विदेशों में भी जीवंत कराएंगे आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी की स्मृतियां – मंजु मिश्रा
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REPORT BY KAPIL DEV SINGH
LUCKNOW UP।
यूपी के रायबरेली में आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी स्मृति संरक्षण अभियान को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर पहचान दिलाने के लिए अमेरिका इकाई की अध्यक्ष मंजु मिश्रा और निफ्ट के निवर्तमान निदेशक डॉ भारत साह का अभिनंदन किया गया। उन्होंने आचार्य जी की स्मृतियों को वैश्विक स्तर पर और अधिक बढ़ाने तथा हिंदी का प्रचार-प्रसार करने का संकल्प लिया।
श्रीमती मिश्रा ने कहा कि आचार्य द्विवेदी का आधुनिक हिंदी साहित्य में अद्भुत योगदान है।उनकी जन्म,कर्मभूमि दौलतपुर को सरकारों को राष्ट्रीय स्मारक के रूप में विकसित करना चाहिए ताकि भावी पीढ़ियां उनसे प्रेरणा ले सकें। डॉ साह ने कहा कि देश में हिंदी को बढ़ावा दिए जाने की जरूरत है। हिंदी की उन्नति के बिना हिंदुस्तान मजबूत नहीं होगा।
संयोजक गौरव अवस्थी, सह संयोजक विनय द्विवेदी, अध्यक्ष विनोद शुक्ल, महामंत्री अनिल मिश्र ने श्रीमती मिश्रा और डॉ साह के अभियान में दिए गए योगदान पर प्रकाश डाला। श्रीमती मिश्रा, उनके पति सुधीर कुलकर्णी, इला कुलकर्णी, शिवानी और श्वेता का बुके, बुक और स्मृति चिन्ह देकर अभिनंदन किया गया। इसी क्रम में डॉ साह, उनकी धर्मपत्नी आभा साह, बेटे कुशाग्र और प्रखर का भी अभिनंदन किया गया।
इस मौके पर ग्रामीण बैंक कर्मचारी कल्याण परिषद के संरक्षक विनोद शुक्ला, रोटरी क्लब अध्यक्ष राकेश कक्कड़, स्वतंत्रता सेनानी आश्रित संगठन के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार मिश्र, डॉ सुशील चंद्र मिश्र, डॉ राकेश तिवारी, राजीव भार्गव, धर्मेंद्र तिवारी, राकेश मोहन मिश्रा, कृष्ण मनोहर मिश्र, करुणा शंकर मिश्रा, अमित सिंह, यादवेन्द्र प्रताप सिंह,
सुधीर द्विवेदी, स्वतंत्र पांडेय, डॉ निशांत मिश्र, अभिषेक मिश्रा, मधु कक्कड़, प्राची मिश्रा, राजेश द्विवेदी, नीलेश मिश्रा, इंदु मिश्रा, प्रिया पांडेय मौजूद रहीं। आभार डॉ विवेक यादव ने व्यक्त किया।
दो वर्ष पहले अमेरिका इकाई की कमान संभाली
वर्ष 2017 में आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी युग प्रेरक सम्मान से सम्मानित मंजु मिश्रा कैलीफोर्निया में हिंदी का प्रचार-प्रसार करती है। उन्होंने 2 वर्ष पहले आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी राष्ट्रीय स्मारक समिति की अमेरिका इकाई की कमान संभाली थी।
अमेरिका इकाई अब तक एक दर्जन से अधिक ऑनलाइन कार्यक्रम आयोजित कर चुकी है। इन कार्यक्रमों में देश और विदेश के हिंदी के विद्वानों ने हिंदी भाषा के स्वरूप और आचार्य द्विवेदी के योगदान पर अपने महत्वपूर्ण व्याख्यान दिए।
प्रेमचंद द्वारा संपादित विज्ञान वार्ता का पुनर्प्रकाशन
कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद ने आचार्य द्विवेदी द्वारा सरस्वती पत्रिका में विज्ञान और तकनीक पर लिखे गए लेखों का संग्रह विज्ञान वार्ता शीर्षक से 1930 में अपने संपादन में प्रकाशित किया था।
निफ्ट के निवर्तमान निदेशक डॉ भारत साह ने समिति के अनुरोध पर विज्ञान वार्ता पुस्तक का पुनर्प्रकाशन अपने निजी खर्चे से कराया। इसके अतिरिक्त भी उन्होंने आचार्य द्विवेदी स्मृति संरक्षण अभियान को लेकर अनेक तरह से सहयोग दिया।