CORRUPTION : वाह राजस्व विभाग – स्रोत बेरोजगारी आय प्रमाण पत्र 6 लाख !
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REPORT BY MADHAV BAJPAYEE
AMETHI NEWS I
लेखपालों की करतूतों से विभाग पहले ही बदनाम है थाना और तहसील दिवस में सबसे अधिक मामले राजस्व विवाद संबंधी आते हैं और डीएम के द्वारा फटकार भी लगाई जाती है मगर राजस्व कर्मियों की भ्रष्ट कार्यशैली में कोई खास सुधार नहीं है। मुसाफिरखाना तहसील के इक्क्ताजपुर गांव के निवासी सुरजीत यादव ने गांव के लेखपाल अजीत पर गंभीर आरोप लगाए हैं।
मुसाफिरखाना तहसील के इक्क्ताजपुर गांव के निवासी सुरजीत यादव ने अपने लिए आय प्रमाण पत्र बनवाने का आवेदन किया था। सुरजीत यादव का कहना है कि लेखपाल ने आय प्रमाण पत्र जारी करने के एवज में उनसे एक हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी। जब सुरजीत ने रिश्वत देने से इंकार कर दिया तो लेखपाल ने उनकी वार्षिक आय 6 लाख रुपये दर्शाते हुए आय प्रमाण पत्र जारी कर दिया।
सुरजीत यादव ने बताया कि इससे पहले 16 सितंबर 2022 को जारी किए गए आय प्रमाण पत्र में उनकी वार्षिक आय 42 हजार रुपये दर्ज थी। सुरजीत ने कहा अचानक उनकी वार्षिक आय लेखपाल की नजर में 42 हजार सालाना से 6 लाख सालाना कैसे हो गई, ये तो वहीं बता सकते हैं।
सुरजीत यादव ने स्पष्ट किया कि उनके पास कोई खेती नहीं है और न ही किसी नौकरी में हैं। वे बेरोजगार है उनकी आय पहले भी कम थी और वर्तमान में भी बहुत कम है। उन्होंने कहा कि उनकी वास्तविक आर्थिक स्थिति को ध्यान में रखकर ही आय प्रमाण पत्र जारी किया जाना चाहिए था मगर भ्रष्टाचार की वजह से जारी नहीं हो पाया। पीड़ित ने इस मामले की शिकायत मुसाफिरखाना तहसील के अधिकारियों और उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री जनसुनवाई पोर्टल पर दर्ज कराई है।
उन्होंने मांग की है कि उनका सही आय प्रमाण पत्र जारी किया जाए। साथ ही हल्का लेखपाल अजीत के खिलाफ उच्चाधिकारी कार्रवाई करें। मामले में क्षेत्रीय लेखपाल अजीत ने बताया कि टेक्नीकल फाल्ट से जीरो बढ़ गए हैं जिस कारण आय अधिक लग गई है। मुसाफिरखाना एसडीएम प्रीति तिवारी ने कहा कि जांच कराई जाएगी।
शिकायतकर्ता ने पहले भी लेखपाल की कर चुका है शिकायत
बताया जा रहा है इसके पहले भी शिकायतकर्ता सुरजीत यादव ने आरोपी लेखपाल के खिलाफ शिकायत कर चुका है। बताते चलें कि शिकायतकर्ता की मां कलावती ग्राम सभा की ग्राम प्रधान है। आरआरसी सेंटर,खसरा बनाने आदि के नाम पर लेखपाल द्वारा रुपए की मांग की जाती है। पहले ही शिकायतकर्ता द्वारा आरोपीय लेखपाल के खिलाफ शिकायत की गई है।