्यक्रम की शुरूआत प्रातः 5ः00 बजे श्री श्री ठाकुर जी की मंगल आरती से हुई। तत्पश्चात वैदिक मंन्त्रोच्चारण रामकृष्ण मठ के स्वामी इष्टकृपानन्द द्वारा किया गया तथा स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज द्वारा (ऑनलाइन धार्मिक प्रवचन) सत प्रसंग हुआ।
त्रिवेणी नगर, लखनऊ की आठ वर्षीय अदभुद् बालिका अर्यमा शुक्ला जो सिटी मांटेसरी स्कूल, अलीगंज की छात्रा है, के नेतृत्व में समूह में श्रीराम सहस्रनाम स्तोत्रंम् का मनमोहक पाठ (18 बार बिना रूके) हुआ जिसे सुनकर लोग दंग रह गये।
अर्यमा को उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने उनकी इस प्रतिभा देखकर उनको अपना आशीर्वाद भी दिया है। अर्यमा को संस्कृत के मंत्रों को सुनकर याद करने की अद्भुद क्षमता है। उन्हें महिषासुर मर्दिनी स्तोत्र, श्री कनकधारा स्तोत्र, श्री विष्णु सहस्रनाम, श्री राम स्तुति, सरस्वती वंदना, ओम शिवोहम, शिव रक्षा स्तोत्र, शिव तांडव, श्री रामाष्टकम, कृष्णाष्टक पूरी तरह से याद हैं।
वह इन मंत्रों और स्तोत्रों को उतनी ही मधुर आवाज में पढ़ती हैं जितनी आसानी से मधुराष्टकम, श्री गणेश पंचरत्नम, ’नवदुर्गा स्तोत्रम्, श्री हरि स्तोत्रम, अष्टलक्ष्मी स्तोत्रम्ः’ रुद्राष्टकम, शिवाष्टकम, निर्वाण शतक, शिव षडाक्षर स्तोत्रम् आदि का पाठ करती हैं। खास बात यह है कि ये मंत्र और स्तोत्र बिना पुस्तक देखे ही सुनाती हैं।
संध्या आरती के उपरान्त सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
शास्त्रीय गायन की प्रस्तुति लखनऊ के जाने माने शास्त्रीय गायक पण्डित पार्थप्रतीम दास ने दी जिसमें उन्होंने राग यमन कल्याण बिलम्बित तथा धु्रत ख्याल गाया उस दौरान उनका साथ दिये शिरीषप्रतीम दास और अनुराग मौर्य ने दिया तथा तबला पर संगत लखनऊ के अनन्त प्रजापति व हारमोनियम पर संगत लखनऊ के दिनकर द्विवेदी ने दिया। जिससे मंदिर सभागार में बैठे समस्त भक्तगण एवं श्रोतागण मंत्रमुग्ध हो गये।
अन्त में सभी कलाकारों को मठ के अध्यक्ष स्वामी मुक्तिनाथानन्द जी महाराज द्वारा स्मृति चिन्ह, कैलेन्डर, पुस्तकें और श्री रामकृष्ण, श्री माँ सारदा देवी और स्वामी विवेकानन्द की तस्वीरें भेट की गयी।