दशकों का इंतजार खत्म, सपने होने जा रहे साकार,पांच जिलों के 115 गांवों से गुजरेगी ट्रेन
1 min readREPORT BY LOK REPORTER
AMETHI/SULTANPUR NEWS I
दशको पूर्व शाहगंज-ऊंचाहार रेल परियोजना का सपना देखने वाले पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के सपनों के साकार होने का समय आ चुका है I देश के तत्कालीन प्रधानमंत्री स्व. राजीव गांधी ने वर्ष 1985 में ही चित्रकूट से अयोध्या को जोड़ने का मंसूबा बनाया था।
उनकी मंशा थी कि ऊंचाहार-चित्रकूट व शाहगंज-फैजाबाद रेलमार्ग को जोड़ते हुए एक रेल मार्ग बनाया जाए, जो प्रतापगढ़ व अमेठी से होकर गुजरे इस परियोजना को हरी झंडी मिल चुकी है I इस तरह से अमेठी की सियासत में एक और मुद्दा गौण हो गया I अक्सर चुनावों के आते ही सियासी पटरी पर सियासतदारों की ट्रेन दौड़ने लगती थी I
इस महत्वाकांक्षी परियोजना के स्वीकृति में अमेठी की पूर्व सांसद की मेहनत भी रही है I वैसे इस परियोजना योजना का शिलान्यास 2013 में तत्कालीन केंद्रीय रेलमंत्री मल्लिकार्जुन खरगे और तत्कालीन सांसद राहुल गांधी द्वारा किया गया था I करीब 09 सौ करोड़ का बजट भी जारी किया गया था I लेकिन कार्य आगे नहीं बढ़ पाया था I
शाहगंज-ऊंचाहार रेल परियोजना से जौनपुर, सुल्तानपुर, अमेठी, प्रतापगढ़ व रायबरेली के लोगों को सीधा लाभ मिलेगा। इसके तहत पांचों जिले के 115 गांवों से गुजरने वाली ट्रेन के लिए रेल लाइन लाइन बिछाने का सर्वे व वित्तीय प्रबंध पूरा कर लिया गया है।
निर्माण विभाग से स्वीकृति मिलते ही कार्य शुरू कर दिया जाएगा। कादीपुर से अमेठी के बीच यह योजना उतरेटिया-जफराबाद रेलमार्ग के दोहरीकरण के साथ पूरा करने का लक्ष्य तय है।
174 किमी शाहगंज-ऊंचाहार रेल परियोजना का यातायात सर्वेक्षण व प्रारंभिक इंजीनियरिंग का कार्य पूरा हो गया। इससे रेलवे बोर्ड को निर्माण स्वीकृति के लिए भेजा गया है। रेलवे सर्वेक्षण के अनुसार पांच जिलों के 115 गांवों की जमीन रेललाइन बिछाने के लिए अधिग्रहीत की जाएगी।
अधिग्रहण अधिसूचना जारी होने के साथ ही निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। यह जानकारी आरटीआइ कार्यकर्ता डॉ.राकेश सिंह द्वारा पूछे गए सवाल के जवाब में उत्तर रेलवे में निर्माण विभाग के मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के जनसूचना अधिकारी अजीत सिंह ने दी।
बिजेथुआ महावीरन में स्टेशन बनाने की मांग
गुजरात श्रम कल्याण बोर्ड के पूर्व सदस्य चंद्रभान के मिश्र ने ऊंचाहार-शाहगंज रेलपरियोजना में बिजेथुआ महावीरन में स्टेशन बनाने की मांग की है। उन्होंने सुल्तानपुर-रामगंज के बीच अहिमाने रेलवे स्टेशन बनाए जाने के लिए भाजपा के नौ सांसदों के माध्यम से रेलमंत्री को पत्र भेजा है।
हालांकि अहिमाने गांव की सीमा से सटे बैजापुर में हाल्ट स्टेशन बनाने की स्वीकृति रेल महकमा दो साल पहले ही दे चुका है। उक्त रेलमार्ग पर 16 स्टेशनों की स्थापना की जायेगी I
इन जगहों पर बिछायी जाएगी रेल पटरी
सुल्तानपुर-
मैरी, पूरेरामसिंह, नोनरा, रहमानपुर, गोपालपुर, कुंभी, सिमहिया, चतुरपुर, कादीपुर, विमलपुर, गानापुर, मुरारपट्टी, धंदरा, सातनपुर, भैरोपुर, हंसापुर, सुल्तानपुर कलां, मोतिगरपुर, संभारपुर, अकारीपुर, हमजाबाद, नैपुरिया, जुआलीपुर, इसहाकपुर, तियरी मछरौली, सुल्तानपुर, दिखौली, पांडेय पुरवा, लौहर पश्चिम, लौहर दक्षिण, बिसेन का पुरवा, दयाल का पुरवा।
अमेठी-
सतरा, गंगा का पुरवा, बसावनपुर, घोरहा, गोसाई का पुरवा, संडीला, पिंडोरिया, पूरे कुर्मी, बनवारीपुर, लोकापुरमल, जमाल पट्टी, तिवारीपुर, अमेठी, पंडितपुर, श्रीरामपुर, सुंदरपुर, पूरेशिवलाल, लालशाहपुर, बासूपुर, पंडरे, पूरे लोनिया, पूरे शुकुल, पठानपुर, धनई, पूरे चौहान।
प्रतापगढ़-
कुंभीडीहा, पूरे गिरिजा सिंह, पूरे गड़ेरिया, पूरे ओझा, उपाध्यायपुर, उदयपुर, अठेहा, सलभानपुर, देवता का पुरवा, पूरे बड़वान, शामगढ़, पूरा मनौती, पूरे सरदारसिंह, भोला का पुरवा।
रायबरेली-
दोस्तपुर बुधबार, बीरपुर, पूरेकलंदर, नियावां, पूरेधानी, साहिबजादा, परशदेपुर, पिरानगढ़, बरौलिया, अब्दुल्ला, अवनानिस, अवना सदरा, सलोन, लालपुर, जहांनपुर, मोहम्मदाबाद, रूमीपुर, पूरे धीरागोपाल, बछियापुर, समसपुर, कमालपुर, डाकपुर, सराय सहियांन, बिकाय सराय परसू, पूरे पांडेय, खालिसपुर खुर्द, मलकाना, गोरियापुर, मुस्तफाबाद (ऊंचाहार)।