यमराज के दूत बन गए हैं छुट्टा पशु, सड़क बन गईं हैं पशुशाला,
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अमेठी I
छुट्टा पशुओं का आतंक जारी है। आम आदमी हो या किसान सभी के लिए परेशानी का सबब बन गए हैं I सरकार की लाख कोशिश के बावजूद इनसे आम आदमी को निजात नहीं मिल रही है I सड़कों पर सामूहिक रूप से झुंड बना कर घूम रहे हैं। ना जाने कितनी जिंदगियों का काम तमाम कर दिया है I न जाने कितने परिवारों की खुशियां उजाड़ दिया है। सड़कों पशुशाला बना लिया है। आये दिन सड़क हादसों में इनका अहम भूमिका रहती है I सरकारी तंत्र के दावे भले ही बड़े बड़े होते हैं I लेकिन इनके लिए चल रही योजनायें ऊंट के मुँह में जीरा के समान है I क्षेत्र में छुट्टा मवेशियों का आतंक जारी है। किसानों की खड़ी फसलों को सामूहिक रूप से जाकर चट करने के साथ अपना बैठने का आशियाना भी सड़क पर बना लिए है। जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती हैं।जिससे दर्जनों की संख्या में परिवार अपने प्रियजनों को को चुके है। जबकि सरकार इनको गौशाला में सरंक्षित करने से लेकर खाने, पीने, देखरेख, दवा आदि पर भारी भरकम बजट भी खर्च कर रही हैं। मगर जमीनी स्तर पर कोई भी कार्य नजर नहीं आ रहा हैं। क्षेत्र की सड़के रामगंज भुसियावा मार्ग, गौरीगंज चिलबिली मार्ग, अमेठी मुसाफिरखाना मार्ग आदि सहित कई सम्पर्क मार्गो पर जगह जगह पशु दर्जनों की संख्या में बैठते है। कभी कभी रात्रि के समय गाड़ी की रोशनी में जानवर दिखाई नहीं देते, जिसकी वजह से दुर्घटना घट जाती है।
विगत दिवस कोतवाली गौरीगंज के भटगवां में सड़क पर रात्रि लगभग साढ़े दस बजे जानवर से दुर्घटना होने पर जगदीशपुर के युवक की दर्दनाक मौत हो गई थी। क्षेत्रवासी तुंगनाथ शुक्ला, गोली प्रधान, पप्पू मिश्रा, मनोज तिवारी, पिंटू सिंह, चंद्रशेखर, राकेश यादव, राम ललन, राजू, विनोद मौर्य आदि ने इनके संरक्षित कर निजात दिलाने की शासन प्रशासन से मांग की हैं।